बकाया भुगतान न होने पर शिक्षामित्र भड़के

बीएसए को ज्ञापन सौंपकर की भुगतान कराने की मांग
शासन के निर्देश के बावजूद अवशेष वेतन का भुगतान न होने के विरोध में शिक्षामित्रों ने नारेबाजी कर अनिश्वितकालीन धरना शुरू कर दिया। आक्रोशित शिक्षामित्रों ने भुगतान न होने पर धरना-प्रदर्शन जारी रखने की चेतावनी दी।

शासन ने समायोजित शिक्षामित्र के अवशेष वेतन/ मानदेय का 25 अक्तूबर तक भुगतान करने के निर्देश दिए गए थे। इसके बावजूद जिले में कार्यरत शिक्षामित्रों को बकाये का भुगतान नहीं किया गया। इसको लेकर बुधवार को शिक्षामित्रों का गुस्सा फूट पड़ा। जिले के कई शिक्षामित्रों ने बीएसए कार्यालय परिसर पहुंचकर प्राथमिक शिक्षामित्र संघ व आदर्श शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले नारेबाजी कर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया। धरनास्थल पर हुई सभा में कहा कि शिक्षामित्रों के साथ लगातार ज्यादती की जा रही है। पहले रोजगार छीनने का प्रयास किया गया, अब अवशेष वेतन देने में भी आनाकानी की जा रही है। जबकि शासन ने 25 अक्तूबर तक प्रदेश के सभी जिलों में शिक्षामित्रों के अवशेष भुगतान करने के निर्देश दिए थे। शासनादेश के बावजूद अवशेषों का भुगतान नहीं किया गया। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस दौरान शिक्षामित्रों ने बीएसए डॉ. इंद्रजीत प्रजापति को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में शिक्षामित्रों की उपस्थिति रोजाना एनपीआरसी से लेने, एनपीआरसी द्वारा उपस्थिति रजिस्टर अलग बनाने को लेकर डाले जा रहे दबाव पर रोक लगाने, एनपीआरसी द्वारा अगस्त व सितंबर की भेजी गई गलत उपस्थिति को दुरुस्त कराने, खंड शिक्षा अधिकारियों द्वारा नया बैंक खाता खोलने को लेकर डाले जा रहे दबाव के मामले में कार्रवाई करने की मांग की गई।
ज्ञापन में मांगें पूरी न होने तक धरना प्रदर्शन जारी रखने की चेतावनी दी गई। धरना प्रदर्शन करने वालों में जिलाध्यक्ष हरीओम पांडेय, महेंद्र पाल वर्मा, वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष नरेंद्र पाल सिंह, आदर्श पटेल, सोमपाल सिंह आदि शिक्षामित्र शामिल रहे।
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines