उत्तर प्रदेश के एडेड जूनियर हाईस्कूलों में रिक्त शिक्षकों के 1894 पदों की पहली बार लिखित परीक्षा 11 अप्रैल को होगी। इस भर्ती से पहले उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी टीईटी) नहीं हो सकी, लेकिन यह उन अभ्यर्थियों के लिए बड़ा अवसर है, जो भर्ती की आस में पिछले कई वर्षों से उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा पास करते चले आ रहे हैं। सिर्फ पांच साल में ही भर्ती की अर्हता परीक्षा उत्तीर्ण करने वालों की संख्या 4.28 लाख से अधिक हो गई है। वहीं, केन्द्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटीईटी) में उच्च प्राथमिक स्तर का इम्तिहान पास करने वालों की संख्या अलग है।
उत्तर प्रदेश में हर साल शिक्षक पात्रता परीक्षा कराई जाती है। इसमें प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्तर की दो परीक्षाएं होती हैं। इसके जरिये सूबे के प्राथमिक स्कूलों में तो नियमित अंतराल पर भर्तियां हो रही हैं, लेकिन उच्च प्राथमिक स्तर की टीईटी उत्तीर्ण करने वालों को मौका नहीं मिल पा रहा था। हर वर्ष परीक्षा उत्तीर्ण करने वालों की संख्या अधिक रही है। इसी तरह से केंद्र की टीईटी में भी वर्ष में दो बार अभ्यर्थी उत्तीर्ण हो रहे हैं।
इन अभ्यर्थियों को योगी सरकार ने बड़ा अवसर मुहैया कराया है। उन्हें सात साल इंतजार के बाद सीधी भर्ती में शामिल होने का अवसर मिल रहा है। इसके पहले वर्ष 2013 में विज्ञान व गणित के 29334 शिक्षकों की भर्ती बेसिक शिक्षा परिषद के उच्च प्राथमिक स्कूलों में हुई थी। भर्ती में भले ही पदों की संख्या 1894 ही है लेकिन, एक पद दावेदारों की संख्या कई गुना होने का अनुमान है। वास्तविक संख्या आवेदन पूरा होने के बाद मार्च में स्पष्ट होगी। ज्ञात हो कि भर्ती के लिए 22 फरवरी से ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू हो रही है।
उच्च प्राथमिक स्तर परीक्षा उत्तीर्ण
वर्ष : संख्या
2015 : 87,353
2016 : 50,138
2017 : 41,888
2018 : 1,88,646
2019 : 60,068
कुल 4,28,093
परिषदीय स्कूलों में सीधी भर्ती नहीं : बेसिक शिक्षा परिषद के उच्च प्राथमिक स्कूलों में सहायक अध्यापक के पदों पर सीधी भर्ती नहीं होगी, बल्कि वहां के पद प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों को पदोन्नति देकर भरने का प्रविधान नियमावली में किया गया है। ऐसे में अब एडेड जूनियर हाईस्कूल में ही दावेदारी हो सकेगी।