लखनऊ। शिक्षामित्रों के लंबे संघर्ष के बाद उनके मिलने वाले 25 अंकों के भारांक के विरोध में आज बीटीसी वालों ने भाजपा के प्रदेश कार्यालय का घेराव कर प्रदर्शन किया।
करीब सौ की संख्या में हाथों में तख्तियां लिए बीटीसी वालों ने बीजेपी के कार्यालय पर नारेबाजी करने के साथ ही शिक्षामित्रों को मिलने वाले 25 अंकों को वापस लेने की मांग की है।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि ऐसा नहीं करने से बीटीसी वालों के साथ सरासर नाइंसाफी होगी। हंगामा की सूचना लगते ही मौके पर पहुंची हजरतगंज पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को काफी समझाने के बाद शांत कराया। इसके बाद बीटीसी वालों ने भाजपा मुख्यालय पर आज जनसुनवाई कर रहे राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा0 महेन्द्र सिंह से अपनी समस्या बताने के साथ ही उसे हल करने की मांग की। राज्यमंत्री के अन्याय नहीं होने देने के आश्वासन पर प्रदर्शनकारी लौट गए। जिसके बाद पुलिस ने भी राहत की सांस ली।
इस बारे में डा0 महेन्द्र सिंह ने मीडिया से कहा कि अभी अंको का निर्धारण नहीं हुआ है, बीटीसी के लोग कह रहे थे कि हम लोगों के बीच में किसी और की दखलंदाजी नहीं होनी चाहिए, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार योगी सरकार फैसला ले रही है उस निर्णय के तहत एक कमेटी बनाई गई है कमेटी अपना निर्णय लेगी। दोनों लोग परीक्षा में बैठेंगे, जो परीक्षा पास करेगा, उसको नौकरी मिलेगी, इसलिए सरकार ने यह निर्णय लिया है।
वहीं राज्यमंत्री ने योगी सरकार की बढ़ाई करते हुए कहा कि बीटीसी के अभ्यर्थियों को यह सोचना चाहिए कि कितना बड़ा निर्णय उनके पक्ष में हुआ है, सुप्रीम कोर्ट का आदेश हुआ है कि शिक्षा मित्र जो 10-15 वर्षो से पढ़ा रहे थे, उनकों वहां से हटाया गया है। योगी सरकार ने सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए सुप्रीमकोर्ट के मार्गदर्शन में फैसला किया कि जिसनें 15-20 वर्षो की सेवा की है उनकों आयु सीमा में छूट दिया जाए, जिससे बीटीसी के लोगों को कोई हानि न हो। योगी सरकार अपने नारे सबका साथ, सबका विकास के अनुसार ही फैसला कर रही है।
स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष ध्यान दे रही योगी सरकार
वहीं बीआरडी हादसे के साथ ही हाल ही में राजधानी के लोहिया अस्पताल में कुत्तों के महिला के शव को खा जाने के सवाल पर राज्यमंत्री ने दावा किया योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद से ही स्वास्थ्य सेवा पर विशेष रूप से ध्यान दे रहे हैं। प्रदेश की स्वास्थ्य सेवा पूरी तरह से बिगड़ गयी थी उसकों ठीक करने के लिए हर दिन काम किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने यह भी दावा कि पहले जैसी परिस्थितियां अब नहीं है, धीरे-धीरे सुधार हो रहा है आगे और अच्छी स्थिति देखने को मिलेगी।
109 में 74 का मौके पर निस्तारण
वहीं आज भाजपा मुख्यालय आए मामलों के बारे में राज्य मंत्री ने कहा कि जन सहयोग केन्द्र पर 109 समस्याओं के शिकायती पत्र आएं थे, जिसमें से करीब 74 समस्याओं का निस्तारण टेलीफोन एवं पत्र के माध्यम से कर दिया गया। इनमें 34 भूमि से संबधित जबकि अन्य आवास, पेयजल और सड़क बनवाने से जुड़े थे।
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करीब सौ की संख्या में हाथों में तख्तियां लिए बीटीसी वालों ने बीजेपी के कार्यालय पर नारेबाजी करने के साथ ही शिक्षामित्रों को मिलने वाले 25 अंकों को वापस लेने की मांग की है।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि ऐसा नहीं करने से बीटीसी वालों के साथ सरासर नाइंसाफी होगी। हंगामा की सूचना लगते ही मौके पर पहुंची हजरतगंज पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को काफी समझाने के बाद शांत कराया। इसके बाद बीटीसी वालों ने भाजपा मुख्यालय पर आज जनसुनवाई कर रहे राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा0 महेन्द्र सिंह से अपनी समस्या बताने के साथ ही उसे हल करने की मांग की। राज्यमंत्री के अन्याय नहीं होने देने के आश्वासन पर प्रदर्शनकारी लौट गए। जिसके बाद पुलिस ने भी राहत की सांस ली।
इस बारे में डा0 महेन्द्र सिंह ने मीडिया से कहा कि अभी अंको का निर्धारण नहीं हुआ है, बीटीसी के लोग कह रहे थे कि हम लोगों के बीच में किसी और की दखलंदाजी नहीं होनी चाहिए, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार योगी सरकार फैसला ले रही है उस निर्णय के तहत एक कमेटी बनाई गई है कमेटी अपना निर्णय लेगी। दोनों लोग परीक्षा में बैठेंगे, जो परीक्षा पास करेगा, उसको नौकरी मिलेगी, इसलिए सरकार ने यह निर्णय लिया है।
वहीं राज्यमंत्री ने योगी सरकार की बढ़ाई करते हुए कहा कि बीटीसी के अभ्यर्थियों को यह सोचना चाहिए कि कितना बड़ा निर्णय उनके पक्ष में हुआ है, सुप्रीम कोर्ट का आदेश हुआ है कि शिक्षा मित्र जो 10-15 वर्षो से पढ़ा रहे थे, उनकों वहां से हटाया गया है। योगी सरकार ने सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए सुप्रीमकोर्ट के मार्गदर्शन में फैसला किया कि जिसनें 15-20 वर्षो की सेवा की है उनकों आयु सीमा में छूट दिया जाए, जिससे बीटीसी के लोगों को कोई हानि न हो। योगी सरकार अपने नारे सबका साथ, सबका विकास के अनुसार ही फैसला कर रही है।
स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष ध्यान दे रही योगी सरकार
वहीं बीआरडी हादसे के साथ ही हाल ही में राजधानी के लोहिया अस्पताल में कुत्तों के महिला के शव को खा जाने के सवाल पर राज्यमंत्री ने दावा किया योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद से ही स्वास्थ्य सेवा पर विशेष रूप से ध्यान दे रहे हैं। प्रदेश की स्वास्थ्य सेवा पूरी तरह से बिगड़ गयी थी उसकों ठीक करने के लिए हर दिन काम किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने यह भी दावा कि पहले जैसी परिस्थितियां अब नहीं है, धीरे-धीरे सुधार हो रहा है आगे और अच्छी स्थिति देखने को मिलेगी।
109 में 74 का मौके पर निस्तारण
वहीं आज भाजपा मुख्यालय आए मामलों के बारे में राज्य मंत्री ने कहा कि जन सहयोग केन्द्र पर 109 समस्याओं के शिकायती पत्र आएं थे, जिसमें से करीब 74 समस्याओं का निस्तारण टेलीफोन एवं पत्र के माध्यम से कर दिया गया। इनमें 34 भूमि से संबधित जबकि अन्य आवास, पेयजल और सड़क बनवाने से जुड़े थे।
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