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शिक्षिका का ऐसे स्कूल में किया स्थानांतरण जो है नहीं

ब्यूरो /पीलीभीत नियम कायदों को ताक पर रख कर बेसिक शिक्षा विभाग में किए गए तबादलों में की गई घपलेबाजी की परतें खुलती जा रही  हैं। सुआबोझ के प्राथमिक स्कूल में तैनात प्रधानाध्यापिका का जिले के ऐसे स्कूल में स्थानांतरण कर दिया गया, जिस नाम का स्कूल जिले में नहीं है।
यही नहीं सुआबोझ के स्कूल में दो प्रधानाध्यापक तैनात कर दिए गए। दोनों प्रधानाध्यापक चार्ज संभाले हुए हैं। यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। आचार संहिता लगने से चंद दिन पहले बेसिक शिक्षा विभाग में करीब 500  शिक्षकों के जिले के भीतर स्थानांतरण आनन-फानन में किए गए थे। विभागीय सूत्रों के मुताबिक बीएसए व उनके दो बाबुओं ने गुप्त स्थान पर बैठकर बनाई इस तबादला सूची का डीएम को विश्वास में लेकर अनुमोदन करा लिया गया था। तबादलों में बरती गई खामी की पोल न खुल जाए इसके लिए सूची सार्वजनिक नहीं की गई। अलग-अलग स्थानांतरण आदेश निकालने के बाद बीएसए अपना सीयूजी मोबाइल नंबर बंद करके लंबे अवकाश पर चले गए। तबादला आदेश मिलने के बाद धीरे-धीरे इसमें बरती गई अनियमितता की पोल खुलने लगी है। कुछ स्कूल बंद हो गए, जबकि कई स्कूल एकल शिक्षक के सहारे।तहसील क्षेत्र के गांव सुआबोझ प्राथमिक स्कूल में  प्रधानाध्यापिका बविता की तैनाती है। उनकी पिछले दिनों गांव के कुछ लोगों से विवाद पर मारपीट हुई थी। पुलिस में दोनों ओर से क्रास रिपोर्ट दर्ज है। स्थानांतरण को लेकर बविता ने भी आवेदन किया था, लेकिन उनका स्थानांनतरण प्राइमरी की जगह जूनियर हाईस्कूल में कर दिया गया। खास बात तो यह है कि इस स्थानांतरण आदेश में जिस स्कूल का नाम लिखा है उस नाम का स्कूल जिले में है ही नहीं। स्थानांतरण आदेश को लेकर शिक्षिका अफसरों के चक्कर काट रही है।
स्कूल एक, प्रधानाध्यापक दो
प्राथमिक विद्यालय सुआबोझय में प्राथमिक स्कूल नौजलिया में तैनात शिक्षक विनीत कुमार को प्रधानाध्यापक पद पर स्थानांतरित कर दिया गया। शिक्षिका  बबिता की गैरमौजूदगी में दो दिन पहले उन्होंने स्कूल जाकर कार्यभार भी ग्रहण लिया। मगर बविता के रिलीव न होने और विनीत के चार्ज लेने से इस स्कूल में दो प्रधानाध्यापक तैनात हैं। मामला विभाग, स्कूली बच्चों और गांव के  लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
यह मामला शनिवार को उनके संज्ञान में आया है। अफसरों को पूरे मामले की जानकारी दे दी गई है। जल्द ही सब ठीक करा दिया जाएगा।
दिनेश चंद्र, खंड शिक्षा अधिकारी
लीव शिक्षकों की वापसी को पत्र
लापरवाही तय कर अब तक शुरू नहीं हुई कार्रवाई
अमर उजाला ब्यूरो
पीलीभीत/ पूरनपुर। नियम कायदे ताक पर रख बेसिक शिक्षकों में किए गए तबादलों से जिले के कई स्कूल एकल हो गए। नियम विरुद्ध तरीके से किए गए शिक्षकों के इस तबादले की खबर अमर उजाला ने अपने एक जनवरी 2017 के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित की थी। इसके बाद महकमे में हड़कंप मच गया था। डीएम ने इसमे जांच करा  कार्रवाई की बात कही थी। अपने को फंसता देख अब एकल स्कूलों के स्थानांतरित  शिक्षकों को पत्र जारी कर स्थानांतरण आदेश की शर्तों का हवाला देकर पहले की  तैनाती वाले स्कूलों में ज्वाइन करने की हिदायत दी जा रही है। स्थानांतरण  के बाद वापसी को जारी होने वाले पत्र शिक्षकों में चर्चा का विषय बने हुए  है।
ये स्कूल हुए एकल
पूरनपर तहसील क्षेत्र का प्राथमिक स्कूल नरायनपुर, अजीतपुर बिल्हा, जटपुरा, बसंतपुर नौनेर, जादौपुर खुर्द, टांडा छत्रपति सहित  कुछ अन्य स्कूल भी एकल शिक्षक के सहारे हो गए।
दिब्यांग शिक्षिका को नहीं किया रिलीव
पूरनपुर। शिक्षकों के स्थानांतरण के बाद सांठगांठ से कई ऐसे शिक्षकों को रिलीव कर  दिया गया, जिनकी वजह से स्कूल एकल शिक्षक हो गए। वहीं गांव खैरपुर के  प्राथमिक स्कूल में तैनात दिब्यांग शिक्षिका को रिलीव नहीं किया जा रहा है। शिक्षिका अफसरों के चक्कर काट रही है।
शिक्षकों के तबादलों में गड़बड़ी से जुड़ी किसी भी समस्या से कोई भी व्यक्ति मुझसे किसी भी समय मिल सकता है या लिखित तौर पर मुझे पत्र भेज सकता है। चाहे वो  शिक्षक हो अथवा कोई नागरिक। मामला नौनिहालों की शिक्षा से जुड़ा है, लिहाजा  कोई व्यक्ति अपना नाम पता लिखे बगैर भी अपनी शिकायत मुझे भेज सकता है। हर  शिकायत पर जांच कराई जाएगी। गड़बड़ी मिलने पर दोषी अधिकारियों व  कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।
मासूम अली सरवर, जिलाधिकारी
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