इलाहाबाद : परिषदीय स्कूलों की 68500 सहायक शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा में बड़ा बदलाव हुआ है।
शासन ने अभ्यर्थियों को प्रश्न पुस्तिका व आंसर शीट की
कार्बन कॉपी साथ ले जाने के लिए संशोधित आदेश जारी किया है। यह कदम लिखित
परीक्षा को विवाद से बचाने व पारदर्शिता के तहत उठाया गया है।
परीक्षा
नियामक प्राधिकारी सचिव ने इसका प्रस्ताव भेजा था, जिस पर शासन ने मुहर लगा
दी है।
बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में सहायक अध्यापकों की भर्ती के
लिए पहली बार लिखित परीक्षा आगामी 12 मार्च को होनी है। इसके लिए शासन ने
बीते नौ जनवरी को गाइड लाइन जारी की थी लेकिन, उसमें प्रश्न पुस्तिका व
आंसर शीट की कार्बन कॉपी मुहैया कराने व साथ ले जाने का इंतजाम नहीं था।
शासन ने अपने आदेश में अब संशोधन किया है। इसमें कहा गया है कि परीक्षा
शुरू होने के दस मिनट पहले अभ्यर्थी को सीलबंद टेस्ट बुकलेट (प्रश्न
पुस्तिका व सह उत्तर पुस्तिका) दी जाएगी। टेस्ट बुकलेट में पूछे गए प्रश्न
के उत्तर को उत्तर पुस्तिका पर अंकित करना होगा। वहीं, प्रत्येक उत्तर
पुस्तिका के साथ पांच सादे द्वितीय उत्तर पत्रक होंगे। निर्देश में कहा गया
है कि अभ्यर्थी यदि अपने अंकित किए गए उत्तर की कार्बन प्रति अपने साथ ले
जाना चाहते हैं तो उन्हें कक्ष निरीक्षक से कार्बन शीट की मांग करनी होगी।
अभ्यर्थी कार्बन शीट का प्रयोग करके द्वितीय उत्तर पत्रक खुद बना सकते हैं।
परीक्षा के बाद वह कार्बन प्रति साथ ले जा सकते हैं। शासन ने पहले टेस्ट
बुकलेट व उत्तर बुकलेट दोनों जमा कराने के निर्देश दिए थे लेकिन, संशोधित
आदेश में अभ्यर्थी परीक्षा के बाद प्रश्न पुस्तिका भी अपने साथ ले जा
सकेंगे। इसके पहले उन्हें उत्तर पत्रक पर अनिवार्य रूप से हस्ताक्षर करना
होगा। यह भी निर्देश है कि यदि किसी अभ्यर्थी की उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन
के समय उपलब्ध न हुई तो यह माना जाएगा कि अभ्यर्थी उत्तर पुस्तिका की मूल
प्रति भी अपने साथ ले गया है। ऐसे मामले में अभ्यर्थी के विरुद्ध संबंधित
परीक्षा के केंद्र व्यवस्थापक की ओर से एफआइआर भी दर्ज कराई जाएगी।
उत्तर कुंजी के बाद कार्बन कॉपी देने का अनूठा प्रयोग: शिक्षक भर्ती की
लिखित परीक्षा में एक से बढ़कर एक रिकॉर्ड बन रहे हैं। ऐसा पहली बार हो रहा
है कि किसी सब्जेक्टिव परीक्षा की उत्तरकुंजी जारी होगी, वहीं अब आंसर शीट
की कार्बन कॉपी देने का प्रयोग भी अनूठा है। इससे 15 मई को परिणाम आने पर
अभ्यर्थियों को रिजल्ट पर संदेह नहीं रहेगा। वह उत्तर कुंजी जारी होने के
बाद ही यह आंकलन कर सकेंगे कि उन्हें कितने अंक मिल सकते हैं। परीक्षा
नियामक प्राधिकारी सचिव डा. सुत्ता सिंह ने बताया कि नए निर्देशों के
अनुरूप तैयारियां शुरू कर दी हैं।
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