शिक्षामित्रों के मानदेय में 1500 बढ़ोत्तरी एंव अनुदेशकों के मानदेय में 1 हजार बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव शासन को भेजा गया, मुख्यमंत्री लेंगे अंतिम निर्णय
लखनऊ: शिक्षामित्रों के मानदेय में 1500 रुपए, अनुदेशकों में 1000 रुपए, रसोइयों में 500 रुपए और केजीबीवी के हेड कुक व रसोइयों के मानदेय में 1000 रुपए की बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव बेसिक शिक्षा विभाग ने शासन भेजा है।लेकिन लम्बा समय बीत जाने के बाद भी मानदेय वृद्धि पर कोई निर्णय नहीं हो पाया है।
बुधवार को बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री डा सतीश चन्द्र द्विवेदी से शिक्षामित्र संगठनों के साथ हुई वार्ता में भी इस पर कोई निर्णय नहीं हो पाया है। राज्यमंत्री ने आश्वस्त किया है कि जल्द ही मुख्यमंत्री इस पर निर्णय लेंगे। वहीं शिक्षामित्रों ने फिर 40 हजार रुपए मानदेय की मांग को दोहराया है। उपरोक्त प्रस्ताव नवम्बर में शासन को भेजा गया था।
इसी वर्ष अगस्त में आए अनुपूरक बजट में बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में काम कर रहे संविदाकर्मियों के मानदेय बढ़ोत्तरी की घोषणा की गई थी लेकिन अभी तक शासन अंतिम निर्णय तक नहीं पहुंच सका है। अभी शिक्षामित्रों का मानदेय 10 हजार रुपए, अनुदेशकों का सात हजार रुपए, रसोइयों का डेढ़ हजार रुपए व केजीबीवी के हेड कुक का 7971 और रसोइयों का 5848 रुपए मानदेय है। शिक्षामित्रों का मानदेय 1500 रुपए बढ़ाने पर सरकार पर 22.16 करोड़ रुपए, अनुदेशकों का एक हजार रुपए बढ़ाने पर सरकार पर 2.75 करोड़ रुपए, रसोइयों का 500 रुपए बढ़ाने पर 18.87 करोड़ रुपए और केजीबीवी के हेड कुक व रसोइयों का मानदेय बढ़ाने पर 20 लाख रुपए का अतिरिक्त बोझ प्रतिमाह आयेगा।