योगी आदित्यनाथ से एक हफ्ते में दूसरी बार शिक्षामित्रों ने की मुलाकात, योगी ने दिया ये जवाब

लखनऊ. शिक्षामित्रों के प्रतिनिधिमंडल ने एक हफ्ते में दूसरी बार गुरुवार को सीएम से मुलाकात की। उनके सरकारी आवास 5 केडी पर संगठन की तरफ से एक मांग पत्र भी सीएम को सौंपा गया।
साथ ही शिक्षामित्रों की लटकी हुई मांगों को जल्द पूरा करने की मांग की। बता दें, सुप्रीम कोर्ट ने शिक्षामित्रों के मामले में सुनवाई करते हुए उनका समायोजन 23 जुलाई को रद्द कर दिया था। सीएम योगी ने ये कहा...

- योगी आदित्यनाथ ने शिक्षामित्रों की बातों को ध्यान से सुना। उन्होंने शिक्षामित्रों को शांतिपूर्ण तरीके से आगे भी स्कूलों में पढ़ाते रहने की बात कही।

- साथी ही कहा कि सरकार की उनके प्रति पूरी संवेदना है, लेकिन जल्दबाजी में कोई फैसला लेना सही नहीं होगा। सरकार हर पहलू पर विचार कर रही है।
- इस मुलाकात में 7 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में यूपी शिक्षामित्र संघ के प्रेसिडेंट जितेन्द्र शाही, जिलाध्यक्ष राम सागर मिश्रा, विश्वनाथ कुशवाहा समेत सात लोग शामिल रहे।

क्या कहते है शिक्षामित्र
- शिक्षामित्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष जीतेन्द्र शाही के मुताबिक, सीएम से सकरात्मक मुद्दों पर चर्चा हुई है। साथ ही शिक्षामित्रों के समायोजन रद्द होने के बाद उन्हें जल्द राहत देने के लिए सरकार कोई बीच का रास्ता जल्द निकाले की मांग की। कहीं नौकरी छोड़ने के लिए मजबूर न होना पड़े।

- इसपर सीएम से कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद से कई शिक्षामित्र नौकरी छोड़ने के बारे में सोच रहे है। क्योंकि 35 सौ रुपए मानदेय पर उनके लिए परिवार का खर्च चलाना मुश्किल होगा। हर सम्भव मदद का आश्वासन दिया है।
शिक्षामित्रों ने सीएम के सामने रखी ये मांगे
- गवर्नमेंट सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल करें।
- गवर्नमेंट, सदन में शिक्षामित्रों के समायोजन को लेकर नया आधिनियम पारित कराए।
- गवर्नमेंट, जस्टिस के यहां पर क्यूरेटिव पिटिशन दाखिल करें।
- मृतकों को मुआवजा दिया जाये।

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