29334 गणित- विज्ञान में जिनका अभ्यर्थन निरस्त उनकी हो रही नियुक्ति, बीएसए ने ज्वाइनिंग को दिया था 15 दिन का मौका, न्यायालय ने भी नहीं दी थी राहत

इलाहाबाद1प्रदेश के उच्च प्राथमिक विद्यालयों में उनकी नियुक्तियां हो रही हैं, जिनका अभ्यर्थन निरस्त हो चुका है। बेसिक शिक्षा अधिकारी ऐसे अभ्यर्थियों को ज्वाइन कराने में जुटे हैं। अन्य दावेदारों कहना है कि दो तरह की प्रक्रिया एक साथ नहीं चल सकती।
बेसिक शिक्षा परिषद के उच्च प्राथमिक स्कूलों में 29334 विज्ञान-गणित शिक्षकों की नियुक्ति का विज्ञापन 11 जुलाई 2013 को निकला था। पहली काउंसिलिंग एक साल बाद हुई। उसके बाद से सात काउंसिलिंग फरवरी 2015 तक हुईं और प्रक्रिया वहीं रुक गई। बाद में हाईकोर्ट के निर्देश पर टीईटी में 82 अंक वालों को मौका देने के लिए अलग से काउंसिलिंग कराई गई। सातवीं एवं 82 अंक वाले अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग में नियुक्ति पत्र तमाम युवाओं को मिले, लेकिन ज्वाइन कम लोगों ने किया। करीब सात हजार पद रिक्त होने के बाद भी नई काउंसिलिंग न कराने पर युवा कोर्ट पहुंचे। हाईकोर्ट ने 25 नवंबर को रिक्त सीटें भरने का आदेश दिया। परिषद सचिव ने 30 दिसंबर को आदेश जारी कर दिया। इसमें यह निर्देश दिया गया कि सातवीं एवं 82 अंक की काउंसिलिंग में जिनको नियुक्ति पत्र दिए गए हैं यदि उन्होंने ज्वाइन नहीं किया है तो 10 जनवरी तक कर लें। इसके लिए बीएसए ने दो जनवरी को विज्ञापन जारी किया, लेकिन यह नहीं लिखा कि कितनों को नियुक्ति पत्र दिया गया था, जिनकी ज्वाइनिंग का इंतजार है। यही नहीं बीएसए पहले ही विज्ञप्ति जारी कर स्पष्ट कर चुके हैं कि जिन्हें 21 सितंबर 2015 तक नियुक्ति पत्र दिए गए हैं वह 15 दिन में ज्वाइन करें अन्यथा उनका अभ्यर्थन स्वत: निरस्त हो जाएगा। बीएसए पुराने आदेश को भूलकर अब नए सिरे से उन अभ्यर्थियों को ज्वाइन करा रहे, जिनका अभ्यर्थनी पहले निरस्त हो चुका है।

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