आचार संहिता के उल्लंघन में फंसे सपा एमएलसी संजय मिश्रा

बरेली। प्रमुख संवाददाता सपा के शिक्षक विधायक संजय मिश्रा आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में फंस गए हैं। वे स्नातक एमएलसी उम्मीदवार रेनू मिश्रा का स्टीकर लगी गाड़ी लेकर सोमवार को कलक्ट्रेट पहुंच गए। एडीएम सिटी आलोक कुमार ने फ्लाइंग स्कवायड बुलाकर गाड़ी की जांच कराई।
एमएलसी ने मामला रफा-दफा करने को कहा पर उनकी एक नहीं चली। एसीएम अरुणमणि त्रिपाठी ने संजय मिश्रा के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन का मामला कोतवाली में दर्ज करा दिया। गाड़ी सीज कर दी गई है। सपा एमएलसी की स्कार्पियो कलक्ट्रेट में एडीएम फाइनेंस के ऑफिस के पास जाकर रुकी। संजय समर्थकों के साथ निर्वाचन के दफ्तर चले गए। इसी दौरान एडीएम सिटी उधर से गुजर रहे थे। स्टीकर लगी गाड़ी देख उन्होंने तुरंत फ्लाइंग स्कवायड को बुलाया। कुछ देर बाद संजय मिश्रा भी आ गए। उन्होंने अफसरों को परिचय देते हुए गाड़ी से स्टीकर हटाकर छोड़ने को कहा। लेकिन एडीएम सिटी ने उनकी नहीं सुनी। करीब 40 मिनट तक एमएलसी और अफसरों में बातचीत होती रही। एडीएम सिटी ने एसीएम प्रथम को कार्रवाई के निर्देश दिए। इस पर एसीएम और फ्लाइंग स्कवायड ने वीडियोग्राफी के बाद गाड़ी से रेनू मिश्रा का स्टीकर उखाड़ दिया। गाड़ी खुलवाकर तलाशी ली तो बोनट में हूटर मिला। नंबर प्लेट पर विधायक लिखा था और सपा का झंडा बना हुआ था। एमएलसी ने हूटर खराब होने की बात कही। बावजूद इसके गाड़ी को कोतवाली भेज दिया गया।

एसीएम के ऑफिस में बैठे रहे एमएलसी

एमएलसी की गाड़ी रोकने के बाद एसीएम प्रथम संजय मिश्रा को अपने ऑफिस ले गए। उनको अपने बराबर वाली कुर्सी पर जगह दी। हालांकि एसीएम ने आचार संहिता के उल्लंघन के आरोपी शिक्षक विधायक को ऑफिस में बैठाने को सामान्य बात कहा।
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