प्रदेश की भाजपा सरकार के द्वारा डीए यानी महंगाई भत्ता बहाल करने का संकेत दिए जाने पर राज्य कर्मचारियों और पेंशनरों में उम्मीद की कुछ किरण दिखी है। काफी समय से फ्रीज डीए को बहाल करने की मांग को लेकर कर्मचाररी और पेशनर आक्रोशित हैं और इसके लिए कई बार आंदोलन और केंद्रीय वित्त मंत्रालय के अधिकारियों से बातचीत कर चुके हैं।
कोरोना काल के बाद प्रदेश और देश मे उत्पन्न हुए आर्थिक संकट को देखते हुए प्रदेश और केंद्र सरकार ने महंगाई भत्ता फ्रीज कर दिया था। सरकार के इस फैसले से प्रदेश के 16 लाख कर्मचारी और करीब 12 लाख पेंशन सीधे तौर पर प्रभावित हुए थे।