लखनऊ. एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों का लंबा इंतजार अब खत्म होने को है। बहुत जल्द ही इनको राजकीय स्कूलों में सरकारी नौकरी
मिलने के आसार हैं। दरअसल यूपीपीएससी (उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग) ने
प्रदेश के राजकीय स्कूलों में एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती का प्रोसेस शुरू कर
दिया है।
एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के लिए आयोग पहले चरण में पाठ्यक्रम तैयार करा रहा है। आयोग के पाठ्यक्रम को जैसे ही शासन की मंजूरी मिल जाएगी, आयोग की ओर से नौकरी का विज्ञापन जारी कर आवेदन मांगे जाएंगे। एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के लिए UPSC के पास 9892 पदों की मांग आई है। लेकिन ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि विज्ञापन जारी होने तक कई और स्कूलों में भी कई पद खाली होंगे। ऐसे में भर्ती प्रक्रिया पूरी होते-होते रिक्त पदों का आंकड़ा दस हजार के पार हो जाने के आसार हैं। आपको बता दें कि आयोग पहली बार यह परीक्षा कराने जा रहा है। अभी तक इस परीक्षा के आयोजन की पूरी जिम्मेदारी शिक्षा निदेशालय के पास थी।
जल्द होगी परीक्षा
सूत्रों के मुताबिक आयोग जल्द से जल्द परीक्षा कराने की तैयारी में है, क्योंकि संकेत मिले हैं कि केंद्र सरकार एलटी ग्रेड शिक्षकों के लिए भी टीईटी अनिवार्य कर सकती है। ऐसे में आयोग के अफसर चाहते हैं कि तत्काल 10 हजार बीएड डिग्री धारकों को एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के तहत नौकरी दे दी जाए और सरकारी स्कूलों को समय से शिक्षक मिल जाएं। शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा के लिए अलग-अलग विषयों के पाठ्यक्रम तैयार किए जाने की प्रक्रिया अपने अंतिम दौर में है। इसके लिए आयोग में कार्यशाला का आयोजन भी किया जा रहा है। आयोग के सचिव जगदीश का कहना है कि पाठ्यक्रम तैयार होने के बाद इन्हें आयोग की बैठक में स्वीकृति दी जाएगी और इसके बाद शासन से अंतिम मंजूरी ली जाएगी। शासन से हरी झंडी मिलने के बाद ही भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया जाएगा।
मेरिट के आधार पर होगी भर्ती
शिक्षा निदेशालय की ओर से प्रदेश के राजकीय स्कूलों में एलटी ग्रेड शिक्षकों की मेरिट के आधार पर सीधी भर्ती की जाती थी। अब यूपीपीएससी को जिम्मेदारी मिलने के बाद शिक्षक भर्ती के लिए लिखित परीक्षा कराई जाएगी। आयोग की परीक्षाओं में माइनस मार्किंग की व्यवस्था भी लागू की जा चुकी है, सो इस परीक्षा में भी माइनस मार्किंग लागू की जाएगी। एलटी ग्रेड शिक्षकों की पहली बार लिखित परीक्षा होनी है, सो इसके लिए नए सिरे से पाठ्यक्रम भी तैयार किया जाना है। आयोग ने पाठ्यक्रम तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह काम तेजी से चल रहा है और अंतिम दौर में है। आयोग का लक्ष्य है कि वर्ष 2018 के मध्य तक भर्ती प्रक्रिया पूरी कर ली जाए।
साढ़े पांच लाख लोगों ने किए आवेदन
एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती पहले शिक्षा निदेशालय की ओर से कराई जाती थी। इस पद पर साधी भर्ती के लिए निदेशालय के पास तकरीबन साढ़े पांच लाख आवेदन आए थे। इस बीच प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हो गया और प्रदेश सरकार ने भर्ती प्रक्रिया शुरू होने से पहले इसकी जिम्मेदारी यूपीपीएससी को सौंप दी। ऐेसे में साढ़े पांच लाख आवेदकों को अब एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के लिए लिखित परीक्षा का इंतजार है। हालांकि परीक्षा के आयोजन की जिम्मेदारी यूपीपीएससी को दिए जाने और परीक्षा प्रक्रिया में बदलाव के बाद अब पुराना आवेदन अमान्य हो गया है। आयोग विज्ञापन जारी कर नए सिरे से आवेदन मांगेगा और ऐसे में पुराने अभ्यर्थियों को भी दोबारा आवेदन करना होगा। इसके अलावा आवेदकों की संख्या बढ़ने की भी पूरी उम्मीद है। पुराने आवेदन और आयोग से नया विज्ञापन जारी होने के बीच हजारों की संख्या में नए अभ्यर्थियों ने बीएड की डिग्री हासिल कर ली है। विज्ञापन जारी होने के बाद नए अभ्यर्थी भी आवेदन करेंगे।
फंस सकता है उम्र का मामला
एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के दौरान अभ्यर्थियों की अधिकतम आयु सीमा को लेकर पेच फंस सकता है। दरअसल, पूर्व में जिन साढ़े पांच लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे, उनमें से कई अभ्यर्थी ऐसे रहे होंगे जिनकी भर्ती में शामिल होने के लिए जरूरी आयु सीमा पूरी हो रही होगी और उन्होंने आखिरी बार आवेदन किया होगा। परीक्षा एक साल पिछड़ चुकी है, ऐसे में निर्धारित आयु सीमा पूरी कर चुके अभ्यर्थी नए सिरे से आवेदन नहीं कर सकेंगे। ऐसे मामलों में सरकार क्या फैसला लेती है, ये देखने वाली बात होगी।
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एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के लिए आयोग पहले चरण में पाठ्यक्रम तैयार करा रहा है। आयोग के पाठ्यक्रम को जैसे ही शासन की मंजूरी मिल जाएगी, आयोग की ओर से नौकरी का विज्ञापन जारी कर आवेदन मांगे जाएंगे। एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के लिए UPSC के पास 9892 पदों की मांग आई है। लेकिन ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि विज्ञापन जारी होने तक कई और स्कूलों में भी कई पद खाली होंगे। ऐसे में भर्ती प्रक्रिया पूरी होते-होते रिक्त पदों का आंकड़ा दस हजार के पार हो जाने के आसार हैं। आपको बता दें कि आयोग पहली बार यह परीक्षा कराने जा रहा है। अभी तक इस परीक्षा के आयोजन की पूरी जिम्मेदारी शिक्षा निदेशालय के पास थी।
जल्द होगी परीक्षा
सूत्रों के मुताबिक आयोग जल्द से जल्द परीक्षा कराने की तैयारी में है, क्योंकि संकेत मिले हैं कि केंद्र सरकार एलटी ग्रेड शिक्षकों के लिए भी टीईटी अनिवार्य कर सकती है। ऐसे में आयोग के अफसर चाहते हैं कि तत्काल 10 हजार बीएड डिग्री धारकों को एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के तहत नौकरी दे दी जाए और सरकारी स्कूलों को समय से शिक्षक मिल जाएं। शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा के लिए अलग-अलग विषयों के पाठ्यक्रम तैयार किए जाने की प्रक्रिया अपने अंतिम दौर में है। इसके लिए आयोग में कार्यशाला का आयोजन भी किया जा रहा है। आयोग के सचिव जगदीश का कहना है कि पाठ्यक्रम तैयार होने के बाद इन्हें आयोग की बैठक में स्वीकृति दी जाएगी और इसके बाद शासन से अंतिम मंजूरी ली जाएगी। शासन से हरी झंडी मिलने के बाद ही भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया जाएगा।
मेरिट के आधार पर होगी भर्ती
शिक्षा निदेशालय की ओर से प्रदेश के राजकीय स्कूलों में एलटी ग्रेड शिक्षकों की मेरिट के आधार पर सीधी भर्ती की जाती थी। अब यूपीपीएससी को जिम्मेदारी मिलने के बाद शिक्षक भर्ती के लिए लिखित परीक्षा कराई जाएगी। आयोग की परीक्षाओं में माइनस मार्किंग की व्यवस्था भी लागू की जा चुकी है, सो इस परीक्षा में भी माइनस मार्किंग लागू की जाएगी। एलटी ग्रेड शिक्षकों की पहली बार लिखित परीक्षा होनी है, सो इसके लिए नए सिरे से पाठ्यक्रम भी तैयार किया जाना है। आयोग ने पाठ्यक्रम तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह काम तेजी से चल रहा है और अंतिम दौर में है। आयोग का लक्ष्य है कि वर्ष 2018 के मध्य तक भर्ती प्रक्रिया पूरी कर ली जाए।
साढ़े पांच लाख लोगों ने किए आवेदन
एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती पहले शिक्षा निदेशालय की ओर से कराई जाती थी। इस पद पर साधी भर्ती के लिए निदेशालय के पास तकरीबन साढ़े पांच लाख आवेदन आए थे। इस बीच प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हो गया और प्रदेश सरकार ने भर्ती प्रक्रिया शुरू होने से पहले इसकी जिम्मेदारी यूपीपीएससी को सौंप दी। ऐेसे में साढ़े पांच लाख आवेदकों को अब एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के लिए लिखित परीक्षा का इंतजार है। हालांकि परीक्षा के आयोजन की जिम्मेदारी यूपीपीएससी को दिए जाने और परीक्षा प्रक्रिया में बदलाव के बाद अब पुराना आवेदन अमान्य हो गया है। आयोग विज्ञापन जारी कर नए सिरे से आवेदन मांगेगा और ऐसे में पुराने अभ्यर्थियों को भी दोबारा आवेदन करना होगा। इसके अलावा आवेदकों की संख्या बढ़ने की भी पूरी उम्मीद है। पुराने आवेदन और आयोग से नया विज्ञापन जारी होने के बीच हजारों की संख्या में नए अभ्यर्थियों ने बीएड की डिग्री हासिल कर ली है। विज्ञापन जारी होने के बाद नए अभ्यर्थी भी आवेदन करेंगे।
फंस सकता है उम्र का मामला
एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के दौरान अभ्यर्थियों की अधिकतम आयु सीमा को लेकर पेच फंस सकता है। दरअसल, पूर्व में जिन साढ़े पांच लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे, उनमें से कई अभ्यर्थी ऐसे रहे होंगे जिनकी भर्ती में शामिल होने के लिए जरूरी आयु सीमा पूरी हो रही होगी और उन्होंने आखिरी बार आवेदन किया होगा। परीक्षा एक साल पिछड़ चुकी है, ऐसे में निर्धारित आयु सीमा पूरी कर चुके अभ्यर्थी नए सिरे से आवेदन नहीं कर सकेंगे। ऐसे मामलों में सरकार क्या फैसला लेती है, ये देखने वाली बात होगी।
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