काउंसलिंग में अव्यवस्थाओं का अंबार, भटकते रहे शिक्षक

काउंसलिंग में अव्यवस्थाओं का अंबार, भटकते रहे शिक्षक
- सुबह नौ बजे का था समय 12 बजे प्रारंभ हुई प्रक्रिया
- भीषण गर्मी के चलते पार्कों में बैठे नजर आए शिक्षक

अमर उजाला ब्यूरो
बदायूं। प्रदेश में करीब चालीस हजार परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया शनिवार से परवान चढ़ने लगी। नये शिक्षकों की नियुक्ति के लिए शनिवार को बीएसए कार्यालय में काउंसलिंग की गई। देर शाम तक काउंसलिंग कराने वालों की लाइन लगी रहीं। करीब पौने सात सौ शिक्षकों ने अपनी काउंसलिंग कराई है। हालांकि विभागीय अधिकारी पूरा डाटा देने से बचते रहे। भारी अव्यवस्थाएं होने के कारण कई बार काउंसलिंग कराने वालों की दफ्तर के बाबुओं से तीखी नोकझोंक भी हुई। शासन ने सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किए है कि नव नियुक्त शिक्षकों को काउंसलिंग कराकर तीन या चार सितंबर तक ज्वाइनिंग दे दी जाए।
उसी क्रम में शनिवार को बीएसए कार्यालय में काउंसलिंग की प्रक्रिया नौ बजे शुरू होनी थी, लेकिन कर्मचारियों और अधिकारियों के समय से न पहुंचने के कारण काउंसलिंग निर्धारित समय से शुरू नहीं हो सकी। हालांकि कई जिलों से पहुंचे अभ्यर्थी सुबह से ही बीएसए कार्यालय पहुंच गए थे। दोपहर करीब बारह बजे काउंसलिंग की प्रक्रिया शुरू हुई। अभ्यर्थियों की भारी संख्या को देखते हुए काउंसलिंग के लिए कई काउंटर बनाए गए थे जहां पर नव नियुक्त शिक्षकों के मूल दस्तावेजों का जमा किया गया। महिला शिक्षकों के साथ उनके परिवार वाले भी थे, जिस कारण भीड़ अधिक थी। काउंसलिंग के दौरान प्रभारी बीएसए/डीआईओएस राममूरत के अलावा बाकि अन्य पूरी टीम थी।
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गेट खुलवाने को लेकर हुआ बवाल
काउंसलिंग का समय नौ बजे निर्धारित किया गया था। शिक्षक इससे पूर्व ही कार्यालय पहुंच गए लेकिन विभागीय कर्मचारी और अधिकारी निर्धारित समय से करीब दो घंटे देरी से पहुंचे जिस कारण कार्यालय का मुख्य गेट खुलवाने को लेकर शिक्षक और कर्मचारियों में तीखी नोकझोंक हुई।