इलाहाबाद। शिक्षामित्रों के इलाहाबाद से उठे आंदोलन का व्यापक असर आज जैसे ही लखनऊ में दिखा योगी सरकार ने ताबड़तोड़ फैसला ले लिया। सुप्रीम कोर्ट के आदेश को ध्यान में रखते हुये सहायक अध्यापक के पद पर समायोजित शिक्षामित्रों को वापस उनके पद पर बैक किया गया है।
यानी वह फिर से शिक्षामित्र बना दिये गये। सरकार ने शिक्षामित्रों को 1 अगस्त से ही वापस पद पर जाने का आदेश जारी कर दिया है। इस आदेश में कहा गया है कि शिक्षामित्र को 10 हजार रुपये मासिक मानदेय दिया जायेगा।
शिक्षामित्रों के लिए बड़ी खबर,योगी सरकार ने लिया अहम फैसला
हालांकि शिक्षामित्रों के लिये राहत भरी खबर यह है कि आगे अब होने वाली शिक्षक भर्ती में शिक्षामित्रों को वेटेज यानी भारांक दिया जायेगा। यह भारांक अधिकतम 25 अंक तक का हो सकेगा। जबकि सरकार 15 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी यूपीटीईटी 2017 आयोजित कराने जा रही है। जिसका मकशद है कि शिक्षामित्रों को प्राथमिक शिक्षक भर्ती में सीधे मौका मिल जाये।
दिसंबर में भर्ती का विज्ञापन
योगी सरकार ने यूपी में टीचर भर्ती के लिये कमर कस ली है और शिक्षकों की भर्ती के लिए दिसंबर में विज्ञापन जारी होगा। अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा राज प्रताप सिंह द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि सरकार शिक्षामित्रों को शिक्षक बनने का मौका देने जा रही है। शिक्षामित्र शिक्षक बनने के लिए टीईटी की अनिवार्य अर्हता प्राप्त कर सकें, इसके लिए 15 अक्टूबर को यूपीटीईटी-2017 आयोजित की जाएगी। यूपीटीईटी-2017 का परीक्षा कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। उसे वेबसाइट पर देखा जा सकता है।
नियमावली में होगा संशोधन
योगी सरकार ने शिक्षामित्रों के लिये उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली-1981 में संशोधन को भी मंजूरी दे दी है । जिसके तहत ही सहायक अध्यापक के रिक्त पदों पर भर्ती हेतु विज्ञापन प्रकाशित होगा। यह संशोधन शैक्षिक योग्यता एवं गुणांक निर्धारण में किया जाएगा।
क्या है मामला
दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने 25 जुलाई 2017 को शिक्षामित्रों का सहायक अध्यापक पद पर समायोजन निरस्त कर दिया था। साथ ही सरकार को निर्णय लेने का आदेश दिया था। जिसके क्रम में आज सूबे की योगी सरकार ने कयी महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये हैं।01 अगस्त 2017 से शिक्षामित्र को पद पर प्रत्यावर्तित कर दिया गया। यानी को जो सहायक अध्यापक बन गये थे अब वह वापस शिक्षामित्र बन गये।
हालांकि शिक्षामित्रों के यह विकल्प होगा कि वे अपने वर्तमान विद्यालय अथवा मूल तैनाती के विद्यालय में कार्यभार ग्रहण करें। इस मुद्दे पर आगे का प्लान यह किया है कि अब योगी सरकार शिक्षामित्रों को शिक्षक बनने का मौका तो देगी। लेकिन टी.ई.टी. पास करने पर। हालांकि शिक्षक भर्ती में 2.5 अंक प्रतिवर्ष व अधिकतम 25 का भारांक शिक्षामित्रों को कुछ राहत दे सकता है। शिक्षामित्र यह समझ सकते हैं कि दिसम्बर में टीचर भर्ती के विज्ञापन और भर्ती में चयन तक सभी शिक्षा मित्रों को 10 हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय मिलेगा।
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ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
यानी वह फिर से शिक्षामित्र बना दिये गये। सरकार ने शिक्षामित्रों को 1 अगस्त से ही वापस पद पर जाने का आदेश जारी कर दिया है। इस आदेश में कहा गया है कि शिक्षामित्र को 10 हजार रुपये मासिक मानदेय दिया जायेगा।
शिक्षामित्रों के लिए बड़ी खबर,योगी सरकार ने लिया अहम फैसला
हालांकि शिक्षामित्रों के लिये राहत भरी खबर यह है कि आगे अब होने वाली शिक्षक भर्ती में शिक्षामित्रों को वेटेज यानी भारांक दिया जायेगा। यह भारांक अधिकतम 25 अंक तक का हो सकेगा। जबकि सरकार 15 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी यूपीटीईटी 2017 आयोजित कराने जा रही है। जिसका मकशद है कि शिक्षामित्रों को प्राथमिक शिक्षक भर्ती में सीधे मौका मिल जाये।
दिसंबर में भर्ती का विज्ञापन
योगी सरकार ने यूपी में टीचर भर्ती के लिये कमर कस ली है और शिक्षकों की भर्ती के लिए दिसंबर में विज्ञापन जारी होगा। अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा राज प्रताप सिंह द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि सरकार शिक्षामित्रों को शिक्षक बनने का मौका देने जा रही है। शिक्षामित्र शिक्षक बनने के लिए टीईटी की अनिवार्य अर्हता प्राप्त कर सकें, इसके लिए 15 अक्टूबर को यूपीटीईटी-2017 आयोजित की जाएगी। यूपीटीईटी-2017 का परीक्षा कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। उसे वेबसाइट पर देखा जा सकता है।
नियमावली में होगा संशोधन
योगी सरकार ने शिक्षामित्रों के लिये उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली-1981 में संशोधन को भी मंजूरी दे दी है । जिसके तहत ही सहायक अध्यापक के रिक्त पदों पर भर्ती हेतु विज्ञापन प्रकाशित होगा। यह संशोधन शैक्षिक योग्यता एवं गुणांक निर्धारण में किया जाएगा।
क्या है मामला
दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने 25 जुलाई 2017 को शिक्षामित्रों का सहायक अध्यापक पद पर समायोजन निरस्त कर दिया था। साथ ही सरकार को निर्णय लेने का आदेश दिया था। जिसके क्रम में आज सूबे की योगी सरकार ने कयी महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये हैं।01 अगस्त 2017 से शिक्षामित्र को पद पर प्रत्यावर्तित कर दिया गया। यानी को जो सहायक अध्यापक बन गये थे अब वह वापस शिक्षामित्र बन गये।
हालांकि शिक्षामित्रों के यह विकल्प होगा कि वे अपने वर्तमान विद्यालय अथवा मूल तैनाती के विद्यालय में कार्यभार ग्रहण करें। इस मुद्दे पर आगे का प्लान यह किया है कि अब योगी सरकार शिक्षामित्रों को शिक्षक बनने का मौका तो देगी। लेकिन टी.ई.टी. पास करने पर। हालांकि शिक्षक भर्ती में 2.5 अंक प्रतिवर्ष व अधिकतम 25 का भारांक शिक्षामित्रों को कुछ राहत दे सकता है। शिक्षामित्र यह समझ सकते हैं कि दिसम्बर में टीचर भर्ती के विज्ञापन और भर्ती में चयन तक सभी शिक्षा मित्रों को 10 हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय मिलेगा।
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