इलाहाबाद : यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा 2018 में आवेदन
करने वाले 83 हजार 753 फर्जी निकले हैं। इन सभी के आवेदन निरस्त करके
उन्हें वेबसाइट से डिलीट कर दिया गया है।
फर्जी परीक्षार्थी मिलने
की शुरुआत मेरठ क्षेत्रीय कार्यालय से हुई थी लेकिन,
सबसे अधिक आवेदन वाराणसी क्षेत्रीय कार्यालय के निरस्त हुए हैं। अब जल्द ही
अन्य परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र आवंटित होंगे। 1माध्यमिक शिक्षा परिषद
यानी यूपी बोर्ड की 2018 परीक्षा के लिए भी ऑनलाइन आवेदन लिये गए थे।
आवेदन पूरा होने के बाद मेरठ क्षेत्रीय कार्यालय के कुछ जिलों में ऐसे
आवेदक पकड़े गए, जिन्होंने गलत अभिलेख सौंपे थे, इनमें से तमाम दूसरे
प्रांतों के थे लेकिन, रिकॉर्ड दुरुस्त नहीं थे। यह प्रकरण शासन तक पहुंचने
पर मेरठ क्षेत्रीय कार्यालय के साथ ही बोर्ड के सभी पांचों क्षेत्रीय
कार्यालयों में जांच शुरू की गई। पिछले सप्ताह यह कार्य पूरा हुआ है। खास
बात है कि आवेदन करने वाले जिन अभ्यर्थियों को फर्जी करार दिया गया है,
उनमें से सभी व्यक्तिगत परीक्षार्थी बने थे। इसमें हाईस्कूल में 47384 व
इंटर में 34369 आवेदक फर्जी मिले हैं। इनमें वाराणसी क्षेत्रीय कार्यालय
में सर्वाधिक अभ्यर्थी पकड़े गए हैं। फर्जी अभ्यर्थियों में दूसरे नंबर पर
मेरठ, तीसरे पर गोरखपुर, चौथे पर इलाहाबाद व सबसे कम बरेली में सामने आए
हैं।1बोर्ड प्रशासन ने सभी फर्जी अभ्यर्थियों के आवेदन निरस्त कर दिए हैं
साथ ही वेबसाइट से उनका आवेदन तक डिलीट कर दिया गया है। ज्ञात हो कि पिछले
वर्ष अलीगढ़ व आगरा जिलों में करीब 17 हजार फर्जी परीक्षार्थी इम्तिहान में
शामिल हो गए थे, बाद में उनका रिजल्ट रोकना पड़ा। इससे विभाग की किरकिरी
हुई। इसीलिए इस बार पहले ही जांच करके उन्हें हटा दिया गया है। अब आगे से
हर साल आवेदन के बाद विस्तृत जांच होगी। यही नहीं जिन जिलों में फर्जी
अभ्यर्थी मिले हैं, वहां के जिला विद्यालय निरीक्षकों पर कार्रवाई होने के
आसार हैं। बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि फर्जी अभ्यर्थी जांच की
प्रक्रिया पूरी हो गई है, अब जल्द ही अन्य परीक्षार्थियों को प्रवेशपत्र
ऑनलाइन व ऑफलाइन निर्गत किए जाएंगे। प्रवेश पत्र वितरण का कार्य इसी माह
पूरा करने की तैयारी है।
जांच में व्यक्तिगत परीक्षार्थियों में ही मिली गड़बड़ी, आवेदन निरस्त,
वाराणसी परिक्षेत्र में सबसे अधिक दूसरे नंबर पर मेरठ कार्यालय
घटेगी परीक्षा छोड़ने वालों की तादाद, बोर्ड को भी चपत
इलाहाबाद : हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा 2018 में फर्जी अभ्यर्थियों ने
यूपी बोर्ड को भी तगड़ी चपत लगाई है। लगभग सभी जिलों में तय परीक्षार्थियों
के लिहाज से उत्तरपुस्तिका व प्रश्नपत्र पहुंच रहे हैं। ऐसे में करीब 84
हजार प्रश्नपत्र व कॉपियों का रद्दी हो जाना तय है। इसके अलावा परीक्षा
केंद्र आवंटन भी प्रभावित हुआ है। यदि पहले ही ये परीक्षार्थी कम होते तो
परीक्षा केंद्रों की तादाद और घट जाती। दूसरी ओर राहत यह है कि इस बार
परीक्षा छोड़ने वालों की तादाद कम होगी। यूपी बोर्ड 2018 परीक्षा में
हाईस्कूल में 37 लाख 12 हजार 508 व इंटर में 30 लाख 17 हजार 32 सहित कुल 67
लाख 29 हजार 540 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। इसी संख्या को आधार बनाकर
उत्तरपुस्तिकाएं और प्रश्नपत्र तैयार कराए गए। साथ ही परीक्षा केंद्र
निर्धारण का मानक भी यही परीक्षार्थी बने थे। अब परीक्षा शुरू होने में एक
पखवारा ही शेष है। एकाएक करीब 84 हजार अभ्यर्थी बाहर कर दिए गए हैं। इससे
उत्तरपुस्तिकाओं व तैयार प्रश्नपत्रों का बेकार हो जाना तय है। ज्ञात हो कि
बोर्ड प्रशासन इस बार 50 जिलों में क्रमांकित यानी कोडिंग वाली
उत्तरपुस्तिकाएं मुहैया करा रहा है। कॉपियों में कोडिंग कराने में समय और
धन भी खर्च हुआ है।
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