Breaking Posts

Top Post Ad

शिक्षामित्र कोटे से हुई नियुक्तियों में भी था फर्जीवाड़ा

 जागरण संवाददाता, एटा: फर्जी बीएड डिग्री धारियों का भांडा तो फूट चुका है, लेकिन जिले में वर्षों पहले शिक्षामित्र कोटे से हुई शिक्षक भर्ती में अपात्रों के चयन पर आज तक पर्दा पड़ा हुआ है।
इन नियुक्तियों में भी खूब फर्जीवाड़ा किया और लाखों रुपये का खेल हुआ। अब जब बीएड की फर्जी डिग्रियों को लेकर माहौल गर्म है, ऐसे में शिक्षामित्रों के फर्जी प्रमाणपत्रों से शिक्षक बनाने में हुए खेल की भी जांच हो तो बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आएगा। डायट के तत्कालीन जिम्मेदारों की असलियत भी खुलेगी।
वर्ष 2004 में फर्जी बीएड की डिग्रियों से तो पूरे प्रदेश में हजारों ने शिक्षक की नौकरी पाईं। जिले में तो वर्ष 2007-08 में ऐसा खेल हुआ कि शिक्षक चयन में शिक्षामित्रों को वरीयता देने की छूट के नाम पर अधिकारियों ने दूसरे जिलों के अपात्रों को पात्र बना दिया। बाद में प्रशिक्षण पूरा कर वह शिक्षक बन गए। हालांकि इस मामले को लेकर उस समय भी शिकायतें की गईं थीं, लेकिन स्थिति यह रही कि मामला जांच तक पहुंचने से पहले ही रफादफा हो गया। सूत्रों की मानें तो 2007-08 में शासन द्वारा शिक्षक नियुक्तियों में शिक्षामित्रों का भी कोटा तय किया था। जनपद में भी उस समय शिक्षामित्र कोटे के अंतर्गत तमाम नियुक्तियां की गई थीं। बताया जाता है कि उस समय कुछ आसपास के जिलों से शिक्षामित्र नियुक्ति के प्रमाणपत्रों के जरिए अभ्यर्थियों से आवेदन कराए गए और उनका चयन भी कर लिया गया। फर्जीवाड़ा इस बात को लेकर था कि शिक्षामित्र कोटे से जिन्हें शिक्षक भर्ती में छूट दी गई थी वह शिक्षामित्र थे ही नहीं, बल्कि फर्जी प्रमाणपत्र लेकर भर्ती में शामिल हो गए और चयन के बाद शिक्षक भी बन गए।
हालांकि डायट के जिम्मेदारों से चयनित हुए अभ्यर्थियों की साठगांठ रही थी। इस कारण उनके शिक्षामित्र प्रमाणपत्रों की जांच भी सही दर्शाते हुए आज तक उन पर कोई आंच नहीं आई है। उधर डायट प्राचार्य मनोज कुमार गिरि का कहना है कि पूर्व में हुए शिक्षामित्रों के कोटे से चयन को लेकर उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
फर्जी डिग्रियों के सत्यापन में रही मिलीभगत
-----------
2004 में भी फर्जी बीएड डिग्रियों का सत्यापन डायट प्रशासन ने ही कराया था। मेरिट के आधार पर तब चयन प्रक्रिया के बाद विशिष्ट बीटीसी के लिए प्रशिक्षण के दौरान अभिलेखों की जांच का जिम्मा डायट का ही था। ऐसे में तत्कालीन डायट के अधिकारियों की भी मिलीभगत से इंकार नहीं किया जा सकता। अब चल रही कार्रवाई को देखते हुए पुराना रिकॉर्ड भी तलाशा जाने लगा है।
नोटिस तैयार करने को चलती रही कवायद
---------

बीएड की फर्जी डिग्रियों को लेकर अब तक पकड़े गए 92 शिक्षकों को नोटिस जारी करने के लिए विभाग नोटिस तैयार कराने में जुटा हुआ है। मंगलवार को देर शाम तक नोटिस तैयार कराने के साथ-साथ शासन के निर्देशों के अनुरूप प्रकरण की पुलिस स्तर से जांच कराने की कार्रवाई के लिए तैयारी की जाती रही। बीएसए एसके तिवारी ने बताया है कि फर्जी डिग्रीधारकों के लिए नोटिस तैयार कराए जा रहे हैं। अग्रिम कार्रवाई भी शासन के निर्देशों के अनुरूप जल्द होगी।
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines

No comments:

Post a Comment

Facebook