गृह और वित्त मंत्रालय सहित करीब 38 महत्वपूर्ण विभाग CM के पास , मुझे एक वर्ष चाहिए : सीएम आदित्यनाथ योगी

लखनऊ. यूपी के नवनिर्वाचित सीएम आदित्यनाथ योगी आम जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए पूरे एक्शन में नजर आ रहे हैं। वर्षों से कुंभकर्णी नींद में सो रहे शासन-प्रशासन के अधिकारी फाइलें लेकर हांफते नजर आ रहे हैं।
स्वाभाव से बेहद सख्त एवं अनुशासित नजर आने वाले योगी ने आलाकमान को यूपी की जिम्मेदारी मिलते ही अपने इरादों से वाकिफ करा दिया था। सीएम के लिए उनके नाम की घोषणा होने से ठीक पहले दिल्ली में जब वह पीएम नरेन्द्र मोदी व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मिले तो मुस्कुराते हुए दिखाई दिए।
लेकिन बात जब कैबिनेट के गठन को लेकर शुरू हुई तो योगी ने स्पष्ट रूप से अमित शाह को बता दिया कि मुझे एक वर्ष चाहिए। वह अपने काम में किसी भी तरह का हस्ताक्षेप बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने अमित शाह को भरोसा दिलाया कि वह एक वर्ष में पार्टी की सभी उम्मीदों पर खरे उतरेंगे, लेकिन वह अपने ही अंदाज में करेंगे।
शाह की मंशा पर योगी ने फेरा पानी
सूत्र बताते हैं कि भाजपा अध्यक्ष अपने करीबी लोग, जिनमें केशव प्रसाद मौर्य, दिनेश शर्मा, श्रीकांत शर्मा, सिद्धार्थनाथ सिंह शामिल हैं को, मलाईदार मंत्रालय देना चाहते थे, लेकिन योगी की सुशासन की मंशा के आगे उनकी नहीं चल पाई। यूपी में भगवा युग की शुरुआत कर ‘नए मोदी’ ने मोदी, शाह और जेटली की जोड़ी को अपना रंग दिखा दिया है। लखनऊ में पूरी तरह आर.एस.एस. छाया हुआ था और अब हर कोई यह देखने का इच्छुक है कि अब राजनीतिक लड़ाई कैसा रंग लेती है?
महत्वपूर्ण विभाग खुद योगी के पास

गौरतलब है कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने मंत्रिमंडल में शामिल मंत्रियों को विभाग सौंप दिए हैं।आदित्यनाथ ने गृह और वित्त मंत्रालय सहित करीब 38 महत्वपूर्ण विभाग अपने पास रखे है। वहीं डीप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को पीडब्ल्यू विभाग और दिनेश शर्मा को माध्यमिक और उच्च शिक्षा विभाग सौंपा है। इससे पहले आदित्यनाथ ने विभाग बंटवारे को लेकर दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मिले और प्रस्ताव को अंतिम रूप दिया।
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