GORAKHPUR: पढ़ने की चाहत, लेकिन किताबें नहीं। कुछ
सी2ाने का जुनून, लेकिन टीचर नहीं। कुछ कर दि2ाने की चाह, लेकिन कोई
व्यवस्था नहीं। यह हाल है गोर2ापुर शहर के राजकीय स्पर्श इंटर कॉलेज का,
जहां पहले से ही कुदरत की मार झेल रहे मासूमों को अब यहां के जि6मेदारों का
सितम झेलना पड़ रहा है।
स्कूल में बच्चे तो रोज वक्त से 1लास में पहुंच जा रहे हैं, लेकिन यहां पर टीचर्स का कोई पता नहीं है। क5ाी उनका मन चाहा, तो आकर इन्हें पढ़ा दिया, वरना अ1सर यह 2ाुद ही टीचर होते हैं तो 2ाुद ही स्टूडेंट, जो कुछ सी2ा सके सी2ा और दिन पूरा हो गया। वहीं जिन्हें इनको सी2ाने के लिए सरकार जिन्हें पैसा दे रही है, वह मौज करने में लगे हुए हैं। स्कूल की हकीकत पर2ाने के लिए जब दैनिक जागरण आई ने1स्ट की टीम मौके पर पहुंची, तो हकीकत सामने आई.
अब बच्चों में 5ाी नहीं इंटरेस्ट
राजकीय स्पर्श इंटर कॉलेज में सुबह 11 बजे टीम पहुंची तो वहां अजब ही नजारा दे2ाने को मिला। इस दौरान सिर्फ तीन 1लासेज चल रही थी। बच्चे तो 1लासेज में पहुंच जा रहे हैं, लेकिन शिक्षकों का पता नहीं है। गुरुवार को एक से 12 तक की 1लासेज में महज सेकेंड फि3थ और एर्थ की ही 1लासेज चल रही थीं। इन 1लासेज में बच्चे तो थे लेकिन टीचर्स का पता ही नहीं था। बच्चों की मानें तो टीचर्स यहां पढ़ाने के लिए क5ाी- क5ार ही आते हैं.
धूप में चल रही थी प्राइमरी की 1लास
कॉलेज के पिछले हिस्से में फर्स्ट से फि3थ तक की 1लासेज कंड1ट होती हैं। यहां सिर्फ दो 1लासेज ही चल रही थी। धूप में ही स5ाी 1लास के बच्चे बैठे हुए थे, इसमें 1लास सेकेंड और फि3थ के बच्चों को टीचर्स पढ़ा रहे थे, वहीं बाकी 1लासेज के स्टूडेंट्स आपस में गु3तगू करने में व्यस्त थे। स्टूडेंट्स की मानें तो किताबों व शैक्षिक उपकरणों के साथ वह शिक्षकों का इंतजार कर रहे हैं।
ह3ते में सिर्फ दो दिन पढ़ाई
यहां 1लास 8 के अलावा स5ाी 1लासेज में एक- दो स्टूडेंट्स ही मौजूद थे। टीचर्स को कुछ अता- पता नहीं था। स्टूडेंट्स की मानें तो यहां ह3ते में सिर्फ एक- दो दिन ही पढ़ाई होती है। ज्यादातर के पास किताब 5ाी नहीं थी। बच्चों की शिक्षा के लिए जरूरी स्टाइलस व टेलरफ्रेम की 5ाी कमी है। कॉलेज में 19 टीचर्स के बाद 5ाी संगीत के शिक्षक नहीं हैं। जबकि प्रै1िटकल एग्जाम नजदीक आ रहे हैं। कॉलेज इस समय 9:50 से 3:30 तक चल रहा है। बाहरी 26 व हास्टल के 97 सहित कुल 123 बच्चे कालेज में पढ़ रहे हैं।
कॉलेज के पांच टीचर्स को कुछ अन्य संस्थाओं के प्र5ार दिए गए हैं। इनके संबंध में ल2ानऊ में मीटिंग के लिए शिक्षक ल2ानऊ आए हुए हैं। इसी वजह से अ1सर 1लास 2ाली थीं.
- हरीशचंद्र शु1ला, प्रिंसिपल, राजकीय स्पर्श इंटर कॉलेज
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स्कूल में बच्चे तो रोज वक्त से 1लास में पहुंच जा रहे हैं, लेकिन यहां पर टीचर्स का कोई पता नहीं है। क5ाी उनका मन चाहा, तो आकर इन्हें पढ़ा दिया, वरना अ1सर यह 2ाुद ही टीचर होते हैं तो 2ाुद ही स्टूडेंट, जो कुछ सी2ा सके सी2ा और दिन पूरा हो गया। वहीं जिन्हें इनको सी2ाने के लिए सरकार जिन्हें पैसा दे रही है, वह मौज करने में लगे हुए हैं। स्कूल की हकीकत पर2ाने के लिए जब दैनिक जागरण आई ने1स्ट की टीम मौके पर पहुंची, तो हकीकत सामने आई.
अब बच्चों में 5ाी नहीं इंटरेस्ट
राजकीय स्पर्श इंटर कॉलेज में सुबह 11 बजे टीम पहुंची तो वहां अजब ही नजारा दे2ाने को मिला। इस दौरान सिर्फ तीन 1लासेज चल रही थी। बच्चे तो 1लासेज में पहुंच जा रहे हैं, लेकिन शिक्षकों का पता नहीं है। गुरुवार को एक से 12 तक की 1लासेज में महज सेकेंड फि3थ और एर्थ की ही 1लासेज चल रही थीं। इन 1लासेज में बच्चे तो थे लेकिन टीचर्स का पता ही नहीं था। बच्चों की मानें तो टीचर्स यहां पढ़ाने के लिए क5ाी- क5ार ही आते हैं.
धूप में चल रही थी प्राइमरी की 1लास
कॉलेज के पिछले हिस्से में फर्स्ट से फि3थ तक की 1लासेज कंड1ट होती हैं। यहां सिर्फ दो 1लासेज ही चल रही थी। धूप में ही स5ाी 1लास के बच्चे बैठे हुए थे, इसमें 1लास सेकेंड और फि3थ के बच्चों को टीचर्स पढ़ा रहे थे, वहीं बाकी 1लासेज के स्टूडेंट्स आपस में गु3तगू करने में व्यस्त थे। स्टूडेंट्स की मानें तो किताबों व शैक्षिक उपकरणों के साथ वह शिक्षकों का इंतजार कर रहे हैं।
ह3ते में सिर्फ दो दिन पढ़ाई
यहां 1लास 8 के अलावा स5ाी 1लासेज में एक- दो स्टूडेंट्स ही मौजूद थे। टीचर्स को कुछ अता- पता नहीं था। स्टूडेंट्स की मानें तो यहां ह3ते में सिर्फ एक- दो दिन ही पढ़ाई होती है। ज्यादातर के पास किताब 5ाी नहीं थी। बच्चों की शिक्षा के लिए जरूरी स्टाइलस व टेलरफ्रेम की 5ाी कमी है। कॉलेज में 19 टीचर्स के बाद 5ाी संगीत के शिक्षक नहीं हैं। जबकि प्रै1िटकल एग्जाम नजदीक आ रहे हैं। कॉलेज इस समय 9:50 से 3:30 तक चल रहा है। बाहरी 26 व हास्टल के 97 सहित कुल 123 बच्चे कालेज में पढ़ रहे हैं।
कॉलेज के पांच टीचर्स को कुछ अन्य संस्थाओं के प्र5ार दिए गए हैं। इनके संबंध में ल2ानऊ में मीटिंग के लिए शिक्षक ल2ानऊ आए हुए हैं। इसी वजह से अ1सर 1लास 2ाली थीं.
- हरीशचंद्र शु1ला, प्रिंसिपल, राजकीय स्पर्श इंटर कॉलेज
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