लखनऊ (जेएनएन)। सुप्रीम कोर्ट के शिक्षा मित्रों के सहायक शिक्षक के पद पर समायोजन के फैसले को रद करने के बाद से आंदोलन कर रहे शिक्षा मित्रों ने आज लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ बैठक के बाद उसको समाप्त करने का निर्णय किया है।
करीब तीन घंटे तक सीएम ने शिक्षा मित्रों के प्रतिनिधिमंडल के साथ वार्ता की। वार्ता के समय बेसिक शिक्षा राज्य मंत्र अनुपमा जायसवाल भी मौजूद थीं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा बेसिक शिक्षा मंत्री स्वतंत्र प्रभार अनुपमा जायसवाल के साथ शिक्षा मित्रों के प्रतिनिधिमंडल की भेंट अपना रंग दिखा गई। करीब तीन घंटे की इस बैठक के बाद शिक्षा मित्रों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आश्वासन के बाद अपना अंदोलन एक हफ्ते तक के लिए स्थगित कर दिया। मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद अब शिक्षा मित्र कल से स्कूल जाकर अपना काम करेंगे। मुख्यमंत्री योगी ने इनके प्रतिनिधिमंडल से कहा कि वह इस बाबत प्रस्ताव लाने की कोशिश करेंगे। शिक्षा मित्रों का आंदोलन मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद स्थगित कर दिया गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इनको आंदोलन खत्म करने का सुझाव दिया था। सीएम ने इनसे पठन पाठन का काम शुरु करने को कहा है। इस बात पर शिक्षा मित्र राजी हो गए हैं। इन सभी ने प्रदेश में चल रहा आंदोलन एक हफ्ते के लिए टाल दिया है।
शिक्षा मित्र कल से स्कूलों में बच्चों को पढाने का काम शुरू कर देंगे। इन सभी ने एक हफ्ते के लिए प्रदर्शन तथा आंदोलन को टाल दिया है। इन्होंने कहा कि अगर एक हफ्ते में भी कोई ठोस नीति नहीं बनी तो प्रदेश में फिर बड़ा आंदोलन शुरू होगा।
इनके बेसिक शिक्षा मंत्री अनुपमा जयसवाल ने भी समय मांगा है। अब प्रस्ताव तैयार करने के बाद उसको कैबिनेट में लाने की तैयारी है। आदर्श समायोजित शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेंद्र शाही ने कहा कि सरकार पर हमको भरोसा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ आज शिक्षा मित्रों के प्रतिनिधिमंडल ने भेंट की। इस भेंट से पहले माना जा रहा था मुख्यमंत्री इनको थोड़ी राहत देने का फैसला भी ले सकते हैं। भेंट के बाद अनुपमा जायसवाल ने कहा कि शिक्षा मित्रों को हम हफ्ता या फिर पंद्रह दिन में कोई न कोई अच्छी खबर जरूर देंगे। इनके मामले में सरकार कोई न कोई रास्ता जरूर निकालेगी। इनको कोई भी गलत कदम उठाने की जरूरत नहीं है। इससे पहले शिक्षामित्रों का एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके कार्यालय, लाल बहादुर शास्त्री भवन (एनेक्सी) में भेंट की। यह मुलाकात करीब तीन घंटे तक चली थी।
गौरतलब है कि प्रदेश में शिक्षा मित्र बीते पांच दिन से जगह जगह पर काफी आंदोलन कर रहे हैं। उधर लखनऊ में आज बीटीसी प्रशिक्षित अभ्यर्थियों ने भी विधान भवन के सामने भाजपा कार्यालय के घेराव किया। उनको पुलिस ने लाठियां भांजकर वहां से भगाया।
गौरतलब है कि प्रदेश में शिक्षा मित्र बीते पांच दिन से जगह जगह पर काफी आंदोलन कर रहे हैं। उधर लखनऊ में आज बीटीसी प्रशिक्षित अभ्यर्थियों ने भी विधान भवन के सामने भाजपा कार्यालय के घेराव किया। उनको पुलिस ने लाठियां भांजकर वहां से भगाया।
25 जुलाई को देश की सर्वोच्च अदालत ने प्रदेश में शिक्षा मित्रों के समायोजन को लेकर अहम फैसला सुनाया था, लेकिन प्रदेश के करीब 1.72 लाख शिक्षामित्रों को सुप्रीम कोर्ट का फैसला रास नहीं आया। जिसे लेकर अब तक कई बार शिक्षामित्रों द्वारा प्रदर्शन आदि किया जा चुका है।
12 सिंतबर 2015 को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उत्तर प्रदेश के करीब 1.72 लाख शिक्षामित्रों का सहायक शिक्षक के तौर पर समायोजन को निरस्त कर दिया था।इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी।
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करीब तीन घंटे तक सीएम ने शिक्षा मित्रों के प्रतिनिधिमंडल के साथ वार्ता की। वार्ता के समय बेसिक शिक्षा राज्य मंत्र अनुपमा जायसवाल भी मौजूद थीं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा बेसिक शिक्षा मंत्री स्वतंत्र प्रभार अनुपमा जायसवाल के साथ शिक्षा मित्रों के प्रतिनिधिमंडल की भेंट अपना रंग दिखा गई। करीब तीन घंटे की इस बैठक के बाद शिक्षा मित्रों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आश्वासन के बाद अपना अंदोलन एक हफ्ते तक के लिए स्थगित कर दिया। मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद अब शिक्षा मित्र कल से स्कूल जाकर अपना काम करेंगे। मुख्यमंत्री योगी ने इनके प्रतिनिधिमंडल से कहा कि वह इस बाबत प्रस्ताव लाने की कोशिश करेंगे। शिक्षा मित्रों का आंदोलन मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद स्थगित कर दिया गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इनको आंदोलन खत्म करने का सुझाव दिया था। सीएम ने इनसे पठन पाठन का काम शुरु करने को कहा है। इस बात पर शिक्षा मित्र राजी हो गए हैं। इन सभी ने प्रदेश में चल रहा आंदोलन एक हफ्ते के लिए टाल दिया है।
शिक्षा मित्र कल से स्कूलों में बच्चों को पढाने का काम शुरू कर देंगे। इन सभी ने एक हफ्ते के लिए प्रदर्शन तथा आंदोलन को टाल दिया है। इन्होंने कहा कि अगर एक हफ्ते में भी कोई ठोस नीति नहीं बनी तो प्रदेश में फिर बड़ा आंदोलन शुरू होगा।
इनके बेसिक शिक्षा मंत्री अनुपमा जयसवाल ने भी समय मांगा है। अब प्रस्ताव तैयार करने के बाद उसको कैबिनेट में लाने की तैयारी है। आदर्श समायोजित शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेंद्र शाही ने कहा कि सरकार पर हमको भरोसा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ आज शिक्षा मित्रों के प्रतिनिधिमंडल ने भेंट की। इस भेंट से पहले माना जा रहा था मुख्यमंत्री इनको थोड़ी राहत देने का फैसला भी ले सकते हैं। भेंट के बाद अनुपमा जायसवाल ने कहा कि शिक्षा मित्रों को हम हफ्ता या फिर पंद्रह दिन में कोई न कोई अच्छी खबर जरूर देंगे। इनके मामले में सरकार कोई न कोई रास्ता जरूर निकालेगी। इनको कोई भी गलत कदम उठाने की जरूरत नहीं है। इससे पहले शिक्षामित्रों का एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके कार्यालय, लाल बहादुर शास्त्री भवन (एनेक्सी) में भेंट की। यह मुलाकात करीब तीन घंटे तक चली थी।
गौरतलब है कि प्रदेश में शिक्षा मित्र बीते पांच दिन से जगह जगह पर काफी आंदोलन कर रहे हैं। उधर लखनऊ में आज बीटीसी प्रशिक्षित अभ्यर्थियों ने भी विधान भवन के सामने भाजपा कार्यालय के घेराव किया। उनको पुलिस ने लाठियां भांजकर वहां से भगाया।
गौरतलब है कि प्रदेश में शिक्षा मित्र बीते पांच दिन से जगह जगह पर काफी आंदोलन कर रहे हैं। उधर लखनऊ में आज बीटीसी प्रशिक्षित अभ्यर्थियों ने भी विधान भवन के सामने भाजपा कार्यालय के घेराव किया। उनको पुलिस ने लाठियां भांजकर वहां से भगाया।
25 जुलाई को देश की सर्वोच्च अदालत ने प्रदेश में शिक्षा मित्रों के समायोजन को लेकर अहम फैसला सुनाया था, लेकिन प्रदेश के करीब 1.72 लाख शिक्षामित्रों को सुप्रीम कोर्ट का फैसला रास नहीं आया। जिसे लेकर अब तक कई बार शिक्षामित्रों द्वारा प्रदर्शन आदि किया जा चुका है।
12 सिंतबर 2015 को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उत्तर प्रदेश के करीब 1.72 लाख शिक्षामित्रों का सहायक शिक्षक के तौर पर समायोजन को निरस्त कर दिया था।इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी।
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