इलाहाबाद : शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा में सफल और चयन सूची से सिर्फ
छह हजार अभ्यर्थी ही बाहर नहीं हुए हैं, बल्कि अगले माह यह आंकड़ा और
बढ़ना लगभग तय है। वजह यह है कि परीक्षा में कम अंक पाने वालों की शिकायतों
की परीक्षा नियामक प्राधिकारी करा रही हैं।
उसका नतीजा अगले माह आना है,
वहीं परीक्षा की स्कैन कॉपी हासिल करने के लिए करीब 2500 अभ्यर्थियों ने
आवेदन किया है। इन अभ्यर्थियों को कॉपी मिलने के बाद फिर विवाद बढ़ सकता
है। प्रदेश में बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में सहायक अध्यापकों के चयन
को पहली बार लिखित परीक्षा कराई गई। इम्तिहान सकुशल हुआ और उत्तरकुंजी में
करीब 33 प्रश्नों के दस-दस विकल्प सही मानकर अभ्यर्थियों को राहत दी गई। 13
अगस्त को परीक्षा का परिणाम आने के बाद से जमकर हंगामा मचा। बड़ी संख्या
में अभ्यर्थियों का आरोप रहा है कि उन्हें कम अंक दिए गए। इसके साक्ष्य के
रूप में वह उत्तरकुंजी और परीक्षा की कार्बन कापी दिखा रहे थे। 22 अगस्त को
परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव डा. सुत्ता सिंह ने इन शिकायतों की कराने
का एलान किया है साथ ही विज्ञप्ति जारी करके कहा कि जिन्हें परीक्षा की
स्कैन कॉपी चाहिए वे 30 अगस्त तक डिमांड ड्राफ्ट के साथ आवेदन करें। तय
तारीख तक परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय में करीब 2500 आवेदन स्कैन
कॉपी के लिए आए हैं। विभाग उन्हें एक माह के अंदर डाक के माध्यम से
अभ्यर्थियों के घर पर मुहैया कराएगा। ये कॉपियां भी फिर विवाद का बड़ा कारण
बन सकती हैं। दूसरी ओर रिपोर्ट भी सितंबर में आना है। परीक्षा नियामक
प्राधिकारी सचिव पहले ही कह चुकी हैं कि यदि मानवीय भूल से किसी को कम अंक
मिले हैं तो वह बढ़ाए जाएंगे और बढ़े अंकों से परीक्षा उत्तीर्ण करने वालों
को नियमानुसार मौका दिया जाएगा। ऐसे में सफल अभ्यर्थियों की तादाद अगले
माह और बढ़ने के आसार हैं, जिनका समायोजन फिर चुनौती बनेगा।
0 Comments