सिपाही भर्ती परीक्षा के एक अभ्यर्थी से डेढ़ लाख रुपये की ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। परीक्षा केंद्र पर पहुंचे अभ्यर्थी से एक शातिर ने खुद को स्कूल प्रबंधक बताकर रकम वसूल ली।
जब परीक्षा में कोई मदद नहीं हुई तो अभ्यर्थी को अपने साथ हुए धोखे का पता चला। इसकी शिकायत एसीपी सिविल लाइंस से की। जांच के बाद शिवकुटी पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।प्रतापगढ़ में रानीगंज तहसील के कतरौली गांव निवासी मुकेश विश्वकर्मा ने तहरीर दी है कि वह यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा के लिए आवेदन किया था। उनकी परीक्षा 17 फरवरी को प्रथम पाली में थी। उनका परीक्षा केंद्र सरस्वती विद्या मंदिर शिवकुटी था। परीक्षा से एक दिन पहले वह केंद्र देखने आया था। तभी केंद्र पर राजमणि मिश्र पुत्र चंद्रभानु मिश्र निवासी शिवकुटी मिले। विद्यालय आने का कारण पूछा। इसके बाद उसने खुद को विद्यालय प्रबंधक बताया। उसने कहा, तुम्हें परीक्षा में पास करा सकता हूं लेकिन साढ़े पांच लाख रुपया देना पड़ेगा। मुकेश ने एक साथ इतनी रकम दे पाने में असमर्थता जताई तो उसने कहा कि डेढ़ लाख रुपये नकद और चार लाख का चेक दे दो। मुकेश इस पर उसके झांसे में आ गया। डेढ़ लाख रुपये नकद और चार लाख का चेक आरोपी को दे दिया।
रकम लेने के बाद आरोपी ने अभ्यर्थी की कोई मदद नहीं की। इस पर मुकेश ने नकदी और चेक वापस मांगा। आरोप है कि राजमणि मिश्र ने मुकेश को गालियां और जान से मारने की धमकी दी। धमकाया कि पुलिस वाले भी कुछ नहीं कर पाएंगे। उल्टा उसे ही फर्जी केस में फंसा देगा। मुकेश की तहरीर पर पुलिस आरोपी राजमणि मिश्र के खिलाफ केस दर्ज कर जांच कर रही है। पीड़ित का आरोप है कि उपरोक्त विद्यालय के प्रबंधक व उनके पुत्र राजमणि मिश्रा ने पूर्व में अन्य कई परीक्षा में पेपर आउट करवाने और नौकरी दिलवाने के नाम पर फर्जीवाड़ा किया है। आरोपी जेल भी जा चुका और जमानत पर है। उसके खिलाफ कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
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