प्रयागराज कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रदेश सरकार ने दसवीं एवं बारहवीं की बोर्ड परीक्षाएं स्थगित करदी हैं। परीक्षाएं स्थगित करने के निर्णय से परेशान अभिभावकों, शिक्षकों, प्रधानाचार्यों एवं छात्रों ने ऑनलाइन परीक्षा का विकल्प देने की मांग की है। परीक्षार्थियों की मांग है कि जिस प्रकार इलाहाबाद विश्वविद्यालय सहित दूसरे संस्थान अपनी कॉपी देकर छात्रों को परीक्षा में शामिल कर रहे हैं, उसी तरीके से सीबीएसई और यूपी बोर्ड भी बच्चों की ऑनलाइन कॉपी जमा करने की
व्यवस्था कर परीक्षा करा सकते हैं। ऑनलाइन परीक्षा में जिन छात्रों को कॉपी जमा करने में समस्या हो उसके लिए क्षेत्र के किसी विद्यालय को नोडल सेंटर बनाकर ऑनलाइन कॉपी जमा करने की व्यवस्था की जा सकती है। ऑनलाइन विकल्प के तौर पर छात्रों को ई-मेल पर कॉपी जमा करने की सुविधा दी जा सकती है। ऐसे में छात्रों का कुछ मूल्यांकन तो हो सकेगा। पूरे सालभर पढ़ाई करने के बाद जब छात्रों का परीक्षा से मूल्यांकन होगा तो उन्हें अपने बारे में पता चलेगा राजकीय इंटर कॉलेज के डॉ. प्रभाकर त्रिपाठी का कहना है कि जब ऑफलाइन परीक्षा का विकल्प न हो तो छात्रों का मूल्यांकन ऑनलाइन किया जाए। छात्रों को कॉपी देकर उसे ऑनलाइन जमा करने की व्यवस्था करके परीक्षा कराई जा सकती है। अभिभावक डॉ. लक्ष्मण चतुर्वेदी
का कहना है कि अब ऑनलाइन परीक्षा ही एकमात्र विकल्प है। इसे सीबीएसई एवं यूपी बोर्ड दोनों को अपनाना चाहिए। काउंसलर डॉ. मनु भट्ट का कहना है कि परीक्षा रद्द नहीं करनी चाहिए। दसवीं के छात्रों का ऑनलाइन असेसमेंट करके उन्हें नंबर देने चाहिए। बारहवीं के अंक कॅरियर में निर्णायक होते हैं, ऐसे में परीक्षा जरूरी है। छात्रों के लिए बोर्ड की वेबसाइट पर प्रश्नपत्र उपलब्ध कराए जाएं। छात्रों से कॉपी में उत्तर लिखवाकर उसका मूल्यांकन कराया जाए।