आगरा के विश्व विध्यालय में बीएड के सत्र 2005 के फर्जी डिग्री मामले ने
ताजनगरी आगरा के विश्वविद्यालय का नाम पूरी तरह से बदनाम हो गया है। विश्व
विद्यालय से आगरा के आस पास ही नहीं बल्कि देश के कई अन्य प्रदेशों में
यहां से फर्जी डिग्रियां बनी है।
हालकी इस बीएड फर्जी बड़े का फर्दाफास तो हुआ है और उन फर्जी डिग्रियों से शिक्षक की नौकरी कर रहे फर्जी डिग्रीधारी शिक्षकों पर कार्यवाही का डंडा चलाना भी शुरू हो गया।
इसी क्रर्म में आगरा जनपद में ऐसे ही फर्जी डिग्री पर शिक्षक बन बैठे 234 शिक्षकों की पहचान भी हो गई है। अंबेडकर विश्व विद्यालय के बीएड सत्र 2005 की फर्जी डिग्री हासिल कर बेसिक शक्षिा विभाग में नौकरी पाने में कामयाब रहे। शक्षिकों की आगरा जनपद में पहचान का काम पूरा हो गया है। इन शक्षिकों की संख्या 234 है। इन फर्जी डिग्रीधारी शक्षिकों को नौकरी से निकाले जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। पहले चरण में उन्हें नोटिस दिए जा रहे हैं। उसके बाद इन सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
सेवाएं समाप्त किए जाने के बाद इनके द्वारा वेतन के रूप में अब तक प्राप्त की गई धनराशि की वसूली का काम भी होगा। जिले के जिन 234 फर्जी डिग्रीधारी शक्षिकों के नोटिस दिए जा रहे हैं, उन सभी को फोन पर कहा जा रहा है कि वे नोटिस रिसीव करने के लिए बीएसए ऑफिस पहुंचें। बताया जा रहा है कि अभी तक एक दर्जन फर्जी डिग्रीधारी शिक्षकों ने ही नोटिस रिसीव किए हैं। अन्य शिक्षक नोटिस रिसीव करने नहीं आ रहे हैं। वे अपने आकाओं व अधिवक्ताओं से सलाह ले रहे हैं कि नोटिस रिसीव करें या नहीं। बता दें कि एसआईटी द्वारा अंबेडकर विवि के 4570 फर्जी डिग्रीधारियों को चिन्हित किया गया है। इनकी सूची को शासन को सौंप दिया था।
शासन द्वारा दस नवंबर तक ऐसे शिक्षिकों को चिन्हित कर कार्रवाई करने के सभी बीएसए को निर्देश दिए गए थे। प्रदेश के कई जिलों में इस सूची में शामिल शिक्षक नौकरी करते पाए गए हैं। अब उन सभी के खिलाफ कार्रवाई का दौर शुरू हो गया है। कई जिलों के बीएसए ने उन्हें निकालने को प्रक्रिया शुरू कर दी है। आगरा में भी यह प्रक्रिया शुरू हो गई है। 234 शक्षिकों के पकड़ में आने के बाद खलबली मची हुई है। सभी के नोटिस तैयार करा दिए गए हैं। जिन्होंने नोटिस रिसीव कर लिया है, वे नौकरी बचाने को हाईकोर्ट की शरण लेने की तैयारी में हैं।
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हालकी इस बीएड फर्जी बड़े का फर्दाफास तो हुआ है और उन फर्जी डिग्रियों से शिक्षक की नौकरी कर रहे फर्जी डिग्रीधारी शिक्षकों पर कार्यवाही का डंडा चलाना भी शुरू हो गया।
इसी क्रर्म में आगरा जनपद में ऐसे ही फर्जी डिग्री पर शिक्षक बन बैठे 234 शिक्षकों की पहचान भी हो गई है। अंबेडकर विश्व विद्यालय के बीएड सत्र 2005 की फर्जी डिग्री हासिल कर बेसिक शक्षिा विभाग में नौकरी पाने में कामयाब रहे। शक्षिकों की आगरा जनपद में पहचान का काम पूरा हो गया है। इन शक्षिकों की संख्या 234 है। इन फर्जी डिग्रीधारी शक्षिकों को नौकरी से निकाले जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। पहले चरण में उन्हें नोटिस दिए जा रहे हैं। उसके बाद इन सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
सेवाएं समाप्त किए जाने के बाद इनके द्वारा वेतन के रूप में अब तक प्राप्त की गई धनराशि की वसूली का काम भी होगा। जिले के जिन 234 फर्जी डिग्रीधारी शक्षिकों के नोटिस दिए जा रहे हैं, उन सभी को फोन पर कहा जा रहा है कि वे नोटिस रिसीव करने के लिए बीएसए ऑफिस पहुंचें। बताया जा रहा है कि अभी तक एक दर्जन फर्जी डिग्रीधारी शिक्षकों ने ही नोटिस रिसीव किए हैं। अन्य शिक्षक नोटिस रिसीव करने नहीं आ रहे हैं। वे अपने आकाओं व अधिवक्ताओं से सलाह ले रहे हैं कि नोटिस रिसीव करें या नहीं। बता दें कि एसआईटी द्वारा अंबेडकर विवि के 4570 फर्जी डिग्रीधारियों को चिन्हित किया गया है। इनकी सूची को शासन को सौंप दिया था।
शासन द्वारा दस नवंबर तक ऐसे शिक्षिकों को चिन्हित कर कार्रवाई करने के सभी बीएसए को निर्देश दिए गए थे। प्रदेश के कई जिलों में इस सूची में शामिल शिक्षक नौकरी करते पाए गए हैं। अब उन सभी के खिलाफ कार्रवाई का दौर शुरू हो गया है। कई जिलों के बीएसए ने उन्हें निकालने को प्रक्रिया शुरू कर दी है। आगरा में भी यह प्रक्रिया शुरू हो गई है। 234 शक्षिकों के पकड़ में आने के बाद खलबली मची हुई है। सभी के नोटिस तैयार करा दिए गए हैं। जिन्होंने नोटिस रिसीव कर लिया है, वे नौकरी बचाने को हाईकोर्ट की शरण लेने की तैयारी में हैं।
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