उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (UPPRPB) ने उपनिरीक्षक (गोपनीय), सहायक पुलिस उप-निरीक्षक (क्लर्क) और सहायक पुलिस उप-निरीक्षक(लेखा) पदों पर हो रही भर्ती की परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है।
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- 2004 में शिक्षामित्रों की नियुक्तियों हेतु जारी विज्ञप्ति: इसी विज्ञप्ति के आधार पर हुआ था शिक्षामित्रों की का चयन
- ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
- Shikshamitra Appointment: 2001 में शिक्षामित्रों की नियुक्ति सहायक अध्यापकों के रिक्त पदों के सापेक्ष ही हुई थी
- समस्त AD बेसिक व BSA के CUG मोबाइल नम्बर : 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती Latest News
- संस्कृत शिक्षकों की नियुक्ति को नियमावली में संशोधन, अब यह होगा चयन का आधार
UP Police SI Result 2021: क्या इस बार प्लाटून कमांडर और फायर ऑफिसर पद के लिए मिल पाएंगे योग्य उम्मीदवार या खाली रह जाएंगी भर्ती, क्यों हो रही बहस और क्या है पूरा मामला
उत्तर प्रदेश के पुलिस विभाग को जल्द ही नए सबइंस्पेक्टर (SI), प्लाटून कमांडर और फायर ऑफिसर मिलने वाले हैं। इन पदों के लिए नौ हजार से अधिक पुरुष एवं महिला अधिकारियों के चयन की प्रक्रिया जारी है जिसे जल्द ही पूरा कर अभ्यर्थियों को नियुक्ति दे दी जाएगी।
UP Police SI DV, PST Admit Card 2022 : यूपी पुलिस एसआई भर्ती DV और PST एडमिट कार्ड जारी
UP Police SI DV, PST Admit Card 2022 : यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (UPPRPB) ने सब इंस्पेक्टर भर्ती में डॉक्टयूमेंट वेरीफिकेशन और फिजिकल स्टैडर्ड टेस्ट के लिए एडमिट कार्ड जारी कर दिए हैं.
शिक्षिका ने साथी शिक्षिकाओं, शिक्षामित्र व परिचायिका पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए दिया त्यागपत्र
रायबरेली में तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक में मारी टक्कर, दो शिक्षामित्रों ने तोड़ा दम
बछरावां (रायबरेली), संवादसूत्र। वैवाहिक समारोह में शामिल होकर बाइक से लौट रहे दो शिक्षामित्रों को बृहस्पतिवार की देर रात ट्रक ने टक्कर मार दी। नंदाखेड़ा गांव के निकट हुए हादसे में दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। बाइक में टक्कर मारने के बाद अनियंत्रित होकर ट्रक खाई में पलट गई।
18 साल पहले शिक्षामित्र बनने के लिए दिए थे फर्जी प्रमाण पत्र, अब हुई सजा
इटावा. जिले में फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत कर सरकारी नौकरी लेने के एक मामले में कोर्ट ने 18 साल बाद एक व्यक्ति को सजा सुनाई गई है. आरोपी ने शिक्षा मित्र की नौकरी पाने के लिए हाईस्कूल के फर्जी शौक्षिक दस्तावेज प्रस्तुत किए थे. कोर्ट ने आरोपी पर युवक को दोषी मानते हुए 4 साल की सजा सुनाई और 5 हजार रुपये का अर्थदंड लगाया है. हालांकि मामले में 18 साल बीतने के बाद सजा सुनाए जाने को लेकर अब ये मामला इलाके में चर्चा का विषय बन गया है.