शिक्षक भर्ती में बायोटेक, माइक्रोबायोलॉजी और बायोकेमेस्ट्री से स्नातक, परास्नातक प्रतियोगियों को नहीं मिला मौका
भर्तियों में शामिल करने के लिए छेड़ रखी है मुहिम, सीएम को पत्र लिखकर सोशल मीडिया पर भी चला रहे अभियान
केंद्रीय विद्यालय और नवोदय भर्ती में मिलता है आवेदन का मौका, दूसरे राज्यों में भी हैं ढेरों अवसर
संवाद न्यूज एजेंसी
प्रयागराज। चुनावी साल में शिक्षक भर्ती की बहार तो है लेकिन जीव विज्ञान
विषय में बायोटेक्नोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी और बायोकेमेस्ट्री विषय से
स्नातक और परास्नातक के अभ्यर्थियों को आवेदन का कोई मौका नहीं मिला। साल
बीत गया लेकिन इन विषयों के प्रतियोगियों को कोई राहत नहीं मिली। उत्तर
प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड और उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग की
शिक्षक भर्ती के लिए प्रतियोगियों ने मुहिम छेड़ रखी है। मुख्यमंत्री और
शिक्षा मंत्री को पत्र लिखने के साथ ही सोशल मीडिया पर भी अभियान चला रहे
हैं।
प्रतियोगियों का कहना है कि इस विषय से स्नातक और परास्नातक अभ्यर्थियों को
शिक्षक भर्ती (टीजीटी-पीजीटी) में जीव विज्ञान विषय में आवेदन का अवसर
देना चाहिए। अगर उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो अभ्यर्थी कोर्ट की शरण में
जाएंगे। बायोटेक्नोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी और बॉयोटेकभनोलॉजी विषय से स्नातक
और परास्नातक कर चुके अभ्यर्थियों का कहना है कि उन्हें उत्तर प्रदेश
माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड और उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग की राजकीय
कॉलेजों में शिक्षक भर्ती (एलटी ग्रेड और प्रवक्ता भर्ती परीक्षा) में
आवेदन का अवसर नहीं मिलता है। जबकि, मध्य प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान,
दिल्ली समेत अन्य राज्यों की शिक्षक भर्ती में इस विषय से स्नातक और
परास्नातक अभ्यर्थियों को आवेदन का मौका मिलता है। यहां तक की केंद्रीय
विद्यालय और नवोदय विद्यालय की शिक्षक भर्ती में जीव विज्ञान विषय में
माइक्रोबायोलॉजी और बायोटेक्नोलॉजी के अभ्यर्थी आवेदन करते हैं। प्रतियोगी
छात्र आकाश तोमर का कहना है कि जीव विज्ञान विषय की टीजीटी और पीजीटी भर्ती
में माइक्रोबायोलॉजी और बायोटेक्नोलॉजी से स्नातक और परास्नातक
अभ्यर्थियों को आवेदन का मौका मिलना चाहिए। जब नए पाठ्यक्रम की शुरुआत हुई
है तो उसके लिए भर्ती भी की जानी चाहिए। सरकार को इस विषय में जल्द कदम
उठाना चाहिए।
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