वेद प्रकाश गौतम/बृजवासी
मथुरा। शिक्षक भर्ती घोटाला खुलने के बाद इस गोरखधंधे में लगे
भर्ती माफियाअेां में जूतम-पैजार शुरू हो गई है। इधर जिन अभ्यर्थियों की
नियुक्तियां रदद हो गई है उन्होंने बतौर रिश्वत दिया अपना रूपया मांगना
शुरू कर दिया है।
बताया गया कि भर्ती के नाम पर माफियाअेां ने एक-एक अभ्यर्थी से १५-२० लाख रूपया लिया था।
शिक्षकों की भर्ती में एक गिरोह कार्य कर रहा था जिसकी
सांठगांठ अफसरों और कर्मचारियों से भी थी। भर्ती के लिए एक-एक अभ्यर्थी से
१५ से २० लाख रूपया लिया गया। इसमें फर्जी सर्टिफिकेट बनवाने, नौकरी
दिलाने तक का ठेका था। घोटाला खुला तो 35 शिक्षकों की नियुक्तियां रद्द हो
गई। अब ये अभ्यर्थी अपना दिया हुआ रूपया वापस मांग रहे है। इस बात की प्रबल
संभावना है कि अगर इन अभ्यर्थियों को उनका रूपया वापस नहीं मिला तो वो
घोटालेबाजों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दें।