बर्खास्त किए गए शिक्षकों ने साल 2012 से 2014 तक हुई भर्तियों में टीईटी 2011 का फर्जी अंक पत्र लगाकर विभिन्न भर्तियों में अपना चयन करा लिया था. जब दस्तावेजों के सत्यापन हुए तब इस बात का खुलासा हुआ. इनकी सेवा समाप्त करते हुए संबंधित खण्ड शिक्षाधिकारियों को मामले दर्ज कराने के निर्देश दिये गये हैं.
एस के सिंह ने बताया कि जिले में वर्ष 2012 से 2014 के बीच हुई तीन भर्तियों में 255 शिक्षकों का चयन हुआ था. उनमें से कुछ भर्तियां जालसाजी के जरिये कराये जाने की शिकायत मिलने पर पिछले साल मई में आरोपी शिक्षकों के वेतन पर रोक लगा दी गई थी. और उनके अंक पत्रों के सत्यापन के लिए माध्यमिक शिक्षा सचिव को पत्र लिखा गया था.
सत्यापन में 23 शिक्षकों की अध्यापक पात्रता परीक्षा टीईटी 2011 की मार्कशीट फर्जी निकली. इस गड़बड़ी का खुलासा होने पर इन शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया.