- ➡ स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों की होगी मूल्यांकन परीक्षा
- ➡ शिक्षक पात्रता परीक्षा के बाद ही, सरकार द्वारा प्रमोशन का लिया जा चुका निर्णय
- ➡ खराब शिक्षा व्यवस्था के चलते सरकार पर उठ रहे सवाल
- ➡ सरकार जल्द ही ले सकती है, प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों की परीक्षा
लखनऊ।।सरकार ने परिषदीय स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों की परीक्षा कराने
संबंधी किया विचार विमर्श। 68500 अध्यापक भर्ती के बाद हो सकती है पुराने
शिक्षकों की परीक्षा। शिक्षक पात्रता परीक्षा के बाद प्रमोशन के निर्णय के
बाद अब शिक्षा की गुणवत्ता बनाए रखने के उद्देश्य से सरकार जल्द ले सकती है
फैसला।
उत्तर प्रदेश सरकार शिक्षा अधिकार एक्ट के कानून का बखूबी पालन करने के मूड
में है। सरकार का मानना है कि जब तक स्कूलों में योग्य शिक्षक नही होंगे
तब तक शिक्षा गुणवत्ता में सुधार हो पाना मुश्किल है। 1 लाख 68 हजार लगभग
शिक्षामित्रों का समायोजन रद्द कर दिया गया। स्कूलों में शिक्षकों की कमी
पर चिंता व्यक्त कर रही सरकार जल्द ही 68500 बीटीसी, शिक्षक पात्रता
परीक्षा पास होने वालों को शिक्षक का पद प्रदान करेगी। वर्तमान समय स्कूलों
की शिक्षा व्यवस्था चौपट होने की कगार पर पहुँच गई है। जिसका कारण योग्य
शिक्षकों का होना माना जा रहा है। इसी को लेकर 68500 शिक्षकों की भर्ती के
बाद सरकार अब परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों की परीक्षा करा सकती
है। जिनके लिए शासन स्तर पर मंथन चल रहा है। ज्ञात हो पहले यह परीक्षा
मार्च में हो जानी थी लेकिन 68500 भर्ती परीक्षा न हो पाने के कारण विलम्ब
होना बताया जा रहा है।
उधर संगठन पदाधिकारियों का कहना है कि यदि ऐसा हुआ तो हम इसका विरोध करेंगे
और शिक्षक हित में ऐसा काम नहीं होने देंगे जिससे शिक्षक की प्रतिष्ठा
ख़राब हो.