कल हाइकोर्ट में 10:15 से सुनवायी स्टार्ट हुयी। सर्वप्रथम अधिवक्ता जनरल सी.बी.यादव ने ट्रेनिंग के मुद्दे
से शुरूआत की परंतु सीजे साहब को वो सहमत नहज कर सके सीजे साहब ने यह कहते हुये untrained in service teacher are regular oppointies but shichsha mitra are not.ख़ारिज कर दिया।
सीजे साहब ने विग्यापन के नियमो पे सरकारी
अधिवक्ता को उलझा कर रख दिया जिसका कोई भी
जवाब उनके पास नहीं था।
***सी.बी.यादव ने पुनःअध्यापक सेवा नियमावली से
अपना रास्ता निकालना चाहा और 1981 का जिक्र
किया पर सीजे साहब की टिप्पड़ी **अध्यापक सेवा
नियमावली स्थायी नियुक्ति हेतु है न की शिक्षा
मित्रों केलिये।सी.बी.यादव के पास कोई जवाब नहीं
था सिवाय हाँथ मलने के।
***सरकारी अधिवक्ता ने पुनः चाल चली की ncteने
ट्रेनिंग की छूट दे रखी है पर एक बार पुनः सीजे साहब ने
यह कहते हुए मजा लिया गर ncte ने छूट दी तो 16 का
क्यों।व ncte act2001 के अनुसार भी अवैध हैं।
***12 pm के लगभग राधा कान्त ओझा जी शिक्षा
मित्रों की तरफ से बहस ले आये।व अपने अंदाजे बयां से
कोर्ट में बीएड को प्राथमिक के दायरे से बाहर की
वकालत की तथा शिक्षा मित्रों के 14 वर्ष की सेवा
का हवाला दिया।
***ओझा जी ..अगर शिक्षा मित्र संविदा शिक्षक
नहीं तो 11 वर्ष पहले क्यों आवाज़ नहीं उठायी गयी
आज ही क्यों जब सहायक अध्यापक बनगए हैं।ओझा जी
लगातार कोर्ट पर दबाव बनाने की कोशिश करते रहे पर
आज जैसे सीजे साहब पहले ही सोंच कर आये हों की बहस
के प्र्तुतर में हम ही काट करेंगे।
***करीब 1:15 pm पे 12A पे बहस सुरु हुई जो ncte की
नियमावली में 23 अगस्त 2010 के पूर्व नियुक्त लोगों को
ही टेट से छूट के सम्बन्ध में है।
***टेट से छूट के सन्दर्भ में सीजे साहब ने ये कहते हुये सभी
तर्क ख़ारिज कर दिये जब****(इनकी समस्त
क्वालिफिकेशन ही ncteके नियम विरुद्ध है तो कैसे टेट में
बैठने की अनुमति देदीजाये।
***एच.आर.मिश्रा जी ने भी टेट छूट को कई बार कोर्ट
को गुमराह करने का व्यर्थ प्रयास किये पर साथियों
सीजे साहब आज अपने कैरियर के सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में थे
जोरदार हिट पे हिट मारते गए व शिक्षा मित्रों के
अरमानों पे पानी फेरते गये।
******************************
साथियों आज कोर्ट में केवल सीजे साहब के तीर चले व
शिकार हुये सी.बी.यादव।राधाकान्त ओझा ।किसी
अन्य अड्वो को बोलने की आवश्यकता ही नहीं महसूस
हुई।
सुप्रीमकोर्ट के दीपक मिश्रा की ही भांति चंद्रचूर्ण
साहब ने ही मोर्चा संभाल रखा था।
कल सम्भवतःनिर्णय पे कोर्ट अग्रसर हो जाये।
***जय हिन्द जय भारत
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
से शुरूआत की परंतु सीजे साहब को वो सहमत नहज कर सके सीजे साहब ने यह कहते हुये untrained in service teacher are regular oppointies but shichsha mitra are not.ख़ारिज कर दिया।
सीजे साहब ने विग्यापन के नियमो पे सरकारी
अधिवक्ता को उलझा कर रख दिया जिसका कोई भी
जवाब उनके पास नहीं था।
***सी.बी.यादव ने पुनःअध्यापक सेवा नियमावली से
अपना रास्ता निकालना चाहा और 1981 का जिक्र
किया पर सीजे साहब की टिप्पड़ी **अध्यापक सेवा
नियमावली स्थायी नियुक्ति हेतु है न की शिक्षा
मित्रों केलिये।सी.बी.यादव के पास कोई जवाब नहीं
था सिवाय हाँथ मलने के।
***सरकारी अधिवक्ता ने पुनः चाल चली की ncteने
ट्रेनिंग की छूट दे रखी है पर एक बार पुनः सीजे साहब ने
यह कहते हुए मजा लिया गर ncte ने छूट दी तो 16 का
क्यों।व ncte act2001 के अनुसार भी अवैध हैं।
***12 pm के लगभग राधा कान्त ओझा जी शिक्षा
मित्रों की तरफ से बहस ले आये।व अपने अंदाजे बयां से
कोर्ट में बीएड को प्राथमिक के दायरे से बाहर की
वकालत की तथा शिक्षा मित्रों के 14 वर्ष की सेवा
का हवाला दिया।
***ओझा जी ..अगर शिक्षा मित्र संविदा शिक्षक
नहीं तो 11 वर्ष पहले क्यों आवाज़ नहीं उठायी गयी
आज ही क्यों जब सहायक अध्यापक बनगए हैं।ओझा जी
लगातार कोर्ट पर दबाव बनाने की कोशिश करते रहे पर
आज जैसे सीजे साहब पहले ही सोंच कर आये हों की बहस
के प्र्तुतर में हम ही काट करेंगे।
***करीब 1:15 pm पे 12A पे बहस सुरु हुई जो ncte की
नियमावली में 23 अगस्त 2010 के पूर्व नियुक्त लोगों को
ही टेट से छूट के सम्बन्ध में है।
***टेट से छूट के सन्दर्भ में सीजे साहब ने ये कहते हुये सभी
तर्क ख़ारिज कर दिये जब****(इनकी समस्त
क्वालिफिकेशन ही ncteके नियम विरुद्ध है तो कैसे टेट में
बैठने की अनुमति देदीजाये।
***एच.आर.मिश्रा जी ने भी टेट छूट को कई बार कोर्ट
को गुमराह करने का व्यर्थ प्रयास किये पर साथियों
सीजे साहब आज अपने कैरियर के सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में थे
जोरदार हिट पे हिट मारते गए व शिक्षा मित्रों के
अरमानों पे पानी फेरते गये।
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साथियों आज कोर्ट में केवल सीजे साहब के तीर चले व
शिकार हुये सी.बी.यादव।राधाकान्त ओझा ।किसी
अन्य अड्वो को बोलने की आवश्यकता ही नहीं महसूस
हुई।
सुप्रीमकोर्ट के दीपक मिश्रा की ही भांति चंद्रचूर्ण
साहब ने ही मोर्चा संभाल रखा था।
कल सम्भवतःनिर्णय पे कोर्ट अग्रसर हो जाये।
***जय हिन्द जय भारत
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC