68,500 सहायक शिक्षक परीक्षा में पास, भर्ती में 'फेल' , क्वालिफाई होने के बाद भी भर्ती से दूर हुए 5996 अभ्यर्थी

- क्वालिफाई होने के बाद भी भर्ती से दूर हुए 5996 अभ्यर्थी
- शासन का दावा-घबराएं नहीं, सबको देंगे नियुक्ति
- 68500 सहायक शिक्षक भर्ती : 40296 में महज 34600 को ही जारी हुए नियुक्ति पत्र, शासन ने कहा जो बचे उनको भी देंगे नियुक्ति

एनबीटी ब्यूरो, लखनऊ/इलाहाबाद : प्रदेश में 68,500 सहायक शिक्षक के पदों पर चल रही भर्ती भी नियमों के खेल में उलझती जा रही है। 5996 अभ्यर्थी लिखित परीक्षा में क्वालिफाई करने के बाद भी भर्ती से दूर हो गए हैं। इसको लेकर आक्रोशित अभ्यर्थी कोर्ट जाने की तैयारी में है। हालांकि अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा ने ट्वीट कर अभ्यर्थियों की नियुक्ति सुनिश्चित करने और धैर्य रखने को कहा है।
68,500 पदों पर भर्ती के लिए हुई लिखित परीक्षा में महज 41,556 अभ्यर्थी ही पास हो पाए थे। इसमें 40,296 ने भर्ती के अंतिम चरण के लिए आवेदन किया था। करीब 800 अभर्थियों ने आवेदन ही नहीं किया था। माना जा रहा है कि इन अभ्यर्थियों को इस बीच दूसरी नौकरी मिल गई है या फिर ये अन्य किसी पात्रता पर खरे नहीं उतरे। इसमें महज 34600 अभ्यर्थियों को ही काउंसलिंग के लिए जिले आवंटित किए गए हैं।
आरक्षण का नियम बना फांस
सूत्रों के अनुसार बेसिक शिक्षा विभाग ने नियुक्ति के लिए सहायक शिक्षकों के पदों की संख्या को क्वालिफाई अभ्यर्थियों के बराबर मानकर मेरिट तैयार की। इसके चलते करीब 27 हजार सीटें घट गईं। मेरिट में 60% वेटेज लिखित परीक्षा और 40% वेटेज शैक्षणिक गुणांक (हाईस्कूल, इंटरमीडिएट, ग्रेजुएशन और बीटीसी) को दिया गया। वहीं शिक्षामित्रों को 2.5 अंक प्रति सेवा वर्ष के आधार पर अधिकतम 25 अंक का वेटेज मिला। इस प्रक्रिया में आरक्षित वर्ग के बहुत से अभ्यर्थी ऊंची मेरिट के चलते अनारक्षित वर्ग की सीटों पर चयनित हो गए। इसके चलते रिजर्व की सीटें खाली रह गई हैं। वहीं, 5996 अभ्यर्थी दौड़ में पीछे रह गए। इसमें अधिकांश अनारक्षित वर्ग के हैं जिन्हें आरक्षित सीटों पर नियुक्ति नहीं दी जा सकती। आवंटन लेटर पाने वाले कई अभ्यर्थियों को उनके गृह जिले की जगह 250-300 किमी दूर काउंसलिंग के लिए भी मजबूर होना पड़ा है क्योंकि वे मेरिट में पीछे हैं। नियुक्ति से बाहर होने वाले कई अभ्यर्थी शुक्रवार को अपर मुख्य सचिव बेसिक के पास भी वजह जानने पहुंच गए। फिलहाल, मामले की गंभीरता को देखते हुए शासन ने रास्ता निकालने की कवायद तेज कर दी है। चयनित अभ्यर्थियों में 4000 को 4 सितंबर को मुख्यमंत्री नियुक्ति पत्र देंगे। बचे हुए चयनितों को जिलों में 5 सितंबर को बांटा जाएगा। इसके बाद चयनित सूची से बाहर हुए अभ्यर्थियों की मशक्कत शुरू की जाएगी। सीटों की संख्या बढ़ाकर इन्हें समायोजित किया जा सकता है। शासन का कहना है कि अगर कोई अन्य अनर्हता नहीं हुई तो आवेदन करने वाले सभी अभ्यर्थियों की नियुक्ति का प्रयास किया जाएगा।
कोट
34]600 अभ्यर्थियों को जिले आवंटित किए गए हैं। बचे हुए 5696 अभ्यर्थियों की नियुक्ति भी सुनिश्चित करेंगे। हमने एनआईसी को बचे अभ्यर्थियों का श्रेणीवार ब्यौरा तैयार करने को कहा है। - प्रभात कुमार, अपर मुख्य सचिव बेसिक