शिक्षक भर्ती 2018: चयन से पहले बदला मानक 6009 सफल अभ्यर्थी बाहर, 34660 को जिला आवंटित, 68500 पदों की लिखित परीक्षा में 41556 अभ्यर्थी हुए थे सफल

इलाहाबाद : बेसिक शिक्षक चयन भर्ती एक बार फिर बड़े विवाद में घिर गई है। लिखित परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों को चयनित करने का मानक अफसरों ने एकाएक बदल दिया।
भर्ती की लिखित परीक्षा 68500 पदों के सापेक्ष कराई गई, उसके सफल अभ्यर्थियों की चयन सूची में पदों का आकलन 41556 के सापेक्ष किया गया। इससे 6009 अभ्यर्थी चयन सूची से बाहर हो गए हैं। सिर्फ 34660 अभ्यर्थियों को ही जिला आवंटित हो सका है। चयन का नियम बदलने से हाहाकार मच गया है।
परिषदीय स्कूलों की 68500 शिक्षक भर्ती शुरू से विवादों में रही है। पहली बार लिखित परीक्षा कराने का विरोध हुआ, फिर उत्तीर्ण प्रतिशत को लेकर शिक्षामित्रों ने विरोध किया। शासन ने नौ जनवरी को जारी आदेश में जो उत्तीर्ण प्रतिशत तय किया, उसे 21 मई को बदल दिया। अभ्यर्थियों ने परीक्षा के छह दिन पहले हुए बदलाव के आधार पर इम्तिहान दिया। अगस्त में रिजल्ट देने की बारी आई तो हाईकोर्ट ने 21 मई के आदेश को नहीं माना। परिणाम के पांच दिन पहले फिर नौ जनवरी को जारी उत्तीर्ण प्रतिशत बहाल हुआ। 13 अगस्त को जारी शिक्षक भर्ती के रिजल्ट में 41556 अभ्यर्थी उत्तीर्ण हो सके। रिजल्ट विवाद अब भी चल रहा है। सफल अभ्यर्थियों को नियुक्ति देने की बारी आई तो तय पद 68500 की जगह सफल अभ्यर्थियों 41556 को ही आधार बनाकर चयन किया गया।