प्रशिक्षु शिक्षकों को नियुक्ति पत्रों का वितरण किया जा रहा है। सभी को
जल्द जॉइन करने के निर्देश भी दिए गए हैं। पहले चरण में 2,739 प्रशिक्षु
शिक्षकों की तैनाती होगी। इसके बाद अन्य की। जिले में कुल 4,000 शिक्षकों
की भर्ती होनी है। ऐसे में जिले के बंद स्कूलों के ताले खुल जाएंगे।
वर्तमान में शिक्षक विहीन व एकल शिक्षक वाले विद्यालयों में अध्यापकों की
तैनाती की जा रही है।
4,000 अध्यापकों की तैनाती के बाद प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षक और छात्र का अनुपात शासनादेश के अनुरूप हो जाएगा। इससे कई बच्चों को काफी राहत मिलेगी, जिन्हें पढ़ाई करने के लिए काफी दूरी तय करनी पड़ती है।
जिले में 3,140 परिषदीय विद्यालय हैं। इनमें से मौजूदा समय 300 से अधिक विद्यालय ऐसे हैं जो शिक्षक विहीन हैं। इन्हें शिक्षामित्रों या फिर दूसरे स्कूलों के शिक्षकों के सहारे संचालित किए जाने का दावा किया जा रहा है। वहीं, एकल अध्यापक वाले विद्यालयों की संख्या 800 से अधिक है। इनमें तैनात शिक्षकों के अवकाश पर जाने पर यहां ताला लटकने की नौबत आ जाती थी। विभागीय आंकड़ों के अनुसार जिले के परिषदीय विद्यालयों में 4,000 अध्यापकों की कमी थी। लेकिन इस कमी को दूर करने का सिलसिला सोमवार से शुरू हो गया। बीएड टीईटी प्रशिक्षु शिक्षकों को नियुक्ति पत्र जारी होते ही यहां के शिक्षक विहीन विद्यालयों के दिन बहुरने वाले हैं। अब शिक्षक विहीन विद्यालयों में ताला नहीं बंद होगा, क्योंकि अब इनमें अध्यापकों की तैनाती का सिलसिला शुरू हो गया है। इससे 25 हजार से अधिक विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा। साथ ही करीब एक लाख उन विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा, जो स्कूल एक शिक्षक के सहारे चल रहे थे। अब यहां दो या तीन अध्यापकों की तैनाती होगी।
कई बार की गई मांग
विकासखंड मुजेहना क्षेत्र स्थित प्राथमिक विद्यालय इटवा कवि एक शिक्षामित्र के सहारे संचालित हो रहा है। यहां 72 बच्चे हैं। यहां भी शिक्षामित्र के अवकाश के रहने पर या ट्रेनिंग पर जाने से विद्यालय बंद रहता है। प्रधान रीता पांडेय का कहना है कि विद्यालय में शिक्षक की तैनाती के लिए कई बार मांग की गई, लेकिन कुछ नहीं हुआ। खंड शिक्षा अधिकारी प्रीति शुक्ला का कहना है कि शिक्षामित्र व अध्यापक के अवकाश पर रहने की स्थिति में पास के विद्यालयों के अध्यापकों से स्कूलों का संचालन कराया जाता है।
अब नहीं होगी दिक्कत
इटियाथोक ब्लॉक क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय गोसेंद्रपुर शिक्षामित्र के सहारे चल रहा है। यहां 144 छात्र-छात्राएं हैं। शिक्षामित्र जब किसी ट्रेनिंग व अन्य आवश्यक कारणों से विद्यालय नहीं पहुंच पातीं तो बच्चों को बैरंग लौटना पड़ता है। प्रधान गुप्ता सिंह ने बताया कि शिक्षामित्र के विद्यालय न पहुंचने पर बच्चों को घर वापस जाना पड़ता हैै। खंड शिक्षा अधिकारी इटियाथोक एपी सिंह ने बताया कि शिक्षामित्र के ट्रेनिंग व अवकाश पर जाने की स्थिति में बगल के विद्यालयों में तैनात अध्यापकों के सहारे स्कूल संचालित किया जाता है। लेकिन अब दिक्कत नहीं होगी।
पिछले साल ही बन गया था स्कूल
करनैलगंज ब्लॉक क्षेत्र में नवीन प्राथमिक विद्यालय भकला पिछले साल जून में ही बन गया था। लेकिन अध्यापकों की तैनाती न होने के कारण इसमें ताला लटकता रहता है। इससे पांच गांवों के करीब 125 छात्र-छात्राओं को मजबूरन दूर स्थित विद्यालयों में जाना पड़ता है। करनैलगंज के खंड शिक्षा अधिकारी एके राय ने बताया कि शिक्षक विहीन व एकल अध्यापक वाले विद्यालयों में अध्यापकाें की तैनाती की जा रही है। अब कोई भी विद्यालय शिक्षक के अभाव में बंद नहीं रहेगा।
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चौथे दिन 77 ने लिया नियुक्ति पत्र
गोंडा। बीएड-टीईटी प्रशिक्षु शिक्षकों को बीएसए कार्यालय पंतनगर में चौथे दिन गुरुवार को भी नियुक्ति पत्र वितरित किए गए। इस दिन 77 लोगों ने जॉइनिंग लेटर दिए गए। अब तक 1,442 प्रशिक्षु शिक्षकों ने नियुक्ति पत्र ले लिया है। बीएसए डॉ. फतेह बहादुर सिंह ने बताया कि शुक्रवार को भी नियुक्ति पत्र वितरित करने का अंतिम दिन है।
सरकारी नौकरी - Government of India Jobs Originally published for http://e-sarkarinaukriblog.blogspot.com/ Submit & verify Email for Latest Free Jobs Alerts Subscribe
4,000 अध्यापकों की तैनाती के बाद प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षक और छात्र का अनुपात शासनादेश के अनुरूप हो जाएगा। इससे कई बच्चों को काफी राहत मिलेगी, जिन्हें पढ़ाई करने के लिए काफी दूरी तय करनी पड़ती है।
जिले में 3,140 परिषदीय विद्यालय हैं। इनमें से मौजूदा समय 300 से अधिक विद्यालय ऐसे हैं जो शिक्षक विहीन हैं। इन्हें शिक्षामित्रों या फिर दूसरे स्कूलों के शिक्षकों के सहारे संचालित किए जाने का दावा किया जा रहा है। वहीं, एकल अध्यापक वाले विद्यालयों की संख्या 800 से अधिक है। इनमें तैनात शिक्षकों के अवकाश पर जाने पर यहां ताला लटकने की नौबत आ जाती थी। विभागीय आंकड़ों के अनुसार जिले के परिषदीय विद्यालयों में 4,000 अध्यापकों की कमी थी। लेकिन इस कमी को दूर करने का सिलसिला सोमवार से शुरू हो गया। बीएड टीईटी प्रशिक्षु शिक्षकों को नियुक्ति पत्र जारी होते ही यहां के शिक्षक विहीन विद्यालयों के दिन बहुरने वाले हैं। अब शिक्षक विहीन विद्यालयों में ताला नहीं बंद होगा, क्योंकि अब इनमें अध्यापकों की तैनाती का सिलसिला शुरू हो गया है। इससे 25 हजार से अधिक विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा। साथ ही करीब एक लाख उन विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा, जो स्कूल एक शिक्षक के सहारे चल रहे थे। अब यहां दो या तीन अध्यापकों की तैनाती होगी।
कई बार की गई मांग
विकासखंड मुजेहना क्षेत्र स्थित प्राथमिक विद्यालय इटवा कवि एक शिक्षामित्र के सहारे संचालित हो रहा है। यहां 72 बच्चे हैं। यहां भी शिक्षामित्र के अवकाश के रहने पर या ट्रेनिंग पर जाने से विद्यालय बंद रहता है। प्रधान रीता पांडेय का कहना है कि विद्यालय में शिक्षक की तैनाती के लिए कई बार मांग की गई, लेकिन कुछ नहीं हुआ। खंड शिक्षा अधिकारी प्रीति शुक्ला का कहना है कि शिक्षामित्र व अध्यापक के अवकाश पर रहने की स्थिति में पास के विद्यालयों के अध्यापकों से स्कूलों का संचालन कराया जाता है।
अब नहीं होगी दिक्कत
इटियाथोक ब्लॉक क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय गोसेंद्रपुर शिक्षामित्र के सहारे चल रहा है। यहां 144 छात्र-छात्राएं हैं। शिक्षामित्र जब किसी ट्रेनिंग व अन्य आवश्यक कारणों से विद्यालय नहीं पहुंच पातीं तो बच्चों को बैरंग लौटना पड़ता है। प्रधान गुप्ता सिंह ने बताया कि शिक्षामित्र के विद्यालय न पहुंचने पर बच्चों को घर वापस जाना पड़ता हैै। खंड शिक्षा अधिकारी इटियाथोक एपी सिंह ने बताया कि शिक्षामित्र के ट्रेनिंग व अवकाश पर जाने की स्थिति में बगल के विद्यालयों में तैनात अध्यापकों के सहारे स्कूल संचालित किया जाता है। लेकिन अब दिक्कत नहीं होगी।
पिछले साल ही बन गया था स्कूल
करनैलगंज ब्लॉक क्षेत्र में नवीन प्राथमिक विद्यालय भकला पिछले साल जून में ही बन गया था। लेकिन अध्यापकों की तैनाती न होने के कारण इसमें ताला लटकता रहता है। इससे पांच गांवों के करीब 125 छात्र-छात्राओं को मजबूरन दूर स्थित विद्यालयों में जाना पड़ता है। करनैलगंज के खंड शिक्षा अधिकारी एके राय ने बताया कि शिक्षक विहीन व एकल अध्यापक वाले विद्यालयों में अध्यापकाें की तैनाती की जा रही है। अब कोई भी विद्यालय शिक्षक के अभाव में बंद नहीं रहेगा।
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चौथे दिन 77 ने लिया नियुक्ति पत्र
गोंडा। बीएड-टीईटी प्रशिक्षु शिक्षकों को बीएसए कार्यालय पंतनगर में चौथे दिन गुरुवार को भी नियुक्ति पत्र वितरित किए गए। इस दिन 77 लोगों ने जॉइनिंग लेटर दिए गए। अब तक 1,442 प्रशिक्षु शिक्षकों ने नियुक्ति पत्र ले लिया है। बीएसए डॉ. फतेह बहादुर सिंह ने बताया कि शुक्रवार को भी नियुक्ति पत्र वितरित करने का अंतिम दिन है।
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