इलाहाबाद: परिषदीय
स्कूलों की सहायक अध्यापक भर्ती 2018 में सफल होने वाले अभ्यर्थियों को
लेकर लग रही अटकलों पर पूर्णविराम लग गया है। बेसिक शिक्षा परिषद के
प्राथमिक स्कूलों की 68500 सहायक अध्यापक भर्ती के लिए 27 मई को पहली बार
लिखित परीक्षा कराई गई थी, उसका परिणाम 13 अगस्त को जारी हुआ।
बेसिक शिक्षा के अपर मुख्य सचिव डा. प्रभात कुमार ने ट्वीट के जरिए स्पष्ट किया है कि इस परीक्षा में 7224 शिक्षामित्र सफल हो सके हैं। इतना ही इस इम्तिहान को अन्य प्रशिक्षण पा चुके हर वर्ग के अभ्यर्थी उत्तीर्ण करने में सफल रहे हैं।
परीक्षा के लिए दावेदारी जरूर 125746 अभ्यर्थियों ने की लेकिन, परीक्षा में 107873 अभ्यर्थी ही शामिल हुए। उसमें महज 41556 सफल हुए हैं। इसकी वजह रिजल्ट के ऐन मौके पर सफलता का अंक प्रतिशत बदलना रहा है। ज्ञात हो कि 21 मई को 33 व 30 फीसदी उत्तीर्ण प्रतिशत तय हुआ, जिसे कोर्ट के निर्देश पर बदलकर 45 व 40 फीसदी किया गया। इसमें असफल अभ्यर्थियों ने परीक्षा नियामक कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया और परिणाम पर सवाल उठाए। इधर तीन दिनों से शिक्षामित्र संगठन तक साथियों के उत्तीर्ण को लेकर अटकलें लगा रहे थे। यह भी प्रचार हुआ कि इसमें खास वर्ग के ही अभ्यर्थी सफल हुए हैं। उस पर अपर मुख्य सचिव ने खुद आगे आकर स्थिति साफ कर दी है।
अपर मुख्य सचिव ने शिक्षामित्रों से यह भी कहा है कि अगली टीईटी व शिक्षक भर्ती का कार्यक्रम जल्द घोषित होगा। इसलिए शिक्षामित्र अभी से तैयारी में जुट जाएं, ताकि बेहतर अंकों के साथ बड़ी संख्या में सफल हो सकें। उनमें यह कर सकने की क्षमता है।
शिक्षक
भर्ती के नौ जनवरी के शासनादेश में उत्तर पुस्तिकाओं की दोबारा जांच कराने
का नियम नहीं है और न ही नए सिरे से मूल्यांकन आदि कराने के लिए अभ्यर्थी
पत्राचार नहीं कर सकते हैं लेकिन, यदि अभ्यर्थी अपनी कॉपी देखना चाहते हैं
तो दो हजार रुपये का बैंक ड्राफ्ट जमा करके उसे देख सकते हैं। इस संबंध में
परीक्षा नियामक कार्यालय को आवेदन मिलना शुरू हो गए हैं।