लखनऊ : समायोजन रद होने से भड़के शिक्षामित्रों का प्रदर्शन गुरुवार को और तेज हो गया। अमेठी में जहां नि:शक्त शिक्षामित्र महेश कुमार ने जहर खाकर जान दे दी, वहीं लखीमपुर में दिनेश कनौजिया ने पेड़ पर
चढ़कर फांसी लगाने का प्रयास किया।
पूरे यूपी में ज्यादातर प्राइमरी-जूनियर स्कूलों में लगातार दूसरे दिन पढ़ाई नहीं हुई। कई जिलों में बीएसए ने दूसरे स्कूलों से शिक्षकों को भेजकर पढ़ाई करवाने की कोशिश की, लेकिन शिक्षामित्रों ने स्कूल नहीं खुलने दिए। उन इलाकों में हालात और खराब हो रहे हैं जहां स्कूल शिक्षामित्रों के ही सहारे हैं। 40 से ज्यादा जिलों में शिक्षामित्रों ने शुक्रवार को पूरी तरह तालाबंदी का ऐलान किया है।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के सभी पहलुओं का विधिक अध्ययन किया जा रहा है। हम ऐसा समाधान चाहते हैं, जिससे कानून की मर्यादा बनी रहे और समस्या का तर्कसंगत, विधिसम्मत समाधान भी हो जाए।- आरपी सिंह, अपर मुख्य सचिव, बेसिक शिक्षा
• प्रदेश सरकार केंद्र को प्रस्ताव भेजे कि वह अध्यादेश लाकर शिक्षामित्रों के मामले में यथास्थिति बनाए रखे या तत्काल रिव्यू पिटिशन दाखिल करे।
• सभी 1.72 लाख शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक के समान/समकक्ष पद पर स्थायी नियुक्ति देकर समान सुविधाएं दी जाएं।
• अगर शिक्षामित्र के ही पद पर भेजा जाए तो भी सहायक अध्यापकों के समान अधिकार-स्थायी नियुक्ति दें।
ज्यादातर परिषदीय स्कूलों में पढ़ाई ठप, आज तालाबंदी का ऐलान
विरोधी नारेबाजी की। वाराणसी में पीएम मोदी के जनसंपर्क दफ्तर, इलाहाबाद में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और मथुरा में ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा के आवास पर शिक्षामित्रों ने घंटों धरना दिया। बाराबंकी में बीएसए को उनके ऑफिस में ही बंधक बना लिया गया। बस्ती में शिक्षामित्रों ने भीख मांगी वहीं सीतापुर में पुलिस और शिक्षामित्रों में झड़प हो गई। अंबेडकरनगर, बहराइच-श्रावस्ती, फैजाबाद, मीरजापुर, सुलतानपुर, मेरठ, शामली, बागपत और बुलंदशहर में भी शिक्षामित्रों ने जोरदार प्रदर्शन किया।
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ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
चढ़कर फांसी लगाने का प्रयास किया।
पूरे यूपी में ज्यादातर प्राइमरी-जूनियर स्कूलों में लगातार दूसरे दिन पढ़ाई नहीं हुई। कई जिलों में बीएसए ने दूसरे स्कूलों से शिक्षकों को भेजकर पढ़ाई करवाने की कोशिश की, लेकिन शिक्षामित्रों ने स्कूल नहीं खुलने दिए। उन इलाकों में हालात और खराब हो रहे हैं जहां स्कूल शिक्षामित्रों के ही सहारे हैं। 40 से ज्यादा जिलों में शिक्षामित्रों ने शुक्रवार को पूरी तरह तालाबंदी का ऐलान किया है।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के सभी पहलुओं का विधिक अध्ययन किया जा रहा है। हम ऐसा समाधान चाहते हैं, जिससे कानून की मर्यादा बनी रहे और समस्या का तर्कसंगत, विधिसम्मत समाधान भी हो जाए।- आरपी सिंह, अपर मुख्य सचिव, बेसिक शिक्षा
• प्रदेश सरकार केंद्र को प्रस्ताव भेजे कि वह अध्यादेश लाकर शिक्षामित्रों के मामले में यथास्थिति बनाए रखे या तत्काल रिव्यू पिटिशन दाखिल करे।
• सभी 1.72 लाख शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक के समान/समकक्ष पद पर स्थायी नियुक्ति देकर समान सुविधाएं दी जाएं।
• अगर शिक्षामित्र के ही पद पर भेजा जाए तो भी सहायक अध्यापकों के समान अधिकार-स्थायी नियुक्ति दें।
ज्यादातर परिषदीय स्कूलों में पढ़ाई ठप, आज तालाबंदी का ऐलान
विरोधी नारेबाजी की। वाराणसी में पीएम मोदी के जनसंपर्क दफ्तर, इलाहाबाद में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और मथुरा में ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा के आवास पर शिक्षामित्रों ने घंटों धरना दिया। बाराबंकी में बीएसए को उनके ऑफिस में ही बंधक बना लिया गया। बस्ती में शिक्षामित्रों ने भीख मांगी वहीं सीतापुर में पुलिस और शिक्षामित्रों में झड़प हो गई। अंबेडकरनगर, बहराइच-श्रावस्ती, फैजाबाद, मीरजापुर, सुलतानपुर, मेरठ, शामली, बागपत और बुलंदशहर में भी शिक्षामित्रों ने जोरदार प्रदर्शन किया।
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