इन दिनों सोशल मीडिया व लोगों के मोबाइल पर एक मैसेज वायरल हो रहा है जिसमें यह दावा किया गया है कि सरकार ने नई शिक्षा के तहत 10वीं बोर्ड परीक्षा खत्म कर दी है, अब सिर्फ 12वीं में ही बोर्ड परीक्षा देनी होगी। लेकिन यह दावा फर्जी है। इसमें कोई सच्चाई नहीं है। भारत सरकार के प्रेस सूचना कार्यालय ने इस खबर का खंडन किया है। सरकार की फैक्ट चैक ऑर्गेनाइजेशन पीआईबी फैक्ट चैक ( PIB Fact Check ) ने इस मैसेज को पूरी तरह फेक करार दिया है।
पीआईबी फैक्ट चैक ने ट्वीट कर रहा, 'एक मैसेज में दावा किया गया है कि नई शिक्षा नीति के अनुसार अब केवल 12वी कक्षा में बोर्ड की परीक्षाएं होंगी और 10वी कक्षा में बोर्ड परीक्षा का कोई प्रावधान नहीं होगा।
#PIBFactCheck: यह दावा फर्जी है। शिक्षा मंत्रालय ने ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया है।'
वास्तविकता यह है कि नई शिक्षा नीति में 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा आसान करने की बात कही गई है। नई शिक्षा नीति के तहत दसवीं एवं 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में बड़े बदलाव किए जाएंगे। बोर्ड परीक्षाओं के महत्व को कम किया जाएगा। कई अहम सुझाव हैं। जैसे साल में दो बार परीक्षाएं कराना, दो हिस्सों वस्तुनिष्ठ (ऑब्जेक्टिव) और व्याख्त्मक श्रेणियों में इन्हें विभाजित करना आदि। बोर्ड परीक्षा में मुख्य जोर ज्ञान के परीक्षण पर होगा ताकि छात्रों में रटने की प्रवृत्ति खत्म हो। बोर्ड परीक्षाओं को लेकर छात्र हमेशा दबाव में रहते हैं और ज्यादा अंक लाने के चक्कर में कोचिंग पर निर्भर हो जाते हैं। लेकिन भविष्य में उन्हें इससे मुक्ति मिल सकती है। शिक्षा नीति में कहा गया है कि विभिन्न बोर्ड आने वाले समय में बोर्ड परीक्षाओं के प्रैक्टिकल मॉडल को तैयार करेंगे। जैसे वार्षिक, सेमिस्टर और मोड्यूलर बोर्ड परीक्षाएं। नई नीति के तहत कक्षा तीन, पांच एवं आठवीं में भी परीक्षाएं होगीं। जबकि 10वीं एवं 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं बदले स्वरूप में जारी रहेंगी।
ऐसी किसी भ्रामक खबर की यहां करें शिकायत
बता दें कि सरकार से जुड़ी कोई खबर सच है या फर्जी, यह जानने के लिए PIB Fact Check की मदद ली जा सकती है। कोई भी व्यक्ति PIB Fact Check को संदेहात्मक खबर का स्क्रीनशॉट, ट्वीट, फेसबुक पोस्ट या यूआरएल वॉट्सऐप नंबर 8799711259 पर भेज सकता है या फिर pibfactcheck@gmail.com पर मेल कर सकता है।