प्रदेश के राजकीय इंटर कॉलेज में एलटी ग्रेड शिक्षकों की भर्ती की लिखित
परीक्षा के लिए लोक सेवा आयोग पाठ्यक्रम तैयार करा रहा है। आयोग में इन
दिनों इसके लिए कार्यशाला चल रही है।
जिसमें विभिन्न विषयों का पाठ्यक्रम तय करने के लिए इलाहाबाद विश्वविद्यालय समेत अन्य शैक्षिक संस्थानों के शिक्षक बतौर विशेषज्ञ शामिल हो रहे हैं।
पाठ्यक्रम तैयार होने के बाद आयोग इसे अनुमोदन के लिए शासन को भेजेगा। अनुमोदन मिलने के बाद विज्ञापन जारी कर भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी। आयोग की मंशा दिसंबर के अंत तक इस भर्ती का विज्ञापन जारी करने की है। शासन से आयोग को विभिन्न विषयों के एलटी ग्रेड शिक्षकों के 9892 पदों को अधियाचन मिल चुका है। अधियाचन मिलने के बाद भी पाठ्यक्रम तैयार करने की प्रक्रिया प्रारंभ की गई है। जानकारों का कहना है कि भर्ती प्रक्रिया शुरू होने तक पदों की संख्या में इजाफा हो सकता है।
पहली बार आयोग करेगा भर्ती
राजकीय इंटर कॉलेजों में कक्षा छह से दस तक के विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए नियुक्त होने वाले एलटी ग्रेड शिक्षकों (सहायक अध्यापक) की भर्ती पहली बार लोक सेवा आयोग करेगा। वह भी लिखित परीक्षा के माध्यम से। अभी तक यह भर्ती एकेडमिक मेरिट पर होती थी। पहले भर्ती का जिम्मा संयुक्त शिक्षा निदेशक माध्यमिक के पास था। सपा शासनकाल में यह जिम्मा अपर निदेशक माध्यमिक को सौंप दिया गया था। अपर निदेशक की ओर से विज्ञापन जारी कर 26 दिसंबर 2016 से 26 जनवरी 2017 तक इसके लिए आवेदन लिए गए थे। इसके लिए 5.25 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था।
आवेदकों की संख्या में होगा इजाफा
आयोग इस भर्ती के लिए नए सिरे से आवेदन लेगा। माना जा रहा है कि आयोग द्वारा भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के बाद आवेदकों की संख्या में इजाफा होगा क्योंकि जनवरी 2017 से जनवरी 2018 के बीच बीएड डिग्रीधारकों की संख्या बढ़ेगी। इस भर्ती में एक पेंच उन ओवरएज आवेदकों को लेकर आ सकता है, जो पूर्व में आवेदन कर चुके हैं और आयोग द्वारा भर्ती प्रक्रिया शुरू करने तक अधिकतम आयु सीमा को पार कर जाएंगे।
फर्जी नियुक्ति की मिली थी शिकायत
एलटी ग्रेड शिक्षकों की पूर्व की भर्तियों में धांधली और फर्जी अभिलेख लगाकर नौकरी पाने की ढेरों शिकायतें सामने आईं थीं। इसी भर्ती में शैक्षिक अभिलेख को बदलने का मामला भी उजागर हुआ था। यही वजह थी कि प्रतियोगी छात्रों की ओर से इस भर्ती को एकेडमिक मेरिट के बजाए लिखित परीक्षा के माध्यम से कराने की मांग की जा रही थी। सूबे में भाजपा की सरकार बनने के बाद प्रतियोगियों की मांग पर लिखित परीक्षा के जरिए चयन की व्यवस्था बनीं और यह जिम्मा लोक सेवा आयोग को सौंपा गया।
लोक सेवा आयोग के सचिव जगदीश ने कहा एलटी ग्रेड भर्ती का पाठ्यक्रम तैयार करने के लिए कार्यशालाएं चल रही हैं। हमारी कोशिश है कि पाठ्यक्रम जल्द से जल्द तैयार हो ताकि शासन से मंजूरी लेकर 9892 पदों के लिए चयन प्रक्रिया शुरू की जा सके। पदों की संख्या के लिहाज से आयोग की यह सबसे बड़ी भर्ती होगी।
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
जिसमें विभिन्न विषयों का पाठ्यक्रम तय करने के लिए इलाहाबाद विश्वविद्यालय समेत अन्य शैक्षिक संस्थानों के शिक्षक बतौर विशेषज्ञ शामिल हो रहे हैं।
पाठ्यक्रम तैयार होने के बाद आयोग इसे अनुमोदन के लिए शासन को भेजेगा। अनुमोदन मिलने के बाद विज्ञापन जारी कर भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी। आयोग की मंशा दिसंबर के अंत तक इस भर्ती का विज्ञापन जारी करने की है। शासन से आयोग को विभिन्न विषयों के एलटी ग्रेड शिक्षकों के 9892 पदों को अधियाचन मिल चुका है। अधियाचन मिलने के बाद भी पाठ्यक्रम तैयार करने की प्रक्रिया प्रारंभ की गई है। जानकारों का कहना है कि भर्ती प्रक्रिया शुरू होने तक पदों की संख्या में इजाफा हो सकता है।
पहली बार आयोग करेगा भर्ती
राजकीय इंटर कॉलेजों में कक्षा छह से दस तक के विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए नियुक्त होने वाले एलटी ग्रेड शिक्षकों (सहायक अध्यापक) की भर्ती पहली बार लोक सेवा आयोग करेगा। वह भी लिखित परीक्षा के माध्यम से। अभी तक यह भर्ती एकेडमिक मेरिट पर होती थी। पहले भर्ती का जिम्मा संयुक्त शिक्षा निदेशक माध्यमिक के पास था। सपा शासनकाल में यह जिम्मा अपर निदेशक माध्यमिक को सौंप दिया गया था। अपर निदेशक की ओर से विज्ञापन जारी कर 26 दिसंबर 2016 से 26 जनवरी 2017 तक इसके लिए आवेदन लिए गए थे। इसके लिए 5.25 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था।
आवेदकों की संख्या में होगा इजाफा
आयोग इस भर्ती के लिए नए सिरे से आवेदन लेगा। माना जा रहा है कि आयोग द्वारा भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के बाद आवेदकों की संख्या में इजाफा होगा क्योंकि जनवरी 2017 से जनवरी 2018 के बीच बीएड डिग्रीधारकों की संख्या बढ़ेगी। इस भर्ती में एक पेंच उन ओवरएज आवेदकों को लेकर आ सकता है, जो पूर्व में आवेदन कर चुके हैं और आयोग द्वारा भर्ती प्रक्रिया शुरू करने तक अधिकतम आयु सीमा को पार कर जाएंगे।
फर्जी नियुक्ति की मिली थी शिकायत
एलटी ग्रेड शिक्षकों की पूर्व की भर्तियों में धांधली और फर्जी अभिलेख लगाकर नौकरी पाने की ढेरों शिकायतें सामने आईं थीं। इसी भर्ती में शैक्षिक अभिलेख को बदलने का मामला भी उजागर हुआ था। यही वजह थी कि प्रतियोगी छात्रों की ओर से इस भर्ती को एकेडमिक मेरिट के बजाए लिखित परीक्षा के माध्यम से कराने की मांग की जा रही थी। सूबे में भाजपा की सरकार बनने के बाद प्रतियोगियों की मांग पर लिखित परीक्षा के जरिए चयन की व्यवस्था बनीं और यह जिम्मा लोक सेवा आयोग को सौंपा गया।
लोक सेवा आयोग के सचिव जगदीश ने कहा एलटी ग्रेड भर्ती का पाठ्यक्रम तैयार करने के लिए कार्यशालाएं चल रही हैं। हमारी कोशिश है कि पाठ्यक्रम जल्द से जल्द तैयार हो ताकि शासन से मंजूरी लेकर 9892 पदों के लिए चयन प्रक्रिया शुरू की जा सके। पदों की संख्या के लिहाज से आयोग की यह सबसे बड़ी भर्ती होगी।
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines