प्रदेश में टीईटी-एसटीईटी के बाद सरकारी स्कूलों में अगले साल से 1.80 लाख से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति, बदल सकता है नियुक्ति का स्वरूप

पटना : प्रदेश में टीइटी-एसटीइटी के बाद सरकारी स्कूलों में अगले साल से 1.80 लाख से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति होगी. शिक्षा विभाग ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है. इसके लिए नये पद भी सृजित किये जायेंगे.
इसमें 30 बच्चों पर एक शिक्षक के अनुपात को ध्यान में रखा जायेगा. वर्तमान में स्कूलों में छात्र-शिक्षक का अनुपात करीब 50:1 है.
वर्तमान में जहां 1.02 लाख पद खाली हैं, वहीं पिछले चार सालों में 80 हजार से एक लाख तक शिक्षक रिटायर हुए हैं. इस तरह टीइटी-एसटीइटी के बाद अगले साल नयी नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हुई, तो 1.80 लाख से ज्यादा पदों पर बहाली हो सकेगी.
शिक्षा विभाग ने 2012 में प्राथमिक से लेकर प्लस टू स्कूलों में करीब दो लाख पद सृजित कर बहाली प्रक्रिया शुरू की गयी थी
पिछले चार सालों तक चली नियोजन प्रक्रिया के बावजूद आधे से ज्यादा पद खाली हैं. प्रारंभिक स्कूलों (क्लास एक से आठ) में 85 हजार, हाइस्कूलों में साढ़े छह हजार और प्लस टू में 12 हजार पद रिक्त हैं. हाइ व प्लस टू स्कूलों में फिलहाल नियुक्ति प्रक्रिया चल रही है. इनमें से कुछ पद भरे जाने की उम्मीद है. 30 बच्चों पर एक शिक्षक के अनुपात में नये पदों के सृजन और पूर्व से आयी रिक्तियों के बाद 2017 से नयी बहाली प्रक्रिया शुरू होगी. 17-18 दिसंबर को होनेवाली टीइटी व एसटीइटी के परिणाम आने के बाद नयी बहाली के लिए आवेदन लिये जायेंगे.
बदल सकता है नियुक्ति का स्वरूप
2017 में नयी नियुक्ति प्रक्रिया का स्वरूप बदल सकता है. फिलहाल पंचायत, नगर निकाय स्तर की नियोजन इकाई पर शिक्षकों की बहाली होती है. इस प्रक्रिया में काफी समय लग जाता है. शिक्षा विभाग जिला स्तर पर ही बहाली प्रक्रिया शुरू करने पर मंथन कर रहा है. इसमें अभ्यर्थियों को नियोजन इकाईवार आवेदन करने की जरूरत नहीं होगी.
जिले में एक ही जगह आवेदन करना होगा और 10 नियोजन इकाई या स्कूल का ऑप्शन देना होगा.
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