फर्जीवाड़े के आधार पर नौकरी हथियाने वाले सैकड़ों परिषदीय शिक्षकों पर कार्रवाई तय

Farrukhabad. फर्जीवाड़े के आधार पर नौकरी हथियाने वाले सैकड़ों परिषदीय शिक्षकों पर कार्रवाई तय है। आगरा विश्वविद्यालय से 2004-05 सत्र में जारी फर्जी अंकपत्र के आधार पर बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में नियुक्ति पाने वाले शिक्षकों की जांच में चौंकाने वाली रिपोर्ट मिल रही है।
फर्रुखाबाद में 28 शिक्षक फर्जी डिग्री के सामने आ गए है।अभी आगे की कार्यवाही चल रही जिले 42 शिक्षकों पर कार्यवाही होना तय है। इन सभी की बर्खास्तगी तय है। ऐसे में माना जा रहा है कि फर्जीवाड़ा कर नौकरी पाने वाले शिक्षकों की संख्या हजारों में हो सकती है।
हाईकोर्ट के आदेश पर विशेष अनुसंधान दल (एसआईटी) ने डॉ. भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय आगरा के बीएड सत्र 2004-05 के परिणामों में फर्जी अंकतालिकाओं/परिणामों से संबंधित जांच की थी। एसआईटी रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि 3517 छात्रों का परिणाम अंकित कर दिया गया और 1053 की अंकतालिकाओं से छेड़छाड़ की गई। यानी, कुल 4570 छात्रों को फर्जी अंकतालिकाएं वितरित कर उन्हें विश्वविद्यालय के टेबुलेशन चार्ट में शामिल कर लिया गया।
जांच रिपोर्ट मिलने के बाद सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा ने फर्जी अंकतालिका हासिल करने वालों की सूची 12 अक्तूबर को बीएसए को भेजकर सत्यापन के निर्देश दिए थे। क्योंकि, 2004-05 सत्र के बाद से परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में सहायक अध्यापकों की कई भर्तियां हुई हैं। जिले से जो रिपोर्ट मिल रही है उसमें दर्जनों ऐसे अभ्यर्थी शिक्षक हैं जिनका नाम एसआईटी की फर्जी अंकतालिका वाली सूची में है। जिसमे फर्रुखाबाद फर्जीवाड़े के आधार पर नौकरी पाने वाले 42 फर्जी डिग्री के आधार पर शिक्षक की नौकरी पाने वालों की नौकरी तो जाएगी ही रिकवरी भी होगी। फर्जी अंकपत्र लगाने वालों के कारण ही मेरिट में उनसे नीचे लेकिन वास्तवित नंबर वाले अभ्यर्थियों को नौकरी नहीं मिल सकी। सूत्रों के अनुसार फर्जीवाड़े में फंसे शिक्षकों से वेतन के रूप में मिले सरकारी धन की वसूली भी होगी।जिला वेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि 28 शिक्षक चिन्हित कर लिए गए अभी दर्जनों लोग बाकी है।जिसमें उनकी अंतिम कार्यवाही बाकी है। उन सभी शिक्षकों की नौकरी खत्म होना तय है।

sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines