बीएड-2015 में हुई गड़बड़ियों की सीएम ने मांगी रिपोर्ट : 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती Latest News

संवाददाता, लखनऊ लखनऊ यूनिवर्सिटी द्वारा करवाए गए बीएड एंट्रेंस एग्जाम-2015 में गड़बड़ियों के मामले में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अफसरों से जवाब मांगा है। एनबीटी ने इस मुद्दे को लगातार प्रमुखता से प्रकाशित किया था।
इसके बाद सीएम सचिवालय ने प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा को मामले में जांच कर 14 जून तक रिपोर्ट देने को कहा है। बीएड में प्रवेश समन्वयक और उनकी टीम पर चहेतों को गलत तरीके से मानदेय देने और मनमाने खर्च के आरोप हैं।
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स्थानीय लेखा एवं संपरीक्षा विभाग की ओर से करवाए गए ऑडिट में बीएड-2015 में गलत तरीके से मानदेय लेने, छात्रों की फीस अनाधिकृत रूप से अपने खाते में रखने, तय शुल्क से ज्यादा फीस लेने समेत कई मामलों में अनर्गल खर्च का मामला पकड़ा गया था। इस मामले में नोटिस देने के बाद भी वित्त अधिकारी और प्रवेश प्रक्रिया से जुड़े अफसरों ने कोई जवाब नहीं दिया था। मामला प्रकाश में आने के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने जांच का आश्वासन दिया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। मामले में एवीबीपी के विवेक सिंह मोनू ने भी राज्यपाल राम नाईक और सीएम अखिलेश यादव से शिकायत की थी। सीएम के सचिव पार्थ सारथी शर्मा ने प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा जितेंद्र कुमार को मामले में जांच के निर्देश दिए हैं। प्रमुख सचिव को 14 तक मामले में मुख्यमंत्री कार्यालय को रिपोर्ट देनी है।


इन पर है गड़बड़ी का आरोप

समन्वयक प्रो. वाईके शर्मा, प्रो. एसपी त्रिवेदी, प्रो. पवन अग्रवाल, प्रो. एसके अग्रवाल, प्रो. एके लाल, डॉ. पुनीत मिश्रा, डॉ. सुमन मिश्रा, डॉ. संजीव वर्मा, डॉ. बीबी मिश्र, डॉ. अर्चना अग्रवाल समेत अन्य शिक्षकों पर अधिक मानदेय, गलत तरीके से मानदेय क्लेम करने का आरोप है। इसके अलावा कर्मचारियों को भी मानदेय की रेवड़ी बांटे जाने का भी आरोप है।

कोट

हमने तय नियमों के तहत ही भुगतान किया है। अगर गलत भुगतान हुआ होगा तो उसकी रिकवरी करवाई जाएगी।

सुरेश चंद्र उपाध्याय, वित्त अधिकारी, एलयू
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