UP: धरने पर बैठे श‍िक्षाम‍ित्र हैं परेशान, अंधेर में गुजर रही रात-नहीं है टॉयलेट

लखनऊ. अपनी मांगों को लेकर यूपी से लगभग 1 लाख से ज्यादा शिक्षामित्र लखनऊ में प्रदर्शन कर रहे हैं। लक्ष्मण पार्क से राजधानी के सड़कों पर हर जगह उनका जमावड़ा लगा हुआ है। मह‍िलाएं और पुरुष सभी रात में भी यहां डटे हुए हैं। कोई घर से खाना लेकर आया है तो कोई सड़क पर ही खाना बना रहा है। वहीं, ज‍िसको जहां जगह म‍िली वहीं लेटा हुआ है। ऐसे में dainikbhaskar.com फोटो के जर‍िए श‍िक्षाम‍ित्रों की रात की पूरी लाइफ स्टाइल द‍िखा रहा है।

श‍िक्षाम‍ित्रों ने कहा- शाम होते ही काट दी गई मंच की लाइट...
-पीलीभीत से आए राम कुबेर ने बताया, शाम 6 बजे मंच की लाइट काट दी गई। इसके बाद लाइट नहीं आई और न ही पूछने पर किसी ने कुछ बताया।
-लक्ष्मण मेला मैदान में मंच के पास खड़े अब्दुल ने कहा, मह‍िलाओं के ल‍िए कोई टॉयलेट नहीं है, ऐसे में काफी परेशानी हो रही है। महिलाएं खुले में शौच करने और नहाने को मजबूर हैं। प्रशासन ने जानकारी होते हुए भी कोई व्यवस्था नहीं की।
-एक टैंकर पानी तो भेज दिया, लेकिन टोटी खराब है। पानी निकालने के लिए बाल्टी लेकर टैंकर के ऊपर चढ़ना पड़ रहा है।
खाना खराब हो गया, गुड और सत्तू खाया
-संत कबीर नगर से आए राम इकबाल ने बताया, सुबह घर से खाना बनाकर लाए थे, जो शाम होते-होते खराब हो गया और फेकना पड़ा। अब सत्तू खाकर खुले में सोने जा रहा हूं।
-गोमती नदी के किनारे बने बाउंड्री वॉल के किनारे लोग चद्दर बिछाकर सो रहे हैं। बच्चे साथ आए हैं, वो भी परेशान हैं।
-श्यामवती ने कहा, 2 साल की बेटी साथ आई है। सुबह से उसका रो-रो कर बुरा हाल है। यहां करीब 25 हजार महिलाएं आई हैं, लेक‍िन शौचालय की भी व्यवस्था नहीं है।
-पूरे मैदान में कूड़ा फैला हुआ है न कहीं सफाई हैं और न ही कोई साफ जगह। 3 महिलाओं की तबियत खराब हो गई। उनका इलाज चल रहा है।
-वहीं, श‍िक्षाम‍ित्र मोर्चा के अध्यक्ष जितेंद्र शाही ने कहा, सरकार आंख-मिचौली का खेल रही है। हम अपनी मांगों को मनवाने के बाद ही जाएंगे। हम ऐसी रात गुजारेंगे चाहे जो हो, सचिव ने पूरे मामले में खेल किया है।
शिक्षामित्रों की ये हैं मांगें
- यूपी सरकार सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल करे।
-सरकार, सदन में शिक्षामित्रों के समायोजन को लेकर नया आधिनियम पारित कराए।
-सरकार, जस्टिस के यहां पर क्यूरेटिव पिटिशन दाखिल करे।
-मृतकों के परिजनों को मुआवजा दिया जाए।
क्या था सुप्रीम कोर्ट का फैसला ?
- यूपी में असिस्टेंट टीचर के पद पर शिक्षामित्रों के समायोजन को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने 25 जुलाई को बड़ा फैसला सुनाया।
- कोर्ट के फैसले में कहा गया कि 1 लाख 72 हजार शिक्षामित्रों में से समायोजित हुए 1 लाख 38 हजार शिक्षामित्रों की असिस्टेंट टीचर के पद पर हुई नियुक्ति अवैध है।
- वहीं, सभी 1 लाख 72 हजार शिक्षामित्रों को दो साल के अंदर टीईटी एग्जाम पास करना होगा। इसके लिए उन्हें दो साल में दो मौके मिलेंगे।
- बता दें, 1 लाख 72 हजार शिक्षामित्रों में से 22 हजार शिक्षामित्र ऐसे हैं, जिन्होंने टीईटी एग्जाम पास कर रखा है। ऐसे में यह फैसला उनके ऊपर भी लागू होगा।
- साथ ही इन दो सालों में टीईटी एग्जाम पास करने के लिए उम्र के नियमों में भी छूट दी जाएगी।
- जस्ट‍िस एके गोयल और ज‍स्ट‍िस यू.यू ललित की बेंच ने आदेश सुनाते हुए ये भी कहा कि अनुभव के आधार पर शिक्षामित्रों को वेटेज का भी लाभ मिलेगा।
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