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906 फर्जी तो 6051 अभ्यर्थियों के सर्टिफिकेट शक के घेरे में टीईटी के सैकड़ों सर्टिफिकेट फर्जी : 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती Latest News 20/01/2015

अलीगढ़(नासिर हुसैन)। शिक्षक बनने की दहलीज पर खड़े हजारों अभ्यर्थियों के टीईटी प्रमाण पत्र फर्जी मिले हैं।
गहन जांच में इसका खुलासा हुआ है। 906 के फर्जी तो करीब छह हजार अभ्यर्थियों के दस्तावेज संदिग्ध पाए
गए हैं। नियुक्ति पत्र बांटे जाने से ठीक पहले इस गंभीर फर्जीवाडे़ का खुलासा हुआ है, जिसमें सूबे के 40 जिलों के अभ्यर्थी शामिल हैं। इस खुलासे के बाद जिलास्तर पर हुई काउंसलिंग शक के घेरे में आ गई है।

सूबे में 72 हजारशिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया चल
रही है। भर्ती के लिए वर्ष 2011 में
टीईटी पास करने वाले
अभ्यर्थियों को शामिल
किया गया है। जिला स्तर पर
अभ्यर्थियों की तीन बार
काउंसलिंग कराई जा चुकी है। पात्र
पाए गए अभ्यर्थियों का डाटा जिले
से राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं
प्रशिक्षण परिषद, लखनऊ को भेज
दिया था। लखनऊ में परिषद की जांच
के दौरान फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ
है।
इस संबंध में परिषद के निदेशक सर्वेन्द्र
विक्रम बहादुर सिंह ने संबंधित
जिलों को फर्जीवाड़े के संबंध में पत्र
भी जारी किया है। पत्र की मानें
तो 32 जिले ऐसे हैं जिनके 906
अभ्यर्थियों के टीईटी प्रमाण पत्र
फर्जी हैं क्योंकि वर्ष 2011 में
टीईटी पास अभ्यार्थियों के राज्य
स्तरीय डाटा में उनका कोई रिकार्ड
नहीं है। रोल और कंट्रोल नंबर सहित
दूसरी जानकारी भी मेल
नहीं खा रही हैं। अलग-अलग काउंसलिंग
में जिलों से लखनऊ भेजे गए 56105
अभ्यर्थियों में से 3711 और 3864 में से
2340 ऐसे अभ्यर्थी भी सामने आए हैं
जिनका डाटा लखनऊ के डाटा से मेल
नहीं खा रहा है। परिषद ने ऐसे
अभ्यर्थियों के डाटा को त्रुटिपूर्ण
और विसंगतिपूर्ण बताया है। साथ
ही डाटा जिलों को वापस भेज
दिया गया है। नियुक्तिपत्र बांटे जाने
से चार दिन पहले हुए खुलासे जिलों में
भी हड़कंप मच गया है।
कैसी काउंसलिंग ..?ः
फर्जीवाडे़ के खुलासे ने जिलों में हुई
तीन-तीन काउंसलिंग पर सवाल खड़े
कर दिए हैं। काउंसलिंग के लिए हर
जिले को वर्ष 2011
की टीईटी का डाटा दिया गया था।
इसी के आधार पर काउंसलिंग
की जानी थी। लेकिन इसके बाद
भी सौ-दो सौ नहीं सैकड़ों,
हजारों फर्जी अभ्यार्थियों की काउंसलिंग
हो गई और डाटा लखनऊ पहुंच गया।
906 फर्जी सार्टिफिकेट में यह जिले
हैं शामिल
अलीगढ़, इलाहबाद में चार-चार,
आगरा में तीन, आजमगढ़ 175, बलरामपुर
235, हरदोई 148, श्रावस्ती 144
बहराइच 13, बदायूं 13, एटा 4, गाजीपुर
63 के साथ ही सीतापुर, कौशांबी,
सहारनपुर, प्रतापगढ़, लखीमपुर,
कन्नौज।
इन जिलोें का डाटा नहीं खा रहा मेल
बरेली, बस्ती, बांदा, अंबेडकर नगर,
गोंडा, कुशीनगर, ललितपुर,
महाराजगंज, मुरादाबाद, पीलीभीत,
रामपुर, शाहजहांपुर, संत रविदास नगर,
संत कबीरनगर, उन्नाव,
देवरिया आदि हैं।
निदेशक बोले...
906 टीईटी सार्टिफिकेट तो साफ
तौर पर फर्जी पाए गए हैं। लेकिन 6051
अभ्यर्थियों का डाटा ऐसा है
तो हमारे डाटा से मेल नहीं खा रहा है।
इसके लिए हमने संबंधित
जिलों को डाटा भेज दिया है। जिससे
वह एक बार और उसे अपने डाटा से जांच लें।
-सवेंद्र विक्रम बहादुर सिंह, निदेशक
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं
प्रशिक्षण परिषद, लखनऊ


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