बगैर सूचना गायब रहे शिक्षक व शिक्षामित्र

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : प्राथमिक शिक्षा की जमीनी हकीकत जानने सोमवार को जब बीएसए कोन विकास खंड के विद्यालयों में पहुंचे तो वहां की पोल खुल गई। कई विद्यालयों में बिना सूचना के ही सहायक अध्यापक एवं शिक्षामित्र अनुपस्थित मिले तो कई अध्यापक धूप सेंकते मिले।
अधिकांश विद्यालयों में सुबह के नौ बजे के बाद भी सफाई हो रही थी जबकि विद्यालय संचालन का समय ही नौ बजे है। बीएसए ने अनुपस्थित शिक्षक व शिक्षामित्र का वेतन और मानदेय काटने का आदेश दिया तो कई से स्पष्टीकरण मांगा।

बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी सबसे पहले कोन विकास खंड के विसुनदासपुर प्राथमिक विद्यालय पहुंचे। उस समय नौ बजे थे। विद्यालय की सफाई हो रही थी। समायोजित शिक्षामित्र अनुपस्थित थी। परिसर अत्यंत गंदा था। बच्चों की उपस्थिति भी बहुत कम थी। शिक्षामित्र का अग्रिम आदेश तक मानदेय रोका गया। प्राथमिक विद्यालय दामोदर पट्टी में एक शिक्षक व एक शिक्षामित्र अनुपस्थित थे। जो शिक्षक उपस्थित थे उन्होंने भी उपस्थिति पंजिका पर हस्ताक्षर नहीं किया था। परिसर गंदा था और 92 के सापेक्ष मात्र 21 बच्चे ही उपस्थित थे। शिक्षक का वेतन व शिक्षामित्र का मानदेय रोका गया। प्राथमिक विद्यालय नेवढि़या में एक सहायक अध्यापक बिना किसी सूचना के चिकित्सकीय अवकाश पर थी। उनसे तीन दिनों के अंदर स्पष्टीकरण मांगा गया। इसी प्रकार पूर्व माध्यमिक विद्यालय नेवढि़या में भी एक सहायक अध्यापक बिना सूचना के अनुपस्थित रही। उनका उस तिथि का वेतन रोका गया। प्राथमिक विद्यालय सागरपुर में चारो अध्यापक धूप सेंकते मिले। शिक्षक डायरी नहीं बनायी गई थी। परिसर गंदा था। सभी अध्यापकों से तीन दिन के अंदर स्पष्टीकरण मांगा गया। इसी प्रकार पूर्व माध्यमिक विद्यालय सागरपुर में भी दो सहायक अध्यापक बिना किसी सूचना के अनुपस्थित मिली। परिसर अत्यंत गंदा था। अनुपस्थित शिक्षकों का इस दिन का वेतन अगले आदेश तक रोका गया।
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