NCTE को घेरा जाए कि क्यों उसने अलग अलग हलफनामा लगाया हइकोर्ट में और सुप्रीम कोर्ट में

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सभी ग्रुप के सदस्यों को स्नेह वंदन
मित्रों बहुत ही विपरीत परिस्थितियों के बावजूद कुछ लोग सरकार की तरफदारी क्यों कर रहे ये चिंतन का विषय है

कुछ बडे भाई कह रहे हैं कि सरकार बड़े पैमाने पर बीएड वालों का भला करने जा रही है उनसे सिर्फ एक सवाल है मेरा की भाई जो सरकार बिना कुछ किये हल्ला मचाती हो वो हमारे काम को गुप्त तरीके से क्यों कर रही है क्या हम दुश्मन देश से हैं जो सर्जिकल स्ट्राइक की तैयारी हो रही है
कल शाम एक पारिवारिक भोज में सचिव सिन्हा जी से मुलाकात हुई तो अपने क्षेत्रीय विधायक और कैबिनेट मंत्री मोती सिंह जी के माध्यम से जानकारी चाही तो सिन्हा जी का स्पस्ट जवाब था कि बीएड वाले तो नेता हैं जाएं सरकार से लें हम क्या कर सकते हैं।पुनः उनसे कोर्ट के अंतरिम आदेशो जैसे 24 फरवरी व 90/105 के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सब बीएड वालों की मन की उपज है कोर्ट ने बचे हुए पदों को भरने की बात की है जो 72825 में शेष हैं बाकी है
नए विज्ञापन पर पूछने पर उनका जवाब था कि सरकार चाहे तो कर सकती है हमें बीएड वालों से दुश्मनी थोड़े ही है सरकार के ऊपर है सब
मुझे मेरे सारे जवाब मिल गए और हक़ीक़त भी पता चल गई कि आखिर क्यों हम अपनी नौकरी और सम्मान से अभी तक दूर हैं
भाइयों और बहनों अब भी वक़्त है एक होकर सरकार से सिर्फ नए विज्ञापन पर भर्ती की मांग करें
इसके अतिरिक्त कुछ नही है
मेरा सभी नई ऐड समर्थक नेताओ से निवेदन है कि सब साथ होकर सरकार का विरोध न करते हो शान्ति पूर्ण आंदोलन कर नए विज्ञापन पर भर्ती की मांग करें

इस पोस्ट में भी कमी है ।चुकी 15वे संसोधन को सुप्रीम कोर्ट ने सही माना है तो सरकार हमसे जीत चुकी है।इसीलिए मांग ये होनी चाहिए कि 15वा अगर सुप्रीम कोर्ट से जीत गया है तो सरकार 7/12/12 के विग्यापन के तहत भर्ती शुरू करे।

और
ncte को घेरा जाए कि क्यों उसने अलग अलग हलफनामा लगाया हइकोर्ट में और सुप्रीम कोर्ट में।
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