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समायोजन रद होने से भड़के शिक्षामित्रों का दिल्ली में 25 अगस्त से सत्याग्रह का एलान

लखनऊ : शिक्षक पद पर समायोजन रद किये जाने से आंदोलनरत शिक्षामित्रों ने अपनी आवाज बुलंद करने के लिए 25 अगस्त से नई दिल्ली में जंतर-मंतर पर सत्याग्रह करने का एलान किया है।
वहीं शुक्रवार को उत्तर प्रदेश कर्मचारी शिक्षक समन्वय समिति ने भी शिक्षामित्रों के आंदोलन को समर्थन देने का एलान किया है।

■ अन्ना हजारे से मिले, 25 से जंतर मंतर पर पहुंचेंगे
■ कर्मचारी शिक्षक समन्वय समिति ने भी दिया समर्थन

उप्र दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ के अध्यक्ष अनिल कुमार यादव ने बताया कि संगठन के प्रतिनिधिमंडल ने महाराष्ट्र के रालेगण सिद्धि जाकर अन्ना हजारे से मुलाकात की और उन्हें अपनी समस्या के बारे में बताया। बकौल यादव, अन्ना हजारे ने शिक्षामित्रों से सहानुभूति जताते हुए कहा है कि राज्य और केंद्र सरकार मिलकर समय रहते शिक्षामित्रों के बारे में उचित निर्णय ले नहीं तो देशव्यापी आंदोलन होगा। यादव ने कहा कि संगठन ने 25, 26 व 27 अगस्त को नई दिल्ली में जंतर मंतर पर सत्याग्रह की तैयारी की है जिसकी रूपरेखा के बारे में 21 अगस्त को बताया जाएगा।

उधर शुक्रवार को शिक्षक विधायक ओम प्रकाश शर्मा की अध्यक्षता में रायल होटल में उप्र कर्मचारी शिक्षक समन्वय समिति की बैठक हुई। समिति ने आंदोलन के दौरान 44 शिक्षामित्रों की मृत्यु पर शोक प्रस्ताव पारित किया। निर्णय किया कि यदि राज्य सरकार ने शिक्षामित्रों की मांगें नहीं मानीं तो समन्वय समिति उन्हें न्याय दिलाने के लिए उनके आंदोलन में शामिल होगी। शिक्षामित्र समान कार्य के लिए समान वेतन यानी शिक्षक की तनख्वाह दिये जाने की की मांग कर रहे हैं। समन्वय समिति के अध्यक्ष और उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा ने कहा कि हमने शिक्षामित्रों के मुद्दे को विधान परिषद में उठाया है और आगे भी उच्च सदन में इस लड़ाई को जारी रखेंगे। हालांकि बैठक में यह भी तय हुआ है कि शिक्षामित्र जो भी आंदोलन करेंगे, वह अहिंसात्मक होना चाहिए।

उधर शिक्षामित्रों को लेकर सरकार के सामने असमंजस की स्थिति बनी हुई है। मुख्यमंत्री के साथ बैठक के अलावा बेसिक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव राज प्रताप सिंह के साथ कई दौर की वार्ता के बाद भी कोई ऐसी सूरत नहीं निकली है जो शिक्षामित्रों को मंजूर हो। शिक्षामित्रों के कार्य बहिष्कार व आंदोलन से परिषदीय विद्यालयों में पठन-पाठन ठप होने से शासन की चिंता बढ़ गई है।

■  मांगों पर अड़े रहे शिक्षामित्र शिक्षा भवन पर प्रदर्शन
 लखनऊ : शिक्षामित्रों का गुस्सा शांत होता नहीं दिख रहा। अपर मुख्य सचिव से वार्ता विफल होने के बाद दोबारा शुरू हुआ आंदोलन शुक्रवार को भी जारी रहा। शिक्षामित्रों ने मांगे पूरी न होने पर प्रदेश व्यापी आंदोलन चलाने का एलान किया है। 1समायोजन निरस्त होने और अब तक शासन की ओर से कोई निर्णय न लिए जाने से नाराज शिक्षामित्र शुक्रवार सुबह दस बजे ही शिक्षा भवन पहुंच गए। दोपहर बारह बजे तक शिक्षामित्रों की संख्या पांच सौ से अधिक हो गई। शिक्षामित्रों ने बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के सामने नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि सरकार बिना टीईटी उन्हें नियुक्ति दे। शिक्षामित्रों ने मामले में प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप किए जाने की मांग की। प्रदर्शन में शामिल सुनील यादव, राजकुमार, रचना, मोनिका समेत तमाम शिक्षामित्रों का कहना था कि समायोजन रद होने की वजह से उनका भविष्य खतरे में है। वह बीते 16 साल से प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षण कार्य कर रहे हैं। ऐसे में अधिक उम्र होने के कारण उनके सामने और कोई विकल्प नहीं बचा। उन्होंने सरकार से इस विषय पर जल्द से जल्द सार्थक कदम उठाए जाने की मांग की।

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