शिक्षक भर्ती परीक्षा ; ढ़ाई घंटे का है पेपर , शिक्षामित्रों का ये है मामला

आगरा। शिक्षामित्र अभी ये सोच रहे हैं, कि TET पास करने के बाद अध्यापक बनने की राह आसान हो जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं है। इस परीक्षा को पास करने के बाद शिक्षामित्रों को एक और परीक्षा देनी है।
इस परीक्षा का नाम है, शिक्षक भर्ती परीक्षा। इस परीक्षा के लिए जो विषयवस्तु जारी की गई है, उसे देखकर शिक्षामित्र परेशान हैं। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र छौंकर ने बताया कि ये पाठ्यक्रम इतना कठिन है, कि सरकार द्वारा शिक्षामित्रों को दिए जाने वाले अंकों के वेटेज का भी कोई फायदा नहीं मिलेगा।
ढ़ाई घंटे का है पेपर
उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र छौंकर ने बताया कि ढाई घंटे का पेपर होगा। इसमें अतिलघु, लघु और निबंध लिखने के लिए आएगा। इस परीक्षा के लिए जो विषयवस्तु जारी की गई है, वो बेहद कठिन है। इस विषयवस्तु को देखा जाए, तो अंदाजा लगाया जा सकता है, कि ये किसी ऐसे परीक्षार्थी के लिए है, जो इस परीक्षा के लिए लम्बे समय से तैयारी कर रहा हो। वीरेन्द्र छौंकर ने बताया कि इस परीक्षा को पास करना बेहद कठिन है। जिन शिक्षामित्रों ने टीईटी पास कर भी ली, तो इस परीक्षा को पास करना बेहद मुश्किल हो जाएगा।

शिक्षामित्रों का ये है मामला
सुप्रीम कोर्ट से समायोजन रद्द होने के बाद शिक्षामित्र परेशान हैं। शिक्षामित्रों ने टीईटी 2017 में हिस्सा लिया, लेकिन इस परीक्षा को पास करने के बाद उन्हें शिक्षक भर्ती परीक्षा भी देनी है। इस परीक्षा में प्राप्त अंक के आधार पर रही मेरिट बनेगी, जिसके बाद अध्यापक बनने की राह साफ होगी। जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र छौंकर ने बताया कि सरकार धोखा कर रही है। सरकार ने अभी तक शिक्षामित्रों के लिए ऐसा कोई कदम नहीं उठाया है, जिससे शिक्षामित्रों को राहत मिल सके। शिक्षामित्र संगठन ने हाल ही में सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल की है, इस याचिका से शिक्षामित्रों को कुछ राहत मिलने की उम्मीद जरूर है, लेकिन सरकार की ओर से किसी भी प्रकार की राहत मिलने की उम्मीद शिक्षामित्र छोड़ चुके हैं।
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