परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय की ओर से 15 अक्तूबर को कराई गई शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पर लगातार सवाल उठ रहे हैं।
अभ्यर्थियों ने इस परीक्षा में पूछे गए कुछ प्रश्नों को एनसीटीई से जारी पाठ्यक्रम के विपरीत बताया है।उत्तरकुंजी जारी होने पर अभ्यर्थियों ने नौ प्रश्नों पर साक्ष्यों सहित आपत्ति दर्ज कराई लेकिन प्राधिकारी कार्यालय ने मात्र दो प्रश्नों को गलत माना। अब इस मामले में अभ्यर्थियों की ओर से बृहस्पतिवार को हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई है।अभ्यर्थियों का आरोप है कि टीईटी के प्रश्न पत्र में कुछ प्रश्नों के संभावित दो उत्तर दिए गए तो कुछ के उत्तर ही विकल्प में नहीं थे। कई प्रश्न अपूर्ण भी थे। टीईटी के बाद परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने उत्तरकुंजी जारी की और आपत्तियां मांगी।प्राथमिक स्तर की उत्तरकुंजी होने के बाद निर्धारित तिथि तक बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने नौ प्रश्नों तथा कुछ प्रश्न सेलेबस से बाहर के होने पर आपत्ति दर्ज कराई। इसके साक्ष्य भी दिए गए।अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि प्राधिकारी ने छह नवंबर को जारी संशोधित उत्तरकुंजी में मात्र दो प्रश्नों में गड़बड़ी मानी। शेष प्रश्नों में कोई भी संशोधन नहीं किया। ऐसे में गोरखपुर के अभ्यर्थी अनूप कुमार सिंह ने बृहस्पतिवार को हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की।
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अभ्यर्थियों ने इस परीक्षा में पूछे गए कुछ प्रश्नों को एनसीटीई से जारी पाठ्यक्रम के विपरीत बताया है।उत्तरकुंजी जारी होने पर अभ्यर्थियों ने नौ प्रश्नों पर साक्ष्यों सहित आपत्ति दर्ज कराई लेकिन प्राधिकारी कार्यालय ने मात्र दो प्रश्नों को गलत माना। अब इस मामले में अभ्यर्थियों की ओर से बृहस्पतिवार को हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई है।अभ्यर्थियों का आरोप है कि टीईटी के प्रश्न पत्र में कुछ प्रश्नों के संभावित दो उत्तर दिए गए तो कुछ के उत्तर ही विकल्प में नहीं थे। कई प्रश्न अपूर्ण भी थे। टीईटी के बाद परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने उत्तरकुंजी जारी की और आपत्तियां मांगी।प्राथमिक स्तर की उत्तरकुंजी होने के बाद निर्धारित तिथि तक बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने नौ प्रश्नों तथा कुछ प्रश्न सेलेबस से बाहर के होने पर आपत्ति दर्ज कराई। इसके साक्ष्य भी दिए गए।अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि प्राधिकारी ने छह नवंबर को जारी संशोधित उत्तरकुंजी में मात्र दो प्रश्नों में गड़बड़ी मानी। शेष प्रश्नों में कोई भी संशोधन नहीं किया। ऐसे में गोरखपुर के अभ्यर्थी अनूप कुमार सिंह ने बृहस्पतिवार को हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की।
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