टीईटी-11 : मित्रों अभी बहुत कुछ बाकी है इस भर्ती में, कोई भी फर्जी कैडीडेटस इस भर्ती में अंदर नहीं रह पायेगा , भले ही वो कितना बड़ा टी.ई.टी.का नेता ही क्यूँ न हो : 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती Latest News

अपनी गर्दन फसती देख माध्यमिक शिक्षा परिषद ने सारा ठीकरा एजेंसी के ऊपर फोडा,  जब मैं कहता था तो लोगों को विश्वास नहीं होता था,  मित्रों अभी बहुत कुछ बाकी है इस भर्ती में, कोई भी फर्जी कैडीडेटस इस भर्ती में अंदर नहीं रह पायेगा , भले ही वो कितना बड़ा टी.ई.टी.का नेता ही क्यूँ न हो .

विनय कुमार श्रीवास्तव
अधिवक्ता उच्च न्यायालय इलाहाबाद
शिक्षक भर्ती के लिए पहली बार 13 नवंबर 2011 को  आयोजित शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी-11) की ओएमआर शीट बिना अनुमति नष्ट करने पर रिजल्ट तैयार करने वाली एजेंसी के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है।
बोर्ड सचिव शैल यादव ने तहरीर में कहा है कि एजेंजी ने मना करने के बावजूद ओएमआर शीट नष्ट कर दी। पुलिस ने दिल्ली की कम्प्यूटर फर्म प्रिंटर डाटा क्रिएट साल्युशन के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
यह था मामला
टीईटी-11 के कुछ अभ्यर्थियों ने ओएमआर शीट पर व्हाइटनर लगाने वाले अभ्यर्थियों को भी पास करने के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। याचिकाकर्ताओं का कहना था कि परीक्षा में व्हाइटनर का प्रयोग प्रतिबंधित था, इसलिए यूपी बोर्ड को ऐसे अभ्यर्थियों का रिजल्ट घोषित नहीं करना चाहिए था।

इस पर हाईकोर्ट ने प्रमुख सचिव बेसिक को प्रकरण की जांचकर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए थे। प्रमुख सचिव ने सचिव यूपी बोर्ड को जांच सौंप दी क्योंकि परीक्षा यूपी बोर्ड ने कराई थी। बोर्ड सचिव ने कम्प्यूटर फर्म से व्हाइटनर का प्रयोग करने वाले अभ्यर्थियों की लिस्ट मांगी तो जवाब में फर्म ने बताया कि उसने सारी ओएमआर शीट नष्ट कर दी है। सचिव की तहरीर पर सिविल लाइंस पुलिस ने कंपनी के नीरज कुमार और विपिन कुमार के खिलाफ शुक्रवार को मुकदमा दर्ज कर लिया।

टीईटी-11 का रिजल्ट तैयार करने वाली फर्म ने बिना अनुमति ओएमआर शीट नष्ट कर दी। इस प्रकरण में एसएसपी को तहरीर दी है। यूपी बोर्ड सचिव की तहरीर पर सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच के बाद कार्रवाई होगी।
जोगिन्दर कुमार, एसएसपी
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