मयंक तिवारी : 72,825 प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती न्यायिक विवादों में ही उलझी , योगी सरकार में भी जारी

राम राम साथियों,
13नवम्बर 2011 में प्रथम बार उत्तर प्रदेश में आयोजित हुई "अध्यापक पात्रता परीक्षा" अर्थात UPTET और "72,825प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती" मायावती सरकार से लेकर अखिलेश सरकार तक न्यायिक विवादों में ही उलझी रही। 2011से संघर्ष से सुरुआत हुई और दुर्भाग्य से तीसरी इस योगी सरकार में भी जारी ही है।

25जुलाई2017 को सुप्रीम कोर्ट से आये अंतिम आदेश के बाद 66,655 साथी तो मंजिल पा गये लेकिन 24फरबरी, 24अगस्त और 17नबम्बर2016 के अंतरिम आदेशों के बाद नियुक्ति की उम्मीदें जागी, ऐसे साथियों के लिए सुप्रीम कोर्ट का अंतिम आदेश घोर निराशा लिए हुए था। ऐसी परिस्तिथि में हिम्मत बांधकर फिर खड़े होना निश्चित रूप से बहुत मुश्किल काम होता है। ऐसे में आपके द्वारा कई बड़े आंदोलन किये गए और पुनः पिछले दस-ग्यारह दिन से एससीईआरटी पर क्रमिक आंदोलन जारी है। कभी हार ना मनाने वाले आपके इस जज्बे को मैं सलाम करता हूँ और आपसे यही कहूँगा कि प्रयास जारी रखिये आज नही तो कल सफलता अवश्य मिलेगी लेकिन एक निवेदन भी अवश्य करूँगा कि सरकार से वार्ता के समय अपनी माँगों के साथ अन्य विकल्प भी तैयार रखें ताकि किसी भी प्रकार से सही #BEdTET2011 साथियों की नियुक्ति का एक अवसर अवश्य मिले।
साथ ही यह भी स्पस्ट कर देना चाहता हूँ कि विभिन्न प्रकार की नई याचिकाओं से कुछ याची विशेष की नियुक्ति की आशंका में परेशान ना हों यदि किसी भी नई याचिका को ऐसा कोई लाभ मिलता है तो उस दशा में पूर्व में हमसे जुड़े किसी भी व्यक्ति का अहित नही होगा और ना ही उनका जो किसी भी माध्यम से सुप्रीम कोर्ट में याची के रूप में उपस्थित थे।
फ़िलहाल आप सभी से पुनः यही निवेदन करूँगा कि सरकार/अधिकारियों से वार्ता-मुलाकात में इस बात का ध्यान रखें कि अंततः किसी भी माध्यम से सही किन्तु #BEdTET2011 की नियुक्ति का एक मार्ग अवश्य खुले ऐसा प्रयास रहे।
शेष शुभकामनाएँ
✍मयंक तिवारी
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