सुप्रीमकोर्ट में लंबित चल रही सुनवाई को लेकर शिक्षामित्रों ने किया चिंतन, कैसे की जाए पैरवी कि केस में मिले विजय मुद्दे पर की वार्तालाप

एटा: सुप्रीम कोर्ट में लंबित चल रही सुनवाई को लेकर रविवार को शहर के शहीद पार्क स्थित प्राथमिक विद्यालय भवन में जिले के शिक्षामित्रों ने जहां गहन मंथन किया, वहीं विधायक विपिन वर्मा डेविड को ज्ञापन सौंप कर शासन स्तर से समस्याओं के निस्तारण की मांग की।
संगठन के पदाधिकारियों ने इस दौरान कहा कि शासनस्तर पर समायोजित शिक्षकों के अलावा स्थाई शिक्षक और शिक्षामित्र अरसे से समस्याओं से आहत हैं। निवर्तमान सरकार ने अपने शासनकाल में शिक्षकों की समस्याओं को कतई गंभीरता से नहीं लिया। जबकि कई बार एरियर भुगतान, वेतन प्रमाण पत्र और स्थानांतरण की समस्या को लेकर शिक्षामित्रों और शिक्षकों ने शिक्षा संकुल भवन पर धरना प्रदर्शन के माध्यम से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया, मगर हर बार आश्वासन के अलावा कुछ हासिल नहीं हो सका। इस कारण शिक्षक 80 से 120 किलोमीटर तक प्रतिदिन सफर तय करके जब विद्यालय जाते हैं तो घर और परिवारीजनो को चिंता सताती रहती है। विधायक सदर ने शिक्षामित्रों व शिक्षकों की समस्याएं शीघ्रता से निपटाए जाने का आश्वासन दिया। साथ ही सुप्रीम कोर्ट में सात अप्रैल को होने वाली सुनवाई के लिए भी दिल्ली कूच करने की रणनीति बनाई।1 इस दौरान शिक्षामित्र संघ के संरक्षक राजेश गुप्ता, मनोज यादव, सुशील तिवारी, हरिओम प्रजापति, ओमेंद्र कुशवाह, राजेश यादव, मु. इशाक, सुनील चौहान, भूपेंद्र यादव, विजय प्रताप, रमा मिश्र, मनोज बघेल, किशन शाक्य, एसके राजपूत, लोकपाल सिंह यादव, विमलेश यादव, निशा कुमारी, प्रेमलता, विनीत कुमार, सीमा वर्मा, अवधेश सिंह, रिंकू कश्यप, पुष्पादेवी, अनीता सागर, ममता राजपूत राजकिशोर आदि तमाम शिक्षामित्र एवं कर्मचारी मौजूद थे।
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines