एनबीटी ब्यूरो, लखनऊ : बेसिक शिक्षा विभाग में पांच हजार से ज्यादा
शिक्षकों की नौकरियां खतरे में हैं। आशंका जताई जा रही है कि बड़े पैमाने
पर शिक्षक फर्जी दस्तावेजों के सहारे वर्षों से नौकरी कर रहे हैं।
एसटीएफ
के पास लगातार फर्जी दस्तावेजों और दूसरे के नाम पर नौकरी कर रहे शिक्षकों
की सूचनाएं आ रही हैं। इसके साथ ही जिला स्तर पर बनी समितियां भी फर्जी
शिक्षकों को चिह्नित करने का काम कर रही हैं। मथुरा, सीतापुर और आंबेडकर
नगर में एसटीएफ की कार्रवाई के बाद फर्जी शिक्षकों में हड़कंप मच गया है।
पकड़े जाने के डर से वे इस्तीफा दे रहे हैं, अपने पैन नंबर बदलवा रहे हैं।
एसटीएफ ने बेसिक शिक्षा विभाग से ऐसे शिक्षकों की सूची मांगी है जिन्होंने
बीते दिनों में प्रार्थना पत्र देकर अपने पैन नंबर बदलवाए हैं और प्रमाण
पत्रों की द्वितीय प्रति दी है।
सीतापुर और आंबेडकर नगर में दूसरे
के नाम पर नौकरी कर रहे सगे भाईयों शत्रुघन व रामानन्द का फर्जीवाड़ा उनके
द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे पैन नंबर के चलते ही हुआ है। दरअसल इन दोनों ने
नौकरी के लिए जिनके दस्तावेजों का इस्तेमाल किया था उनका ही पैन नंबर इनके
सैलरी अकाउंट में भी इस्तेमाल हो रहा था। जब असली दस्तावेज वाले अपना
रिटर्न भरने गए तो उन्हें पता चला कि उनकी आय दोगुनी दर्ज है। तब उन लोगों
ने पता किया तो खुलासा हुआ कि सीतापुर और आंबेडकर नगर में उनके नाम से ही
दो लोग नौकरी कर रहे हैं। तब मामला एसटीएफ तक पहुंचा और दोनों पकड़े गए।
दे दिया इस्तीफा, बदलने लगे पैन नंबर
सीतापुर
में शत्रुघन की गिरफ्तारी के बाद बलरामपुर में एक शिक्षक ने इस्तीफा दे
दिया और एक को बर्खास्त कर दिया गया। वहीं सीतापुर समेत कुछ जिलों में
शिक्षकों ने अपने पुराने पैन नंबर को गलत बताते हुए नया पैन नंबर देने के
लिए आवेदन किए हैं। एसटीएफ को 20 से ज्यादा ऐसे शिक्षकों की सूचना मिली है
जो शत्रुघन व रामानन्द की तरह ही दूसरे के नाम पर नौकरी कर रहे हैं।
बहरेपन का प्रमाण पत्र लगाने वालों की भी हो जांच
सूत्रों
के मुताबिक शिक्षक भर्ती में बड़े पैमाने पर फर्जी विकलांगता प्रमाण पत्र
लगाकर नौकरी पाई गई है। खासतौर से बहरेपन का प्रमाण पत्र लगाकर। एसटीएफ की
टीम गुपचुप तरीके से इसकी भी पड़ताल कर रही है। ये आंकड़ा जुटाया जा रहा है
कि ऐसे कितने लोग हैं जिन्होंने बहरेपन का विकलांगता प्रमाण पत्र लगाया
है।
हर जिले में 50 से ज्यादा फर्जी शिक्षक का अनुमान
शिक्षकों
के फर्जीवाड़े की पड़ताल कर रही एसटीएफ को अनुमान है कि हर जिले में औसतन
50 से ज्यादा फर्जी शिक्षक हैं। अकेले मथुरा में ही 150 संदिग्ध शिक्षकों
की सूची एसटीएफ के हाथ लगी थी। कौशांबी में भी 23 शिक्षकों को बर्खास्त
किया गया था। उधर, सीबीआई ने भी कासगंज व गाजियाबाद में चल रहे दो फर्जी
बोर्ड के मामले में एफआईआर दर्ज की हैं। उसमें भी आशंका जताई गई है कि इन
फर्जी बोर्ड के प्रमाण पत्र लगाकर बड़े पैमाने पर यूपी व एमपी में शिक्षक
की नौकरी पाई गई हैं।
एक माह में भी सूची तैयार नहीं कर पाईं जिले की कमिटी
विधानसभा
समिति के निर्देश पर फर्जी शिक्षकों की जांच के लिए हर जिले में एडीएम,
एएसपी और शिक्षा विभाग के मंडलीय स्तर के अधिकारी की जांच समितियां बनाई गई
हैं। इन्हें एक माह के अंदर फर्जी शिक्षकों को चिह्नित कर अपर मुख्य सचिव
बेसिक शिक्षा को रिपोर्ट सौंपनी थी, लेकिन ये अभी तक अपनी रिपोर्ट नहीं दे
पाई हैं।
Information on UPTET Exam , Results , UPTET Admit Cards , 69000 Shikshak Bharti , Counselling , Niyukti Patra for UP Teachers & other related information
Ads Section
Follow Us
- ख़बरें अब तक
- सरकारी नौकरी
- Big Breaking News :सुप्रीमकोर्ट , शिक्षामित्र केस
- UPTET Merit / Counseling / Appointment
- rss
- MNP
- Online Bill Payment
- Online Booking
- Plan Change
- Registration / Payment Process for Landline
- SMS & Voice Calls
- Unlimited Calls
- Unlimited Internet Plan
- VAS services
- WiFi Hotspots
Breaking Posts
Breaking News
- Breaking News : शिक्षा विभाग की हॉट खबरें : बेसिक शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा की ताज़ा खबरें
- समायोजन शासनादेश हुआ जारी : 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती Latest News
- माननीय सुप्रीम कोर्ट ने शिक्षा मित्रों पर निम्न आदेश पारित किया था : जानिए क्या कहा था सुप्रीमकोर्ट ने
- शिक्षकों के तबादले 20 मई के बाद : तैयारियां तेज, 20 जून तक पूरी की जायेगी तबादलों की प्रक्रिया : 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती Latest News
- टी ई टी संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्षों और प्रतिनिधियों के नाम और मोबाईल नंबर : 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती Latest News
Top Post Ad
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment