जागरण संवाददाता, हमीरपुर : फर्जी बीएड की डिग्री लगाकर परिषदीय स्कूलों
के चार शिक्षकों की नौकरी पर तलवार लटक गई है। बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव
ने चारों शिक्षकों की रिपोर्ट बीएसए से मांगी है।
हाईकोर्ट के आदेश पर विशेष अनुसंधान दल एसआइटी ने डा. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा के बीएड सत्र 2004-05 के परिणामों में फर्जी अंकतालिकाओं की जांच की थी। फर्जीवाड़ा मिलने पर सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा ने बीएसए को पत्र भेज शिक्षकों की डिग्री का सत्यापन कर रिपोर्ट तलब की है। एसआइटी रिपोर्ट के मुताबिक 1053 छात्रों की मार्कशीट से छेड़छाड़ की गई। वहीं 4570 छात्रों को फर्जी डिग्री देकर विवि के टेबुलेशन चार्ट में शामिल कर ली गई।
संदेह के घेरे में ये शिक्षक
वर्ष 2009 शिक्षक भर्ती में जिले के प्राथमिक स्कूल ककरऊ में सहायक अध्यापक पद पर भर्ती हुई कुसुमलता का स्थानांतरण 31 अगस्त 2012 में फिरोजाबाद हुआ। इसी प्रकार मुस्करा ब्लाक के विलगांव डांडा परिषदीय स्कूल में तैनात हेडमास्टर कुलवंत ¨सह का तबादला 30 अगस्त 2016 में चित्रकूट, सरीला ब्लाक के इस्लामपुर प्राथमिक स्कूल के हेडमास्टर जयचंद का स्थानांतरण 29 अगस्त 2016 में कांशीराम नगर व सरीला ब्लाक के कन्या प्राथमिक स्कूल कुपरा के हेडमास्टर का स्थानांतरण हाथरस जिले में हो गया था।
टीईटी का लगाया फर्जी प्रमाणपत्र
फर्जी बीएड की डिग्री के साथ ही वर्ष 2014-15 की रामलला ने फर्जी टीईटी का प्रमाणपत्र लगा कर नौकरी हासिल की थी। वह मुस्करा विकास खंड के पूर्व माध्यमिक स्कूल एझीं में तैनात था। जांच के बाद उसका टीईटी प्रमाणपत्र फर्जी पाया गया था। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने शिक्षक को नोटिस देकर जवाब मांगा था पर वह यह सिद्ध नहीं कर पाया कि उसका टीईटी का प्रमाणपत्र फर्जी नहीं है। बीएसए ने उसकी सेवा समाप्त कर दी।
चारों जिलों के बीएसए को भेजा पत्र
बीएसए राजेश श्रीवास ने चित्रकूट, फिरोजाबाद, कांशीराम नगर व हाथरस जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेजकर आरोपी चारों शिक्षकों की रिपोर्ट तलब की है। रिपोर्ट आने के बाद बीएसए उसे सचिव बेसिक शिक्षा परिषद को भेज देंगे।
बर्खास्तगी के साथ होगी रिकवरी
यदि आरोप सही निकला तो चारों शिक्षकों की नौकरी जाने के साथ ही जितने साल नौकरी कर वेतन उठाया है, उसकी रिकवरी की जाएगी।
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विशेष अनुसंधान दल की जांच के बाद जिले के चार शिक्षकों की बीएड डिग्री फर्जी मिली थी। सचिव ने उनके शैक्षिक प्रमाणपत्र का सत्यापन कर रिपोर्ट तलब की है। चारों का तबादला गैर जनपद हो चुका है, उन जिलों के बीएसए को पत्र भेज कर रिपोर्ट मंगाई गई है। रिपोर्ट आने के बाद सचिव को भेज दी जाएगी। वहीं फर्जी टीईटी का प्रमाण पत्र लगाकर नौकरी पाने वाले एक शिक्षक की सेवा समाप्त कर दी गई है।
-राजेश श्रीवास, बीएसए
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हाईकोर्ट के आदेश पर विशेष अनुसंधान दल एसआइटी ने डा. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा के बीएड सत्र 2004-05 के परिणामों में फर्जी अंकतालिकाओं की जांच की थी। फर्जीवाड़ा मिलने पर सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा ने बीएसए को पत्र भेज शिक्षकों की डिग्री का सत्यापन कर रिपोर्ट तलब की है। एसआइटी रिपोर्ट के मुताबिक 1053 छात्रों की मार्कशीट से छेड़छाड़ की गई। वहीं 4570 छात्रों को फर्जी डिग्री देकर विवि के टेबुलेशन चार्ट में शामिल कर ली गई।
संदेह के घेरे में ये शिक्षक
वर्ष 2009 शिक्षक भर्ती में जिले के प्राथमिक स्कूल ककरऊ में सहायक अध्यापक पद पर भर्ती हुई कुसुमलता का स्थानांतरण 31 अगस्त 2012 में फिरोजाबाद हुआ। इसी प्रकार मुस्करा ब्लाक के विलगांव डांडा परिषदीय स्कूल में तैनात हेडमास्टर कुलवंत ¨सह का तबादला 30 अगस्त 2016 में चित्रकूट, सरीला ब्लाक के इस्लामपुर प्राथमिक स्कूल के हेडमास्टर जयचंद का स्थानांतरण 29 अगस्त 2016 में कांशीराम नगर व सरीला ब्लाक के कन्या प्राथमिक स्कूल कुपरा के हेडमास्टर का स्थानांतरण हाथरस जिले में हो गया था।
टीईटी का लगाया फर्जी प्रमाणपत्र
फर्जी बीएड की डिग्री के साथ ही वर्ष 2014-15 की रामलला ने फर्जी टीईटी का प्रमाणपत्र लगा कर नौकरी हासिल की थी। वह मुस्करा विकास खंड के पूर्व माध्यमिक स्कूल एझीं में तैनात था। जांच के बाद उसका टीईटी प्रमाणपत्र फर्जी पाया गया था। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने शिक्षक को नोटिस देकर जवाब मांगा था पर वह यह सिद्ध नहीं कर पाया कि उसका टीईटी का प्रमाणपत्र फर्जी नहीं है। बीएसए ने उसकी सेवा समाप्त कर दी।
चारों जिलों के बीएसए को भेजा पत्र
बीएसए राजेश श्रीवास ने चित्रकूट, फिरोजाबाद, कांशीराम नगर व हाथरस जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेजकर आरोपी चारों शिक्षकों की रिपोर्ट तलब की है। रिपोर्ट आने के बाद बीएसए उसे सचिव बेसिक शिक्षा परिषद को भेज देंगे।
बर्खास्तगी के साथ होगी रिकवरी
यदि आरोप सही निकला तो चारों शिक्षकों की नौकरी जाने के साथ ही जितने साल नौकरी कर वेतन उठाया है, उसकी रिकवरी की जाएगी।
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विशेष अनुसंधान दल की जांच के बाद जिले के चार शिक्षकों की बीएड डिग्री फर्जी मिली थी। सचिव ने उनके शैक्षिक प्रमाणपत्र का सत्यापन कर रिपोर्ट तलब की है। चारों का तबादला गैर जनपद हो चुका है, उन जिलों के बीएसए को पत्र भेज कर रिपोर्ट मंगाई गई है। रिपोर्ट आने के बाद सचिव को भेज दी जाएगी। वहीं फर्जी टीईटी का प्रमाण पत्र लगाकर नौकरी पाने वाले एक शिक्षक की सेवा समाप्त कर दी गई है।
-राजेश श्रीवास, बीएसए
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